Green Colour Important In Sawan: सावन 2025 में हरा रंग क्यों है खास? जानिए परंपरा, पौराणिकता और फैशन के पीछे छिपा गहरा अर्थ

Sawan Me Hara Color Pahne Chahie Ya Nahin: 11 जुलाई 2025 से शुरु हो चुका सावन (Sawan) का महीना हर साल की तरह इस बार भी भक्ति, हरियाली और उत्साह का प्रतिक बन चुका है। मंदिरों की घंटियां , हर हर महादेव के जयकारे और हर ओर छाए हरे रंग ने इस पावन माह की आभा को और भी खास बना दिया है। खासकर महिलाएं इस दौरान पारंपरिक परंपराओं को निभाते हुए हरे रंग के वस्त्र, चूड़ियां, बिंदी, साड़ी और यहां तक की मेहंदी भी बड़े उत्साह से अपनाती है। लेकिन क्या यह सिर्फ एक फैशन ट्रेंड (Fashion Trend) है या फिर इसके पीछे कोई गहरी सांस्कृतिक और आधात्मिक मान्यता भी छिपी है।

Update: 2025-07-13 09:56 GMT

Sawan Me Hara Color Pahne Chahie Ya Nahin: 11 जुलाई 2025 से शुरु हो चुका सावन (Sawan) का महीना हर साल की तरह इस बार भी भक्ति, हरियाली और उत्साह का प्रतिक बन चुका है। मंदिरों की घंटियां , हर हर महादेव के जयकारे और हर ओर छाए हरे रंग ने इस पावन माह की आभा को और भी खास बना दिया है। खासकर महिलाएं इस दौरान पारंपरिक परंपराओं को निभाते हुए हरे रंग के वस्त्र, चूड़ियां, बिंदी, साड़ी और यहां तक की मेहंदी भी बड़े उत्साह से अपनाती है। लेकिन क्या यह सिर्फ एक फैशन ट्रेंड (Fashion Trend) है या फिर इसके पीछे कोई गहरी सांस्कृतिक और आधात्मिक मान्यता भी छिपी है।

श्रृंगार का अहम हिस्सा हरा रंग 

सावन का महीना भगवान शिव (Bhagwan Shiv) की अराधना का सबसे पावन काल माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान देवी पार्वती (Devi Parvati) ने कठिन कप करके शिवाजी को पति के रूप में प्राप्त किया था। यही कारण है कि सुहागन महिलाएं सावन में शिव पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतिक मानते हुए व्रत रखती है और श्रृंगार करती है। इसी श्रृंगार का एक अहम हिस्सा होता है हरा रंग (Green Colour)। 

पौराणिक और सांस्कृतिक महत्व

हरा रंग Green Colour) देवी पार्वती को अत्यंत प्रिय माना जाता है। हरा रंग एक ओर प्रकृति, शांति और उर्वरता का प्रतीक है। वहीं दूसरी ओर यह समर्पण, प्रेम और सौभाग्य का भी प्रतिनिधित्व करता है। सावन का महिने में जब चारों ओर हरियाली बिखरी होती है, तो यह रंग और भी विशेष प्रतीक बन जाता है। भारतीय परंपरा में हरे रंग Green Colour) को सौभाग्य और जीवनदायिनी ऊर्जा से जोड़ा गया है। ऐसे में सुहागन स्त्रियां हरे वस्त्र और चुड़ियों को धारण कर अपने वैवाहिक जूव की सुख समृद्धि की कामना करती है।

व्रत, श्रृंगार और फैशन का मेल

सावन में सोमवार व्रत (Sawan Somwar Vrat) का खास महत्व है, जिसमें महिलाएं व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करती है। इन विशेष अवसरों पर पारंपरिक श्रृंगार भी किया जाता है, जिसमें हरि चूड़ियां, हरी बिंदी और हरे वस्त्र एक धार्मिक भावना से जुड़े होते हैं। हालांकि समय के साथ यह परंपरा अब एक खूबसूरत फैशन ट्रेंड का रुप ले चुकी है । फैशन डिजाइनर्स और बाजार इस नए-नए डिजाइनों के हरे कपड़े, साड़ी, अनारकली सूट और ज्वेलरी पेश करते हैं, जो आधुनिकता और परंपरा का मेल बनकर सामने आते हैं।

कैसे अपनाएं हरा रंग इस सावन में?

अगर आप भी इस सावन में 2025 (Sawan 2025) में पारंपरिक लुक के साथ स्टाइलिश दिखना चाहती हैं, तो रंग के सिल्क या कॉटन साड़ी के साथ ट्रेडिशनल गहनों का संयोजन करें। हरे रंग (Green Colour) के सलवार सूट को कुंमदन चूड़ियों और झुमकों के साथ पहनें। साथ में हरे रंग (Green Colour) की मेहंदी और बिंदी आपको एक सम्पूर्ण सावन लुक दे सकती है।

Tags:    

Similar News