Ram Bhajans Lyrics Hindi: सुबह-शाम सुनें श्रीराम भजन लिरिक्स, जय श्रीराम भजन, राम सिया राम, श्रीराम कृपालु भजमन, राम आएंगे समेत सभी प्रसिद्ध भजन एक जगह
Ram Bhajans LyricsHindi, Top Ram Bhajans with Full Lyrics: हिन्दू धर्म में कई ऐसे भजन है जो हर घर में सुने जाते हैं . श्री राम चंद्र कृपालु भजमन, तेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार भजन, हे राम हे राम, पता नहीं किस रूप में नारायण मिल जाएंगे... जैसे काफी मशहूर है. तो चलिए आपको बताते हैं श्री राम जी मशहूर भजनों के लिरिक्स
Ram Bhajan Lyrics In Hindi
Ram Bhajans LyricsHindi: Top Ram Bhajans with Full Lyrics: मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जो श्री हरि विष्णु के दस अवतारो में से सातवें अवतार हैं. श्री राम ने पूरे जीवन धर्म, सत्य, कर्त्तव्य और मर्यादा का पालन किया. इसलिए उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम भी कहा जाता है. उन्हें एक आदर्श पुरुष के रूप में देखा जाता है. वे करुणा, त्याग और समर्पण की मूर्ति माने जाते है. उन्होंने विनम्रता, मर्यादा, धैर्य और पराक्रम का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण संसार के सामने प्रस्तुत किया है. श्री राम के त्याग, विनम्रता, मर्यादा आदि के कारण हिन्दू धर्म में लोग उन्हें अपना आराध्य मानते हैं. उन्हें बहुत आस्था और निष्ठा के साथ पूजा जाता है. बच्चे हो या बूढ़े, सुबह या शाम हर जुबान जय श्री राम का नाम सुनने को मिलता है.
कहा जाता है राम नाम का जाप करने से मन शांत होता है और जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है. राम नाम में बहुत शक्ति है केवल राम नाम से जीवन की हर समस्या दूर हो जाती है. कई लोग तो सुबह शाम श्री राम के भजन सुनते रहते हैं. हिन्दू धर्म में हर घर में, गली - मोहल्ले में श्री राम के भजन सुनाई पड़ते हैं. राम भजन(Ram Bhajan) सुनने से म केवल आत्मा को शांति मिलती है बल्कि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
हिन्दू धर्म में कई ऐसे भजन है जो हर घर में सुने जाते हैं जिनमे से एक है गायिका स्वाति मिश्रा(Singer Swati Mishra) का राम आएंगे (Ram Ayenge). पिछले साल रिलीज हुआ भजन "राम आएंगे तो अंगना सजाऊंगी..." पूरे देश में काफी लोकप्रिय है. आज भी लोग इसे काफी सुनते हैं. इसी तरह सिंगर हंसराज रघुवंशी(Singer Hansraj Raghuwanshi) का भजन "युग राम राज का आ गया", सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये, पकड़ लो बाँह रघुराई, नहीं तो डूब जाएँगे, श्री राम चंद्र कृपालु भजमन, तेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार भजन, हे राम हे राम, पता नहीं किस रूप में नारायण मिल जाएंगे... जैसे काफी मशहूर है. तो चलिए आपको बताते हैं श्री राम जी मशहूर भजनों के लिरिक्स(Shri Ram Bhajan Lyrics In Hindi).
राम आएंगे तो अंगना सजाऊंगी (Ram Aayenge Bhajan Lyrics In Hindi)
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
राम आयेंगे, आयेंगे, राम आयेंगे।
राम आयेंगे, आयेंगे, राम आयेंगे।
राम आयेंगे, आयेंगे, राम आयेंगे।
राम आयेंगे, आयेंगे, राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
राम आयेंगे तो आंगना सजाऊँगी,
राम आयेंगे तो आंगना सजाऊँगी,
दीया जलाके दिवाली मैं मनाऊँगी,
दीया जलाके दिवाली मैं मनाऊँगी,
मेरे जन्मों के पाप सब कट जायँगे, राम आयेंगे।
मेरे जन्मों के पाप सब कट जायँगे, राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
राम झूलेंगे तो झूला मैं झुलाऊँगी,
राम झूलेंगे तो झूला मैं झुलाऊँगी।
मीठे मीठे गीत गाके मैं सुनाऊँगी,
मीठे मीठे गीत गाके मैं सुनाऊँगी।
मेरी जिन्दगी के दुःख सारे मिट जायँगे, राम आयेंगे।
मेरी जिन्दगी के दुःख सारे मिट जायँगे, राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
मैं तो रुचि-रूचि भोग लगाऊँगी ,
मैं तो रुचि-रूचि भोग लगाऊँगी।
मीठे-मीठे बेर प्रभु को खिलाऊँगी,
मीठे-मीठे बेर प्रभु को खिलाऊँगी।
राम कृपा से भाग मेरे खुल जायेंगे , राम आयेंगे।
राम कृपा से भाग मेरे खुल जायेंगे , राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
मेरी झोपड़ी के भाग
आज जाग जायेंगे राम आयेंगे।
राम आयेंगे, आयेंगे, राम आयेंगे।
राम आयेंगे, आयेंगे, राम आयेंगे।
राम आयेंगे, आयेंगे, राम आयेंगे।
राम आयेंगे, आयेंगे, राम आयेंगे।
युग राम राज का आ गया (Yug Ram Raj Ka aa Gaya Lyrics)
रघुपति राघव राजा राम,
पतित पावन सीता राम।
सीता राम सीता राम,
भज प्यारे तू सीता राम।
अयोध्या अयोध्या आये मेरे प्यारे राम
बोलो जय जय श्री राम
अयोध्या अयोध्या आये मेरे प्यारे राम
बोलो जय जय श्री राम
हे म्हारी आखों के तारे है प्रभु राम
बोलो जय जय श्री राम
युग राम राज का आ गया
शुभ दिन ये आज का आ गया
हुआ जीत सनातन धर्म की
घर घर भगवा लहरा गया
जगा है अवध का भाग जी
गूंजा है विजय का राग जी
योगी संतो की अखियों से
छलके प्रेम अनुराग जी
सज धज के, सज धज के,
ओ सज धज के लगे सबसे न्यारे राम
बोलो जय जय श्री राम
हे म्हारी आखों के तारे है, प्रभु राम
बोलो जय जय श्री राम
रघुनंद का राज तिलक है
राज सिंहासन राम का हक है
राम का होगा राज जगत में
प्रश्न न कोई न कोई शक है
राम की राह में सबकी पलक है
जीत ये सबके लिए ही सबक है
जय श्री राम के नाम का नारा
देता सुनै अम्बर तक है
किसी भी किसी भी युग में ना हारे मेरे प्यारे राम
बोलो जय जय श्री राम
ओ म्हारी आखों के तारे है
बोलो जय जय श्री राम
शरयू के धरे नाच रहे
दोनों किनारे नाच रहे
दसो दिशाएं झूम रही
यहां चांद सितारे नाच रहे
नाच रहे मन भक्तों के यहां
साधु सारे नाच रहे
राम की धुन में होके मगन
सब राम दुलारे नाच रहे
नाच रहे पर्वत पर शंकर
देवी देवता नाच रहे
अयोध्या अयोध्या आये मेरे प्यारे राम
बोलो जय जय श्री राम
हे म्हारी आँखों के तारे है प्रभु राम
बोलो जय जय श्री राम
बाजे मंजीरे और मृदंग
हवा में उड़े केसरिया रंग
लौट आये हैं रघुवंशी
सिया लखन हनुमत के संग
राम, राम, राम, मेरे राम
(राम सिया राम...)
रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया(Rama Rama Ratte Ratte Lyrics)
रामा रामा रटते रटते,
बीती रे उमरिया ।
रघुकुल नंदन कब आओगे,
भिलनी की डगरिया ॥
॥ रामा रामा रटते रटते..॥
मैं शबरी भिलनी की जाई,
भजन भाव ना जानु रे ।
राम तेरे दर्शन के हित,
वन में जीवन पालूं रे ।
चरणकमल से निर्मल करदो,
दासी की झोपड़िया ॥
॥ रामा रामा रटते रटते..॥
रोज सवेरे वन में जाकर,
फल चुन चुन कर लाऊंगी ।
अपने प्रभु के सन्मुख रख के,
प्रेम से भोग लगाऊँगी ।
मीठे मीठे बेरों की मैं,
भर लाई छबरिया ॥
॥ रामा रामा रटते रटते..॥
हमारे साथ श्री रघुनाथ(Hamare Sath Shri Raghunath Lyrics)
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो,
किस बात की चिंता,
शरण में रख दिया जब माथ तो,
किस बात की चिंता ||
किया करते हो तुम दिन रात क्यों,
बिन बात की चिंता..(x2)
तेरे स्वामी को रहती है,
तेरी हर बात की चिंता..(x2)
हमारें साथ श्री रघुनाथ तो,
किस बात की चिंता ||
ना खाने की ना पीने की,
ना मरने की ना जीने की..(x2)
रहे हर स्वास पर भगवान के,
प्रिय नाम की चिंता..(x2)
हमारें साथ श्री रघुनाथ तो,
किस बात की चिंता ||
विभिषण को अभय वर दे किया,
लंकेश पल भर में..(x2)
उन्ही का कर रहे गुणगान तो,
किस बात की चिंता..(x2)
हमारें साथ श्री रघुनाथ तो,
किस बात की चिंता ||
हुई ब्रजेश पर किरपा,
बनाया दास प्रभु अपना..(x2)
उन्ही के हाथ में अब हाथ तो,
किस बात की चिंता..(x2)
हमारें साथ श्री रघुनाथ तो,
किस बात की चिंता ||
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो,
किस बात की चिंता,
शरण में रख दिया जब माथ तो,
किस बात की चिंता ||
राम को देख कर श्री जनक नंदिनी(Ram ko Dekh Kar Shri Janak Nandini Lyrics)
राम को देख कर श्री जनक नंदिनी,
बाग में जा खड़ी की खड़ी रह गयी,
राम को देख कर श्री जनक नंदिनी,
बाग में जा खड़ी की खड़ी रह गयी,
राम देखे सिया माँ सिया राम को,
चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी
राम देखे सिया माँ सिया राम को,
चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी राम को देख कर
थे जनकपुर गये देखने के लिए,
थे जनकपुर गये देखने के लिए,
सारी सखियाँ झरोकान से झाँकन लगी,
सारी सखियाँ झरोकान से झाँकन लगी,
देखते ही नजर मिल गयी दोनों की,
जो जहाँ थी खड़ी की खड़ी रह गयी
देखते ही नजर मिल गयी दोनों की,
जो जहाँ थी खड़ी की खड़ी रह गयी
राम को देख कर श्री जनक नंदिनी,
बाग में जा खड़ी की खड़ी रह गयी
बोली है एक सखी राम को देखकर,
बोली है एक सखी राम को देखकर,
रच दिए है विधाता ने जोड़ी सुघर,
रच दिए है विधाता ने जोड़ी सुघर,
पर धनुष कैसे तोड़ेंगे वारे कुंवर,
सब में शंका बनी की बनी रह गयी
पर धनुष कैसे तोड़ेंगे वारे कुंवर,
सब में शंका बनी की बनी रह गयी
राम को देख कर श्री जनक नंदिनी,
बाग में जा खड़ी की खड़ी रह गयी
बोली दूजी सखी छोटन देखन में है,
बोली दूजी सखी छोटन देखन में है,
बोली दूजी सखी छोटन देखन में है,
पर चमत्कार इनका नहीं जानती,
एक ही बाण में ताड़िका राक्षसी,
उठ सकी ना पड़ी की पड़ी रह गयी
एक ही बाण में ताड़िका राक्षसी,
उठ सकी ना पड़ी की पड़ी रह गयी
राम को देख कर श्री जनक नंदिनी,
बाग में जा खड़ी की खड़ी रह गयी..
नगरी हो अयोध्या सी (Nagri Ho Ayodhya Si Lyrics)
नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो,
चरन हो राघव के, जहाँ मेरा ठिकाना हो।
कौशल्या सी माई हो लक्ष्मण सा भाई
और स्वामी तुम्हारे जैसा मेरा रघुराई हो
नगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो
और चरण हो राघव के जहाँ मेरा ठिकाना हो
नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो,
चरन हो राघव के, जहाँ मेरा ठिकाना हो।
श्रद्धा हो श्रवण जैसी शबरी सी भक्ति हो
और हनुमत के जैसी निष्ठा और शक्ति हो
नगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो
और चरण हो राघव के जहाँ मेरा ठिकाना हो.
मेरी जीवन नैया हो प्रभु राम खेवैया हो
और राम कृपा की सदा मेरे सर छय्या हो
नगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो
और चरण हो राघव के जहाँ मेरा ठिकाना हो.
सरयू का किनारा हो निर्मल जल धारा हो
और दरश मुझे भगवन हरी घडी तुम्हारा हो
नगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो
और चरण हो राघव के जहाँ मेरा ठिकाना हो
नगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो
और चरण हो राघव के जहाँ मेरा ठिकाना हो.
सीताराम सीताराम सीताराम कहिए(Sitaram Sitaram Sitaram Kahiye Lyrics)
सीताराम सीताराम सीताराम कहिए।
जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिए।।
मुख में हो राम नाम, राम सेवा हाथ में,
तू अकेला नहीं प्यारे, राम तेरे साथ में,
विधि का विधान जान, हानि-लाभ सहिए।।
किया अभिमान तो फिर मान नहीं पाएगा,
होगा वही प्यारे जो श्रीराम जी को भाएगा,
फल आशा त्याग शुभ कर्म करते रहिए।।
जाहि विधि राखे राम, ताहि विधि रहिये ॥
सीताराम सीताराम सीताराम कहिए।
जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिए।।
जिन्दगी की डोर सौंप हाथ दीनानाथ के,
महलों में राखे चाहे झोंपड़ी में वास दे,
धन्यवाद निर्विवाद राम राम कहिए।।
जाहि विधि राखे राम, ताहि विधि रहिये ॥
सीताराम सीताराम सीताराम कहिए।
जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिए।।
आशा एक राम जी से दूजी आशा छोड़ दे,
नाता एक राम जी से दूजा नाता तोड़ दे,
काम रस त्याग प्यारे राम रस गहिए।।
जाहि विधि राखे राम, ताहि विधि रहिये ॥
सीता राम सीता राम, सीताराम कहिये,
जाहि विधि राखे राम, ताहि विधि रहिये ।
हे राम, हे राम (Hey Ram Hey Ram Lyrics)
हे राम, हे राम
जग में साचो तेरो नाम
हे राम, हे राम
तू ही माता, तू ही पिता है
तू ही माता, तू ही पिता है
तू ही तो है, राधा का श्याम
हे राम, हे राम
तू अंतर्यामी, सबका स्वामी
तू अंतर्यामी, सबका स्वामी
तेरे चरणों में, चारो धाम
हे राम, हे राम
तू ही बिगड़े, तू ही सवारे
तू ही बिगड़े, तू ही सवारे
इस जग के, सारे काम
हे राम, हे राम
तू ही जगदाता, विश्वविधता
तू ही जगदाता, विश्वविधता
तू ही सुबह, तू ही शाम
हे राम, हे राम
हे राम, हे राम
जग में साचो तेरो नाम
हे राम, हे राम
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन(Shri Ram Chandra Kripalu with Lyrics)
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम्।
नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।।
कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज सुन्दरम्।
पट्पीत मानहु तडित रूचि शुचि नौमी जनक सुतावरम्।।
भजु दीन बंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकंदनम्।
रघुनंद आनंद कंद कौशल चंद दशरथ नन्दनम्।।
सिर मुकुट कुण्डल तिलक चारु उदारू अंग विभूषणं।
आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खर-धूषणं।।
इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनम्।
मम ह्रदय कुंज निवास कुरु कामादी खल दल गंजनम्।।
मनु जाहिं राचेऊ मिलिहि सो बरु सहज सुंदर सावरों।
करुना निधान सुजान सिलू सनेहू जानत रावरो।।
एही भांती गौरी असीस सुनी सिय सहित हिय हरषी अली।
तुलसी भवानी पूजि पूनी पूनी मुदित मन मंदिर चली।।
जानि गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि।
मंजुल मंगल मूल वाम अंग फरकन लगे।।
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम्।
नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।।
राम सिया राम सिया राम जय जय राम(Ram Siya Ram Siya Ram Jai Jai Ram Lyrics)
कौशल्या दशरथ के नंदन
राम ललाट पे सोभित चंदन
रघुपति की जय बोले लक्षमण
राम सिया का हो अभिनंदन
अंजनिपुत्र पड़े है चरण में
रामसिया जपते तनमन में
मंगल भवन अमंगल हारी
द्रवहु सुदशरथ अजर बिहारी
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
मेरे तन मन धड़कन में
सिया राम राम है
मन मंदिर के दर्पण में
सिया राम राम है
तू ही सिया का राम
राधा का तू ही श्याम
जनमो जनम का ही ये साथ है
मीरा का तू भजन
भजते हरि पवन
तुलसी ने भी लिखी ये बात है
मंगल भवन अमंगल हारी
द्रवहु सुदशरथ अजर बिहारी
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
मंगल भवन अमंगल (राम सिया राम सिया राम जय जय राम)
हारी (राम सिया राम सिया राम जय जय राम)
मंगल भवन अमंगल हारी (राम सिया राम सिया राम जय जय राम राम सिया राम सिया राम)
द्रवहु सुदशरथ अजर बिहारी (जय जय राम राम सिया राम सिया राम जय जय राम)
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम