Good Habits for Children : बच्चों को सिखाएं कुछ अच्छी आदतें, ज्ञान-बुद्धि के साथ बढ़ेगी एकाग्रता, भय होगा दूर

ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर लें, सूर्य देव को जल अर्पित करें. पूजा-पाठ करने के बाद कुछ खाएं. हालांकि बदलते परिवेश में अब यह असंभव सा लगता है. परिवार के लिए बच्चे भविष्य हैं. उनकी सही परवरिश जरूरी है, इसलिए उन्हें ये है तो छोटी आदतें पर हैं बड़े काम की सिखाना चाहिए.

Update: 2024-05-21 06:05 GMT

Good Habits for Children  : हिन्दू  धर्म में जीवन जीने के लिए एक पद्धति है, जिसमें कुछ नियम बने हैं, जिनका पालन बच्चे, महिलाएं, पुरुष सभी करते हैं. उदाहरण के तौर पर ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर लें, सूर्य देव को जल अर्पित करें. पूजा-पाठ करने के बाद कुछ खाएं. हालांकि बदलते परिवेश में अब यह असंभव सा लगता है, हालांकि अभी भी जिनसे हो पाता है, वे इस नियम का पालन करते हैं.

परिवार के लिए बच्चे भविष्य हैं. उनकी सही परवरिश जरूरी है. कई बार पैरेंट्स इस बात की शिकायत करते हैं कि उनका बच्चा कुछ भी याद नहीं रखता है, उसकी स्मरण शक्ति ​कमजोर है. उसमें आत्मविश्वास की कमी है. उसे अनजाना भय लगा रहता है.

इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए आप अपने बच्चे को कुछ मंत्र सीखा सकते हैं, जिनका वे जाप कर सकते हैं, जिससे उनकी स्मरण शक्ति और एकाग्रता बढ़ सकती है. 



1. हनुमान जी का मंत्र


अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं, अनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।

सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं, रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।

मनोजवं मारुततुल्यवेगमं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।

वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये।

2. गायत्री मंत्र (स्मरण शक्ति और एकाग्रता को बढ़ाने के लिए गायत्री मंत्र का पाठ करना चाहिए.)


ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्.

3. धन, विद्या और विष्णु कृपा का मंत्र


इस मंत्र को सुबह उठने पर पढ़ना चाहिए. इस मंत्र को पढ़ते समय अपने दोनों हाथों को सामने रखें, ताकि दोनों हथेली आपको दिखे. इसमें बताया गया है कि आपके हथेली में माता लक्ष्मी, देवी सरस्वती और भगवान विष्णु का वास है. प्रात: उनका दर्शन करें.

कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती।

करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम॥

4. त्रिदेव, नवग्र​ह मंत्र ( इस मंत्र में ब्रह्मा, विष्णु, शिव जी की वंदना के साथ सभी नवग्रह की शांति के बारे में कहा गया है.)


ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरान्तकारी भानु शशि भूमि-सुतो बुधश्च।

गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव: सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।


5. आदिशक्ति मंत्र (यह आदिशक्ति मां जगदंबा का मंत्र है. इसको पढ़ने से जीवन में खुशहाली, सुख और शांति आती है.)


सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सवार्थसाधिके।

शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।

मंत्र पढ़ने की विधि

इनमें तीसरे मंत्र को उठते समय ही पढ़ लें. उसके बाद आप सुबह में स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें. फिर सूर्य देव को जल से अर्घ्य दें. उसके बाद पूजा स्थान पर एक आसन बिछा लें. वह कुश या कंबल का बना हो तो ज्यादा अच्छा माना जाता है. उस पर पालथी मारकर बैठ जाएं. फिर इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं.

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