Ganapati idol and worship : जैसी समस्या वैसे विराजिए बप्पा को, आइए जाने किस सामग्री का क्या है महत्व और राशि अनुरूप पूजा
Ganapati idol and worship : राशी के अनुसार गणेश जी के मंत्रों का उच्चारण करते हुए गणेश चतुर्थी के दिन दूर्वा और पुष्प अर्पित करने से मनोकामनायें पूर्ण होती है और सभी बाधाओं का शमन होता है.
शास्त्रों में विधान है कि गणेश जी की आकृति, विभिन्न सामग्रियों से बनाकर उसका विधिवत पूजन करने से समस्याओं के समाधान का पथ सुलभ होता है| तो आइए जानें पंडित डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे अनुसार किस चीज का क्या है महत्व और राशि अनुसार गणेश पूजा।
1. चावल के गणेश
सफेद चावल के गणेश बनाकर उनका शीश लाल चावल से बनायें और आम की लकडी के आसन पर बैठाएं| मंत्र, 'ह्रीं ब्रह्म स्तुताए नम:' से इस दस दिवसीय आराधना में पूजन करें| पारीवारिक शांति मिलेगी और पति पत्नि के सम्बंध मधुर होंगे|
2. मूंग दाल के गणेश
बुद्धि और निर्णय लेने सम्बंधी समस्या के समधान के लिये हरे रंग की खडी मूंग और गुड को मिलाकर गणेश जी बनायें| दस दिन तक 'शूर्प कर्णाए नम:' मंत्र से पूजन करें| छात्रों को लाभ होगा, बुद्धि सम्बंधी समस्या का समधान होगा|
3. लाल चन्दन के गणेश
लाल चन्दन को पीस कर उसके गणेश जी बनायें| लाल आसन पर स्थापित करें और दस दिन तक, 'रक्त लम्बोदराय नम:' मंत्र से पूजन करें| ऊर्जा बढेगी, प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी और रोग भी शांत होंगे|
4. गोबर के गणेश
गाय के गोबर से गणेश बनाकर उसे सुखा लें| दस दिन तक मंत्र्, 'ब्रह्म वित्तमाये नम:' से पूजन करें|आर्थिक और न्यायिक याने, कोर्ट कचहरी सम्बंधी समस्या क समाधान होगा|
राशी के अनुसार करें पूजन
राशी के अनुसार गणेश जी के मंत्रों का उच्चारण करते हुए गणेश चतुर्थी के दिन दूर्वा और पुष्प अर्पित करने से मनोकामनायें पूर्ण होती है और सभी बाधाओं का शमन होता है:
1. मेष: ऊँ हेरम्बाय नम:|
2. वृषभ: ऊँ श्री निधिये नम: |
3. मिथुन: ऊँ वक्रतुंडाय नम: |
4. कर्क: ऊँ शम्भु पुत्राय नम:|
5. सिह: ऊँ रक्त वाससाय नम:|
6 कन्या: ऊँ शूर्पकर्णकाय नम: |
7. तुला: ऊँ श्रीमतये गणेशाय नम: |
8. वृश्चिक: ऊँ अंगारकाय श्री गणेशाय नम: |
9. धनु: ऊँ गणाधिपतये नम: |
10. मकर: ऊँ नील लम्बोगराय नम: |
11.कुम्भ: ऊँ व्रातपतये नम: |
12.मीन: ऊँ वरदमूर्तये नम: |