Ram Lala Aarti Live Today : अयोध्या से लाइव : कड़ाके की ठंड में जागृति आरती से जागे रामलला, दिव्य मुस्कान और स्वर्णिम आभा से मंत्रमुग्ध हुए भक्त, आप भी घर बैठे करें दर्शन

Ram Lala Aarti Live Today : राम जन्मभूमि अयोध्या में आज सुबह का नजारा किसी स्वर्ग से कम नहीं था। मार्गशीर्ष की शीतल बयार और सरयू तट से उठती धुंध के बीच, नवनिर्मित भव्य मंदिर में प्रभु श्री रामलला को जागृति आरती के माध्यम से जगाया गया।

Update: 2025-12-29 01:40 GMT

 Ram Lala Aarti Live Today : अयोध्या से लाइव : कड़ाके की ठंड में जागृति आरती से जागे रामलला, दिव्य मुस्कान और स्वर्णिम आभा से मंत्रमुग्ध हुए भक्त, आप भी घर बैठे करें दर्शन

Ram Lala Aarti Live Today : अयोध्या | 29 दिसंबर 2025 : राम जन्मभूमि अयोध्या में आज सुबह का नजारा किसी स्वर्ग से कम नहीं था। मार्गशीर्ष की शीतल बयार और सरयू तट से उठती धुंध के बीच, नवनिर्मित भव्य मंदिर में प्रभु श्री रामलला को जागृति आरती के माध्यम से जगाया गया। आज की सुबह विशेष थी, क्योंकि 2025 के अंतिम दिनों की इस पावन बेला में रामलला का स्वरूप एक अलौकिक तेज बिखेर रहा था।

Ram Lala Aarti Live Today : रामलला का अलौकिक श्रृंगार: जैसे उतर आया हो सूर्य का तेज आज की जागृति आरती (मंगला आरती) के समय रामलला को पीतांबर धारी स्वरूप में सजाया गया। प्रभु के मस्तक पर रत्नजड़ित स्वर्ण मुकुट और गले में कौस्तुभ मणि के साथ ताजे चमेली और गेंदे के पुष्पों की माला सुशोभित थी। सबसे मनमोहक प्रभु की वह मंद मुस्कान थी, जिसे देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो साक्षात पूर्ण ब्रह्म बालक रूप में भक्तों का दुख हरने के लिए मुस्कुरा रहे हों। धूप और दीप की रोशनी जब रामलला के श्यामल विग्रह पर पड़ी, तो पूरा गर्भगृह स्वर्णिम आभा से सराबोर हो उठा।

Full View

भक्ति और शंखनाद का संगम

तड़के जब मंदिर के कपाट खुले, तो वेदमंत्रों और शंखध्वनि ने पूरी अयोध्या नगरी को गुंजायमान कर दिया। पुजारियों ने कपूर और घी के दीपों से प्रभु की नजर उतारी। कड़ाके की ठंड के बावजूद हजारों भक्त 'जय श्री राम' के जयकारों के साथ इस पावन पल के साक्षी बने। रामलला की यह जागृति आरती न केवल दिन की शुरुआत है, बल्कि यह भक्तों के भीतर भक्ति की नई ऊर्जा फूंकने वाला क्षण बन गई।

रामलला का दैनिक आरती चक्र

प्रभु श्री रामलला की सेवा में दिनभर आरतियों और भोग का क्रम जारी रहता है। जागृति आरती के बाद होने वाले प्रमुख आयोजन इस प्रकार हैं:

श्रृंगार और भोग आरती: सुबह की जागृति के बाद प्रभु का राजसी श्रृंगार पूर्ण किया जाता है और दोपहर लगभग 12:00 बजे 'भोग आरती' होती है। इस समय रामलला को विशेष व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। यह समय प्रभु के दरबार की सबसे भव्य झांकी का होता है, जहाँ उन्हें एक राजा की तरह पकवान अर्पित किए जाते हैं।

संध्या आरती: भक्ति की ढलती शाम सूर्यास्त के समय मंदिर परिसर में 'संध्या आरती' का आयोजन होता है। दीपों की कतारों और ढोल-नगाड़ों की थाप पर होने वाली यह आरती मन को असीम शांति प्रदान करती है। शाम की गोधूलि बेला में रामलला का स्वरूप अत्यंत कोमल और वात्सल्यपूर्ण नजर आता है।

शयन आरती: प्रभु का विश्राम दिनभर भक्तों को दर्शन देने के बाद रात्रि में 'शयन आरती' की जाती है। इस आरती के दौरान अत्यंत मधुर भजनों का गायन होता है ताकि बाल स्वरूप रामलला शांतिपूर्वक विश्राम कर सकें। इस आरती के पश्चात मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और पूरी अयोध्या प्रभु के चरणों में ध्यानमग्न हो जाती है।


दर्शन पर आने वाले भक्तो के लिए खास व्यवस्था 

अयोध्या में प्रभु श्री रामलला के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और प्रशासन ने बेहद आधुनिक और सुव्यवस्थित इंतजाम किए हैं। यहाँ दर्शनार्थियों के लिए की गई मुख्य व्यवस्थाओं का विवरण दिया गया है:

सुगम दर्शन

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर में खास व्यवस्था की गई है, ताकि लंबी लाइन होने पर भी लोग आसानी से आगे बढ़ते रहें। दर्शन के लिए प्रवेश और निकास के अलग-अलग द्वार बनाए गए हैं। वर्तमान में सामान्य दर्शन के साथ-साथ विशेष आरतियों (जैसे मंगला या शयन आरती) के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पास की व्यवस्था है, जिससे श्रद्धालु निर्धारित समय पर बिना किसी अफरा-तफरी के दर्शन कर सकें।

तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र

मंदिर के पास ही एक विशाल 'तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र' बनाया गया है। यहाँ भक्तों के लिए अपना सामान, मोबाइल और जूते-चप्पल सुरक्षित रखने के लिए हजारों की संख्या में निशुल्क लॉकर उपलब्ध हैं। इसके अलावा, यहाँ पीने के पानी, शौचालय और आराम करने के लिए प्रतीक्षालय की भी उत्तम व्यवस्था है। मंदिर के अंदर जाने से पहले भक्तों की सुरक्षा जांच इसी केंद्र के पास की जाती है।

दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए विशेष सेवा

बुजुर्गों, दिव्यांगों और बीमार व्यक्तियों के लिए ट्रस्ट की ओर से व्हीलचेयर की निशुल्क व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही, मंदिर परिसर में उन्हें ले जाने के लिए स्वयंसेवकों की मदद भी मिलती है। राम जन्मभूमि पथ से लेकर मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार तक गोल्फ कार्ट (इलेक्ट्रिक वाहन) भी चलाए जाते हैं, ताकि पैदल चलने में असमर्थ लोगों को परेशानी न हो।

सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं

पूरा मंदिर परिसर और अयोध्या धाम हाई-टेक सीसीटीवी कैमरों और सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी में रहता है। आकस्मिक स्थिति के लिए मंदिर के पास ही प्राथमिक उपचार केंद्र और एम्बुलेंस की तैनाती रहती है। इसके अलावा, नगर में जगह-जगह हेल्प डेस्क बनाए गए हैं, जहाँ श्रद्धालु दर्शन मार्ग, रुकने के स्थान और अन्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

प्रसादम और भोजन व्यवस्था

दर्शन के बाद बाहर निकलने वाले प्रत्येक श्रद्धालु के लिए ट्रस्ट की ओर से इलायची दाना या विशेष लड्डू प्रसादम की व्यवस्था रहती है। इसके अलावा, अयोध्या में ट्रस्ट द्वारा संचालित अमावा राम मंदिर और अन्य स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क 'राम रसोई' की व्यवस्था है, जहाँ शुद्ध और सात्विक भोजन प्राप्त किया जा सकता है।


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