JANMASHTAMI 2025 : भगवान श्री कृष्णा की करें ऐसी पूजा और मंत्र जाप... की छूमंतर हो जाये सारे दुःख
JANMASHTAMI 2025 :
JANMASHTAMI 2025 : भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्री कृष्ण का ठीक मध्य रात्रि में अवतरण हुआ था| कारागार में मध्य रात्रि के समय अत्यंत कष्ट में भी प्रसन्न चित्त माता देवकी ने उन्हे जब जन्म दिया तो वे अवगत थीं कि वे प्रकृति के नियंता को पृथ्वी पर जन्म देने जा रही हैं| पिता ने जब एक टोकरी में डाल कर यमुना में बहाया तो वे भी अवगत थे कि सर्वकारणो के कारण साक्षात विष्णु को किसी एक परिवार तक सीमित नही रखा जा सकता| ईश्वर को पृथ्वी पर लाने वाली माँ देवकी और पिता वसुदेव ने कष्टों को सहकर कठिन साधना की और ईश्वर की इस लीला का प्रमुख कारण बने|
ऐसे ही आपके भी जीवन में अगर अपार कष्ट है तो आप भी समस्या के अनुसार श्री कृष्णा की पूजा करें और अपनी समस्या से निजात पाएं. आइये पंडित डॉ दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार जानें कैसे करें कुछ खास उपाय और मन्त्रों का जप की जीवन बन जाये सुगम और सरल :-
संतान प्राप्ति का मार्ग होगा सुगम
यदि विवाह के कई वर्षो के पश्चात भी संतान की प्राप्ति नहीं हुई है तो जन्माष्टमी की रात्रि निराहार रहकर केसर और कस्तुरी युक्त गाय के दूध से बाल गोपाल की प्रतिमा का अभिषेक करें। संतान गोपाल मंत्र का पठन करें या इस मंत्र का जाप करें:
मंत्र: कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरी। नन्दगोप सुतं देहि पतिं में कुरुते नम:॥ प्रत्येक गुरुवार को इस प्रक्रिया को दोहरायें। लाभ होगा। “ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप नित्य करें।
शीघ्र विवाह होगा विवाहविवाह में यदि देरी हो रही है और बाधा भी है तो हरे वस्त्र पहने हुए राधा कृष्ण की एक तस्वीर अपने पूजा स्थान में लगायें। जन्माष्टमी की रात्रि से इस मंत्र का जाप प्रारम्भ करें:
मंत्र: कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।प्रणत क्लेश नाशाय गोविन्दाय नमो नम:। मंत्र का जाप प्रतिदिन करें।
कर्ज से मिलेगी मुक्ति
कर्ज ऋण मुक्ति के लिये जन्माष्टमी की रात्रि भगवान का पूजन और श्रृंगार करें और एक तेल का दीपक पीपल के पेड के नीचे रख दें। घर वापस आ कर आठ कौडियों को पीले वस्त्र में बान्ध दें और प्रतिदिन उसे सीधे हाथ में रख कर मंत्र, ‘ह्रीं श्रीं श्रीयै नम:’ का जाप करें। गुरु वार को भगवान के दर्शन करें।
रोजगार संबंधी समस्या का होगा समाधान
रोजगार सम्बन्धी समस्या के लिये जन्मष्टमी की रात्रि गोपाल सहस्रनाम का पठ करते हुए भगवान को पीले पुष्प अर्पित करें। तत्पश्चात प्रत्येक गुरुवार को भगवान के दर्शन कर पीले पुष्प करें।
दूर होगा भय, बढेगा आत्म विश्वास
यदि किसी भी तरह की बाधा य कोई भय आपको चिंतित कर रहा है। या आप महसूस कर रहे है कि आप में आत्म विश्वास की कमी है, तो भगवान श्रीकृष्ण को किसी भी अष्टमी को काली तिल और चावल अर्पित कर प्रतिदिन इस मंत्र का जाप 6 मिनट करें। भय से मुक्ति मिलेगी और आत्मविश्वास भी बढेगा।
मंत्र : वसुदेव सुतम देवम, कंस चाणूर मर्दनम। देवकी परमानन्दम कृष्णम वन्दे जगत गुरुम।।