Thai Massage Kya Hota Hai Full Detail: थाई मसाज क्या होता है? आखिर इसमें क्या है ऐसा खास! जानिए थाईलैंड के फेमस थाई मसाज का पूरा सच
Thai Massage Kya Hota Hai Full Detail: थाईलैंड पूरी दुनिया में अपनी प्राकृतिक सुंदरता और रंगीन नाइट लाइफ के लिए जाना जाता है। लेकिन यहां एक और चीज है जो लोगों को काफी आकर्षित करती है वह है यहां का थाई मसाज। यह मसाज पद्धति हजारों सालों से यहां चलती आ रही है। जब भी कोई पर्यटक थाईलैंड की यात्रा करने की योजना बनाता है, तो थाई मसाज का अनुभव लेना पसंद करता है। यह केवल शारीरिक मसाज नहीं है बल्कि यह हमारे शरीर, मन और आत्मा तीनों को प्रभावित करती है। आज हम आपको थाई मसाज के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।
Thai Massage Kya Hota Hai Full Detail: थाईलैंड पूरी दुनिया में अपनी प्राकृतिक सुंदरता और रंगीन नाइट लाइफ के लिए जाना जाता है। लेकिन यहां एक और चीज है जो लोगों को काफी आकर्षित करती है वह है यहां का थाई मसाज। यह मसाज पद्धति हजारों सालों से यहां चलती आ रही है। जब भी कोई पर्यटक थाईलैंड की यात्रा करने की योजना बनाता है, तो थाई मसाज का अनुभव लेना पसंद करता है। यह केवल शारीरिक मसाज नहीं है बल्कि यह हमारे शरीर, मन और आत्मा तीनों को प्रभावित करती है। आज हम आपको थाई मसाज के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।
थाई मसाज का इतिहास
थाई मसाज का इतिहास लगभग 2.5 हजार साल पुराना माना जाता है। इसकी शुरुआत भारत से ही हुई थी। भारत में गौतम बुद्ध के समय ही एक प्रसिद्ध चिकित्सक हुआ करते थे जिनका नाम था जीवक कुमार भच्चा, इन्हें शिवगो कोमरपाज के नाम से भी जाना जाता है। इन्हें थाई चिकित्सा का संस्थापक माना जाता है। जब बौद्ध धर्म का प्रचार प्रसार भारत सहित अन्य देशों में भी होने लगा तो बौद्ध भिक्षुओं द्वारा ही यह पद्धति थाईलैंड पहुंची।
शुरुआत के दिनों में थाई मसाज को मठों में बौद्ध भिक्षुओं द्वारा अभ्यास किया जाता था। यह उस समय किसी प्रकार के धन अर्जन के लिए उपयोग नहीं की जाती थी। समय के साथ यह परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ती रही और थाई संस्कृति का अंग बन गई। वर्ष 2019 में यूनेस्को ने थाई मसाज को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया है और थाई सरकार ने भी इसे आधिकारिक रूप से मान्यता प्रदान कर पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के रूप में मान्यता दे दी है।
थाई मसाज क्या है?
थाई मसाज एक फुल बॉडी थेरेपी है जो अन्य मालिशों से बिल्कुल अलग है। इसे थाई योग मसाज या निष्क्रिय योग भी कहा जाता है क्योंकि इसमें योग के आसनों जैसी मूवमेंट्स शामिल होती हैं, पर इस योग में आपको कुछ करने की जरूरत नहीं होती। सामने वाले थैरेपिस्ट ही आपके शरीर को अलग-अलग मुद्राओं में ले जाते हैं, आपको सिर्फ लेटे रहना है।
इस मसाज की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें किसी प्रकार के तेल या लोशन का उपयोग नहीं होता। यह पूरी तरह से सूखी मालिश है जो कपड़े पहने हुए ही की जाती है। आपको बेड पर नहीं बल्कि फर्श पर बिछी एक मोटी और आरामदायक चटाई पर लिटाया जाता है। जिससे therapist अपने पूरे शरीर के वजन और ताकत का उपयोग कर सकते हैं। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक और पटाया शहर, इस थाई मसाज के लिए काफी फेमस जगह है। लोग यहां थाई मसाज का अनुभव लेने जरूर आते है।
थाई मसाज की विधियां
थाई मसाज में विभिन्न प्रकार की विधियों का उपयोग किया जाता है। सबसे महत्वपूर्ण तकनीक है हथेलियों और अंगूठों से दबाव देना। थेरेपिस्ट शरीर की ऊर्जा लाइन्स के साथ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर लगातार दबाव डालते हैं। यह दबाव काफी सुखद और मांसपेशियों को तनाव मुक्त करता है। एक थाई मसाज लगभग 60 से 90 मिनट का होता है।
थाई मसाज के स्वास्थ्य लाभ
- जो लोग पीठ, कंधे, गर्दन या सिरदर्द से पीड़ित हैं उन्हें थाई मसाज से काफी राहत मिलती है।
- थाई मसाज शरीर को धीरे-धीरे रिलैक्स करती है, जिससे मानसिक दबाव कम होता है।
- स्ट्रेचिंग और प्रेशर तकनीक शरीर के ऊर्जा प्रवाह को सक्रिय करती है।
- इससे कोशिकाओं तक ऑक्सीजन और पोषण आसानी से पहुंचता है।
- प्रेशर प्वाइंट्स रिलैक्स होने से माइग्रेन की समस्या कम हो सकती है।
- लंबे समय तक बैठकर काम करने वालों के लिए यह बेहद लाभदायक है।
- यह मसाज शरीर के Posture (मुद्रा) से जुड़ी गलतियों को भी ठीक करने में मदद करती है।