Aja Ekadashi 2024 : भाद्रपद माह की पहली एकादशी कल... जाने मुहुर्त, पूजा विधि और विशेष उपाय

Aja Ekadashi 2024 : अजा एकादशी का व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है. माना जाता है कि अजा एकादशी व्रत की कथा सुनने से अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति होती है.

Update: 2024-08-28 13:50 GMT

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Aja Ekadashi Vrat 2024 :  भाद्रपद माह में पड़ने वाली पहली एकादशी को अजा एकादशी (Aja Ekadashi) के नाम से जाना जाता है और यह बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है।

पुराणों में वर्णन के अनुसार, अजा एकादशी का व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा (Vishnu Puja) करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है. माना जाता है कि अजा एकादशी व्रत की कथा सुनने से अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति होती है.

वैसे तो सालभर में पड़ने वाली सभी एकादशियों का महत्व बेहद खास होता है, लेकिन भादों माह की पहली एकादशी बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। मान्यता है कि इस एक व्रत को करने से पिछले जन्मों के पापों से भी मुक्ति मिल सकती है।

आइए जानते हैं इस बार अजा एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा और पूजा का मुहूर्त क्या है?

कब रखा जाएगा अजा एकादशी का व्रत? (Kab Hai Aja Ekadashi)



हर साल भाद्रपद यानी भादो माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर अजा एकादशी (Aja Ekadashi Vrat) का व्रत रखा जाता है। पंचांग के मुताबिक इस साल इस तिथि की शुरुआत 29 अगस्त 2024 दिन गुरुवार की मध्य रात्रि 1 बजकर 30 मिनट पर होगी, जिसका समापन 30 अगस्त 2024 दिन शुक्रवार की रात 1 बजकर 37 मिनट पर इसका समापन होगा। हिंदू धर्म में पूजा-पाठ में उदयातिथि मान्य होती है। ऐसे में यह व्रत इस साल 29 अगस्त 2024 दिन गुरुवार को रखा जाएगा।

अजा एकादशी पूजा शुभ मुहूर्त (Aja Ekadashi Shubh Muhurat)

अजा एकादशी के दिन व्रत रखने वाले जातक सूर्योदय के बाद यानी 5 बजकर 58 मिनट से कर सकते हैं। अजा एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 28 मिनट से सुबह 5 बजकर 13 मिनट तक है और शुभ मुहूर्त यानि अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक है। इस दिन राहुकाल दोपहर 1 बजकर 58 मिनट से दोपहर 3 बजकर 34 मिनट तक है, इस समय में पूजा न करें।  


अजा एकादशी के उपाय (Aja Ekadashi Ke Upay)




  • अगर आप जीवन में लंबे समय से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो इस परेशानी से मुक्ति पाने के लिए अजा एकादशी के दिन किया गया उपाय फलदायी माना जाता है। अजा एकादशी के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें और प्रिय चीजों का भोग लगाकर जीवन में सुख-शांति की प्रार्थना करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से प्रभु प्रसन्न होते हैं और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। साथ ही धन लाभ के योग बनते हैं।
  • वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए अजा एकादशी के दिन तुलसी के पौधे की पूजा-अर्चना करें, क्योंकि इस पौधे में मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। इस उपाय को करने से साधक का वैवाहिक जीवन सदैव खुशहाल रहता है और रिश्ते मजबूत होते हैं।
  • सनातन धर्म में किसी पर्व या व्रत के दौरान दान करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि अजा एकादशी के दिन श्रद्धा अनुसार अन्न, वस्त्र और धन का दान करने से साधक को सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
  • मनचाही नौकरी पाने के लिए अजा एकादशी की पूजा के दौरान एक सिक्के पर रोली, अक्षत और पुष्प चढ़ाएं। इसके बाद इसे लाल कपड़े में बांधकर घर या ऑफिस में रख दें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से कार्यक्षेत्र में तरक्की के योग बनते हैं और साधक को मनचाही जॉब प्राप्त होती है।

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