Chanakya Niti : ये आदतें बना देंगी गरीब, समय रहते छोड़ दें वर्ना पड़ेगा पछताना, जानिए आचार्य चाणक्य की नीति...

Chanakya Niti : ये आदतें बना देंगी गरीब, समय रहते छोड़ दें वर्ना पड़ेगा पछताना, जानिए आचार्य चाणक्य की नीति...

Update: 2023-08-29 08:46 GMT

Chanakya Niti : NPG डेस्क। प्रकांड विद्वान आचार्य चाणक्य ने ऐसे नीतिशास्त्र की रचना की, जिससे आम आदमी को व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन की अड़चनों को दूर करने में बहुत मदद मिलती है। उसका दिशानिर्देशन भी होता हो कि आखिर कहां उससे गलती हो रही है और कहां और कब उसे खुद में सुधार करने की सख्त जरूरत है।

जीवन में धन का महत्व

आचार्य चाणक्य ने माना है कि अर्थ यानी धन की जीवन संचालन में महत्त्वपूर्ण भूमिका है। दारिद्रय अनेक समस्याओं की जड़ है। इसलिए व्यक्ति को चाहिए कि वह अपने जीवनकाल में धन कमाने, बचाने और उसके युक्तिसंगत खर्च करने की आदत डाले। आचार्य कहते हैं कि धन की देवी लक्ष्मी उसी पर अपना आशीर्वाद बरसाती हैं जो अच्छी आदतों को अपनाता है। खराब आदतें व्यक्ति को धीरे-धीरे गरीब बना देती हैं। इसलिए तत्काल प्रभाव से ऐसी गलत आदतों का त्याग कर देना चाहिए। आचार्य के अनुसार ऐसी आदतें ये हैं-

कड़वा बोलने की आदत

कुछ लोग बहुत कड़वा बोलते हैं। ऐसे लोगों को लगता है कि कड़वा बोलकर ही अपने अधीनस्थों पर काबू रखा जा सकता है। जबकि असल बात यह है कि मजबूरी वश भले ही अधीनस्थ या परिजन चुप हैं लेकिन वे आपसे प्रेम नहीं कर सकते। आचार्य चाणक्य ने भी कड़वा बोलने वाले को आगाह किया है कि अपनी इस बुरी आदत को जल्द से जल्द बदलें क्योंकि एक तो ऐसे व्यक्ति पर माँ लक्ष्मी की कृपा नहीं बरसती, दूसरे, करीबी लोग और व्यावसायिक संबंध रखने वाले भी दूर छिटकने लगते हैं। इसलिए प्रेमपूर्वक मीठे वचन बोलने की आदत डालें अन्यथा आपको नुकसान होना तय है।

गंदा रहने की आदत

माँ लक्ष्मी का वास उसी घर में होता है जहां साफ-सफाई का ध्यान रखा जाता है, जहां लोग नियमित रूप से स्नान-ध्यान करते हैं। स्वच्छ वस्त्र धारण करते हैं। साथ ही अपने घर, कार्यालय और आसपास गंदगी न फैले, इसका ध्यान रखते हैं। जो लोग स्वच्छता की आदत नहीं अपनाते, उनपर भी माता लक्ष्मी की कृपा नहीं बरसती।

आलस करने की आदत

ऐसा इंसान जो हमेशा, हर कार्य में आलसीपन दिखाता है उसके पास तो धन आने की ही संभावना नहीं है, क्योंकि धन आगमन तभी होता है जब इंसान परिश्रम करता है। बिना परिश्रम के तो दो वक्त की रोटी कमाना भी कठिन है। समृद्धि तो स्वपन में भी नहीं मिल सकती। इसलिए आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इंसान को आलस करने की अपनी आदत का तुरंत त्याग करना चाहिए यदि वह अपनी ज़िंदगी में सम्पन्न कहलाने की इच्छा रखता है।

सूर्यास्त के बाद भी सोने की आदत

कोई भी व्यक्ति अगर संध्या काल में सूर्यास्त के बाद भी सोता रहता है तो ऐसे व्यक्ति के पास लक्ष्मी नहीं टिकती। आचार्य चाणक्य कहते हैं की सूर्यास्त से पूर्व ही बिस्तर का त्याग कर देना चाहिए। जो व्यक्ति देर तक सोने की इस बुरी आदत को छोड़ देगा, और अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में लग जाएगा, उसपर माता लक्ष्मी ज़रूर प्रसन्न होंगी।

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