Karwachauth Ka 'Bayna' Aise Nikalen: करवाचौथ पर सासू माँ के लिए बायना ऐसे निकालें, मिलेगा ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद...

Update: 2023-10-25 11:57 GMT

Karwachauth Ka 'Bayna' Aise Nikalen: करवाचौथ से जुड़ी एक खास परंपरा है 'सासू माँ के लिए बायना ' निकालने की। ये तो सभी जानते हैं कि पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं करवाचौथ का व्रत बहुत उत्साह से करती हैं और साल भर इस शुभ दिन का बेसब्री से इंतज़ार भी करती हैं। भूखी- प्यासी रहने के बावजूद महिलाएं करवाचौथ से जुड़ी रस्में निभाने के सभी जतन करती हें। बायना देना भी एक ऐसी ही रस्म है। आमतौर पर मायके से सासू माँ के लिए 'बायना' आता है। यदि ऐसा है तो अलग बात है लेकिन अगर ऐसा किसी कारणवश संभव नहीं है तो आप खुद भी 'बायना' निकाल सकती हैं। 'बायना' सासू माँ या उनकी अनुपस्थिति में ननंद या फिर किसी भी उम्र में बड़ी,आदरणीय विवाहित महिला को दिया जा सकता है। ये एक प्रेमभरा उपहार है जिसके बदले में आपको ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद मिलेगा। तो आइए जानते हैं कि 'बायना' कैसे तैयार किया जाता है। उसमें कौन-कौन सी चीज़ें ज़रूर शामिल रहनी चाहिए।

'बायना' ऐसे करें तैयार

साड़ी

सासू माँ को बायना देने के लिए एक सुंदर-सी साड़ी खरीदें। अब त्योहार का मौका है तो ज़री या वर्क वाली साड़ी लेना बेहतर होगा। क्योंकि त्योहार का रंग तो सुंदर सजधज से ही जमता है। हों कुल पांच वस्त्र साड़ी को मिलाकर पांच वस्त्र रखना शुभ माना जाता है। ऐसे में आप ब्लाउज़ पीस, पेटीकोट, रुमाल और मोजे यानी साॅक्स रख सकती हैं। अगर पांच चीज़ें संभव न हों तो ब्लाउज़ पीस तो ज़रूर ही रखें।

सुहाग सामग्री

साड़ी के ऊपर आप सुहाग सामग्री रखें। इसमें बिंदी का पत्ता, सिंदूर और चूड़ा ( या लाख के कड़ों का सैट या फिर कांच की चूडियों का सैट) अनिवार्य है। इसके अलावा आप मेहंदी का कोन, लिपस्टिक, नेल पेंट, क्षमतानुसार बिछिया या पायल या नाक की लौंग आदि भी सुहाग सामग्री में जोड़ सकती हैं।

करवा

करवाचौथ है तो बायना में करवा होना तो बेहद ज़रूरी है ही। मार्केट से मीठा करवा लाएं। इसे खील-बताशे या फिर ड्राई फ्रूट्स से भर कर बायना की सामग्री में शामिल करें।

मिठाई

अपनी सासू माँ की पसंद की कोई मिठाई भी बायना में शामिल करें। अगर बायना कहीं भिजवाना है तो आप बताशे का पैकेट भी रख सकती हैं।

नारियल

बायना में नारियल या नारियल का गोला भी ज़रूर रखें।

फल

अगर आपकी सासू माँ साथ ही या आसपास रहती हैं तो बायना में मौसमी फल भी रखें। रखें कुछ धनराशि भी सम्मानपूर्वक बायना में कुछ धनराशि भी रखें। यह राशि इक्कीस, इक्यावन या एक सौ एक रुपये, कितनी भी अपनी क्षमतानुसार हो सकती है। आखिर में थाली को मनसें बायना की सारी सामग्री को एक थाली में इकट्ठा करें। अगर थाली को डेकोरेट कर लेंगी तो और भी अच्छा। अब अपने साड़ी के पल्लू या चुनरी के किनारे में पूजा कलश से थोड़ा सा पानी लें। उसे बायना के ऊपर से मनसें यानी फेरें। अब आपका बायना देने के लिए तैयार है। अगर आप सासू मां के साथ ही रहती हैं तो करवाचौथ की रात को चांद देखने के बाद उनके चरण स्पर्श कर उन्हें बायना दें। और अगर वे दूर कहीं रहती हैं तो पहले से ही बायना भिजवाने की व्यवस्था करें ताकि करवाचौथ से पहले उन्हें बायना मिल सके। प्रेमपूर्वक निकाला गया बायना पाकर वे बहुत खुश होंगी और आपको ढेर सारा आशीर्वाद देंगी।

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