Ganesh Chaturthi 2025 : चतुर्योग में विराजेंगे गणेश जी, जाने आज दिन भर के मुहूर्त
Ganesh Chaturthi 2025 : शुभ योग ,आनंद योग, रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग मे होगी गणेश जी की पूजा.
Ganesh Chaturthi 2025 : सतयुग में सत्य के प्रतिनिधि देव, महादेव यने शिव और उनकी अर्द्धांगिनी शक्ति स्वरूपा माँ पार्वती की संतान के रूप में जब गजानन का जब अवतरण हुआ तो, इसका उद्देश्य यही था कि मानव मात्र के जीवन में जब भी सत्य मन और शक्ति को लेकर असंतुलन होगा और जीवन में बाधायें आयेंगी तो उसके निवारण का सारा उत्तरदायित्व भगवान श्रीगणेश क ही होगा|
शास्त्रों में गणेश जी को ' एकदंतो महबुद्धि:' कहा गया है, अर्थात एकदंत श्री गणेश ने समस्या के समाधान के लिये बुद्धि के प्रतीक अपने गजशीश में उपलब्ध दोनो दाँतो कानही अपितु अपने भक्त की समस्या के समूल नाश के लिये उसे मानसिक एकाग्रता और शांति भी प्रदान करते हैं|
शुभ योग ,आनंद योग, रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग मे होगी गणेश जी की पूजा
बुधवार 27 तारीख को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी है। शुक्ल योग भी है।जीवन मे प्रगति और लोकप्रियता के साथ स्थिरता प्राप्त करने के लिये इस दिन गणेश जी पूजन अत्यंत लाभदायक होगा।
स्थापना मुहूर्त ज्योतिषाचार्य डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे केे अनुसार
सिंह लग्न में प्रात: 7.15 बजे तक|
वृश्चिक लग्न में प्रात: 11.37 से 1.52 तक|
कुम्भ लग्न में सायंकाल 5.46 से 7.21 तक|
वृषभ लग्न में रात्रि 10.35 से 12.34 तक|
गणेश चतुर्थी को चन्द्र दर्शन वर्जित है| चन्द्र दर्शन करने से मिथ्या आरोप लगता है एसा शास्त्रों में बताया गया है| चंद्रोदय 9.01 बजे रात्री|
भद्रा का प्रभाव नही
दोपहर 3.45 तक भद्रा है| भद्रा का प्रभाव इसलिये नही होगा क्यो कि चन्द्र कन्या राशी मे है। “ मुहुर्त चिंता मणि” मे वर्णित है कि जब चन्द्र कन्या राशी मे होतो भद्रा पाताल लोक मे गमन करती है। अत: भद्रा का कोई दुष्प्रभाव नही होगा।