Ram Mandir Pran Pratishtha 2.0: राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न, 'राम लला' के बाद 'राजा राम' विराजमान

रामनगरी आयोध्या के राम मंदिर में गुरुवार को दूसरी बार राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। राम लला के बाद राजा राम विराजमान

Update: 2025-06-05 09:35 GMT

Ram Mandir Pran Pratishtha 2.0: रामनगरी आयोध्या के राम मंदिर में गुरुवार को दूसरी बार राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। इससे पहले 22 जनवरी 2024 को प्रभु श्रीराम को बाल स्वरूप में स्थापित किया गया था, जबकि अब दूसरी प्राण प्रतिष्ठा में भगवान राम को राजा के रूप में स्थापित किया गया है।

CM योगी हुए शामिल 

राम मंदिर में राम दरबार के साथ ही 8 देव विग्रहों की भी प्राण प्रतिष्ठा की गई है। दूसरी प्राण प्रतिष्ठा वैदिक मंत्रों के जप के साथ गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर सुबह 11:25 से 11:40 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में संपन्न हुई। जिसमें उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए।

राम दरबार संग 7 मंदिरों के देव-विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा

जानकारी के मुताबिक, रामलला के गर्भगृह के ऊपर यानी पहले तल पर राम दरबार बनाया गया है। इसमें श्रीराम, मां सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न के साथ-साथ हनुमानजी की मूर्ति हैं। इसी के साथ ही मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर बने परकोटे के 6 मंदिरों में भी प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। इनमें भगवान शिव, श्रीगणेश, हनुमान, सूर्य भगवान, मां भगवती, मां अन्नपूर्णा के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा भी हुई।

चार्टर्ड प्लेन से आया आभूषण

विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश नेवादिया ने बताया कि दान दिए आभूषणों में 1000 कैरेट का हीरा, 30 किलो चांदी, 300 ग्राम सोना, 300 कैरेट रुबी से 11 मुकुट बनाए गए हैं। इनके अलावा, गले का हार, कान के कुंडल, माथे का तिलक और चारों भाइयों के लिए धनुष-बाण हैं। बताया जा रहा है कि इन आभूषणों को चार्टर्ड प्लेन से अयोध्या लाया गया।

राम लला के बाद अब राजा राम प्रतिष्ठित

बता दें कि साल 2024 में 22 जनवरी को राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। 22 जनवरी को भगवान राम के बाल रूप की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी, अब गंगा दशहरे के मौके पर अयोध्या में राजा राम की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। इस अवसर पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। दर्शन पूजन कर उन्होंने राजा राम का आशिर्वाद लिया।

भक्तों में उत्साह का माहौल 

22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के गर्भगृह में बाल स्वरूप में रामलला के विराजित होने से भक्तों में उत्साह देखने लायक था। लेकिन अब भगवान श्रीराम राजा राम के रूप में मंदिर के प्रथम तल पर अपने राजदरबार में विराजमान हो गए हैं। जिससे मंदिर की भव्यता के साथ भक्तों में उत्साह और भी ज्यादा बढ़ गया है। 22 जनवरी को 2024 को हुए प्राण प्रतिष्ठा में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ देश-विदेश से नेता-अभिनेता और आम नागरिक भी शामिल हुए थे।   

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