Weekend Holyday 2024 : छत्तीसगढ़ के इन पर्यटन स्थलों के रिसोर्ट हुए 100%फुल

Swatantrata Diwas to Rakhi Weekend : 15 से 19 अगस्त स्वतंत्रता दिवस से राखी तक वीकेंड हॉलीडे को देखते हुए छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के लगभग सभी सरकारी रिसोर्ट बुक हो चुके है. सबसे ज्यादा बुकिंग चित्रकोट रिसोर्ट की हुई है, वहीँ मैनपाट और जशपुर में भी पर्यटक बढे हैं. टूरिस्‍ट को प्रदेश के किसी भी टूरिस्‍ट प्‍लेस पर ठहरने के लिए भटकना न पड़े और सस्‍ते में उनका स्‍टे हो जाए इसे लेकर छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड ने कई तरह के मानसून ऑफर भी चलाये जाते हैं.

Update: 2024-08-14 09:16 GMT

Swatantrata Diwas to Rakhi Weekend  : कल स्वतंत्रता दिवस है. पूरे भारत के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी राष्ट्रीय त्यौहार स्वतंत्रता दिवस को लोग अपने-अपने तरीके से सेलिब्रेट करेंगे. छत्तीसगढ़वासियों में  स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) की छुट्टी को लेकर बड़ा उत्साह नजर आ रहा है. खासकर सरकारी कर्मचारियों को, क्योंकि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी है। इसके बाद 16 अगस्त को कोई छुट्टी नहीं है, लेकिन आप अपने बॉस से एक पेड लीव का अप्रूवल ले सकते हैं जिसके बाद 17 अगस्त को शनिवार की छुट्टी और रविवार की छुट्टी तो है ही। इसके अलावा 19 अगस्त को रक्षाबंधन की छुट्टी भी है। 

ऐसे में जो वीकेंड है उसमें आपको एक साथ पांच छुट्टी मिल सकती है. इसमें सिर्फ आपको एक दिन की छुट्टी लेनी है और आपका 5 दिन का प्लान सेट हो जाएगा. इसके बाद आप कहीं भी घूम सकते हैं. एंजॉय कर सकते हैं. 

छत्‍तीसगढ़ में मानसून का सीजन बड़ा ही सुहाना हो जाता है। यहां घूमने के लिए कई टूरिस्‍ट प्‍लेस हैं। जहां भ्रमण के लिए देश ही नहीं विदेश से भी लोग घूमने के लिए आते हैं। इन्‍हीं टूरिस्‍ट को प्रदेश के किसी भी टूरिस्‍ट प्‍लेस पर ठहरने के लिए भटकना न पड़े और सस्‍ते में उनका स्‍टे हो जाए इसे लेकर छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड ने कई तरह के मानसून ऑफर भी चलाये जाते हैं. 

छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड की पीआरओ डॉ अनुराधा दुबे के अनुसार वीकेंड हॉलीडे को देखते हुए छत्तीसगढ़ के लगभग सभी सरकारी रिसोर्ट बुक हो चुके हैं. किसी भी फेमस टूरिस्ट स्पॉट पर एक भी रिसोर्ट खाली नहीं है.  सबसे ज्यादा चित्रकोट रिसोर्ट की सबसे पहले  बुकिंग हो चुकी है, वहीँ मैनपाट और जशपुर में भी इस बार पर्यटक बढे है. वन डे प्लानिंग में स्वतंत्रता दिवस पर गरियाबंद के सारे वाटर फॉल गुलजार नजर आ सकते हैं. फ़िलहाल सबसे ज्यादा पूछ-परख चिंगार पगार और घटारानी की है. 


कई तरह के ऑफर्स टूरिस्‍ट बोर्ड की ओर से



छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के मानसून ऑफर के साथ आप चाहे बस्तर घूमने जाएं या फिर सरगुजा, सभी स्‍थानों पर सरकारी रिसॉर्ट उपलब्‍ध हैं। जहां आप रुकते हैं तो आपको कई तरह के ऑफर्स टूरिस्‍ट बोर्ड की ओर से दिए जाएंगे। बता दें कि छत्‍तीसगढ़ पर्यटन बोर्डने छत्‍तीसगढ़ में घूमने आने वाले लोगों के लिए जो रिसॉर्ट उपलब्‍ध कराएं हैं। वहां सीधे तौर पर 20 से 50 प्रतिशत तक की छूट बोर्ड की ओर से दी जा रही है। यह छूट सभी वर्ग के लोगों के लिए रहेगी। इसके साथ ही सप्‍ताह में आप कभी भी प्रदेश में कहीं भी घूमने जा सकते हैं, इस छूट का लाभ ले सकते हैं।

पर्यटकों को बढ़ावा देने लिया फैसला

छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड ने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ के कई इलाके ऐसे हैं, जहां मानसून सीजन में घूमना लोगों को खूब पसंद आता है। लोग इन प्‍लेस पर जाकर खूब एन्‍जॉय करते हैं। इनमें सरगुजा की हरी-भरी वादियां, बस्तर के सुंदर वाटरफॉल हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर खूब आकर्षित करते हैं। छत्तीसगढ़ के इन इलाकों में इस सीजन में ज्यादा से ज्यादा पर्यटक आएं। इसको लेकर विभाग की ओर से ऑफर चलाए जा रहे हैं।

प्रदेश के 13 रिसॉर्ट पर मुख्‍य ऑफर

बता दें कि पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश में 13 मोटल और रिसॉर्ट संचालित किए जा रहे हैं। ये सारे रिसॉर्ट उन स्‍थानों पर है, जहां से वॉटरफॉल, पर्यटन स्थल, मंदिर, प्राकृतिक धरोहर व इमारत जैसी जगह भ्रमण करने वाले स्थल काफी पास हैं। इनमें बस्तर, कोंडागांव, बलौदा बाजार, सरगुजा, बिलासपुर, कबीरधाम, जशपुर, कांकेर, कोरबा, जांजगीर चांपा, महासमुंद, गौरेला पेंड्रा मारवाही जिले में पर्यटन विभाग के 13 रिसॉर्ट हैं।

इस तरह से भी कर सकेंगे बुकिंग

विभाग द्वारा रजिस्टर्ड होटल्स, ट्रेवल्स एंड टूर ऑपरेटर के कांटेक्ट नंबर भी हैं। इन नंबर के माध्‍यम से भी बुकिंग टूरिस्‍ट कर सकते हैं। इस दौरान सरकारी रिसॉर्ट में जगह होने पर बुकिंग उपलब्‍ध कराई जाएगी। इसके अलावा रिसॉर्ट फूल होने की स्थिति में प्राइवेट मोटल में भी बुकिंग की जा सकती है।

इस तरह तैयार किया मानसून पैकेज

छत्‍तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार  मानसून सीजन में लोगों को अलग-अलग कैटेगरी में बुकिंग पर छूट दी जा रही है, ताकि अधिक से अधिक लोग प्रदेश के पर्यटन स्‍थलों पर घूम सकें। इसको लेकर बोर्ड ने पैकेज तैयार किए हैं। ये टूर पैकेज इस तरह से हैं-

  • चित्रकोट घूमने के लिए जाते हैं तो दो रात तीन दिन के लिए 4 हजार रुपए प्रति व्‍यक्ति निर्धारित किया है।
  • गंगरेल में एक रात दो दिन के लिए 4 हजार रुपए प्रति व्‍यक्ति।
  • मैनपाट घूमने के लिए दो रात तीन दिन पर 4 हजार रुपए प्रति व्‍यक्ति।
  • चंपारण राजिम पर 1 दिन के लिए 2 हजार रुपए प्रति व्‍यक्ति तय किए गए हैं।
  • मोहदा में 1 रात दो दिन स्‍टे करने पर 4 हजार रुपए प्रति व्‍यक्ति तय किया गया है।


आइये जानें छत्तीसगढ़ के प्रमुख और फेमस टूरिस्ट स्पॉट की विशेषताएं 


छतीसगढ़ के "जशपुर" जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल 

राजपुरी झरना - राजपुरी झरना प्राकृतिक सुंदरता के लिए बहुत ही आकर्षक झरना और समृद्ध है।

दनपुरी झरना - जशपुर के जंगलों में स्थित दनगरी झरना बहुत खूबसूरत है।

बादालखोर अभ्यरण - बादालखोर अभ्यरण वन विभाग में स्थित है, इस स्थान का क्षेत्र 104 वर्ग फिट है, इस जगह की जलवायु जंगली जानवरों और पक्षियों के लिए पूरी तरह अनुकूल है।

कैलाश गुफा - कैलाश गुफा को राट गुफा के नाम से भी जाना जाता है | गुफा के पास मीठे पानी की जलधारा है जहां पर पर्यटक अपनी प्यास बुझा सकते हैं। पर्यटकों में यह गुफा बहुत लोकप्रिय है। इसे देखने के लिए पर्यटक प्रतिदिन यहां आते हैं।

कैथेड्रल (महागिरिजा घर) कुंकुरी - एशिया का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण चर्च महागिरिजाघर जशपुर में स्थित है। यह चर्च बड़ा खूबसूरत है। इसकी सुन्दरता को निहारने के लिए पर्यटक यहां आते हैं और इसके खूबसूरत दृश्यों को अपने कैमर में कैद करके ले जाते हैं।|

मायली नेचर कैंप देवबोरा जशपुर -  जसपुर के कुनकुरी क्षेत्र में जहां पर है मायली नेचर कैंप यहां पर मधेश्वर पर्वत भी है दोस्तों यह मायली नेचर के में वोटिंग कैंपिंग वाटर क्रॉसिंग ट्रैकिंग और अन्य प्रकार के एडवेंचर जगह है यहां पर बहुत सारे बच्चों के लिए खेलने के लिए झूले और पाक भी है तो आप जाकर यहां पर फैमिली के साथ और दोस्तों के साथ जाकर टाइम स्पेंड कर सकते हो कुनकुरी से मयाली डैम लगभग 15 कि दूरी पर स्थित है। यहां का सुंदर दृश्य आपकी आंखों को मोहित कर देगा । एक तरफ में ऊंचे पहाड़ और दूसरी ओर खुला आसमान आपको अद्भुद आनंद देने वाले हैं।


वर्षाकाल में मैनपाट की बादलों की अटखेलियां हर किसी को भाती  है 


छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में स्थित मैनपाट की वादियों में ठंड ही नहीं अब हर मौसम में पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है। कश्मीर,शिमला, मनाली इस बड़े भूभाग वाले हिंदुस्तान के अनगिनत खूबसूरत जगहों में से एक उत्तर छत्तीसगढ़ का मैनपाट है। मैनपाट वर्षाकाल में जितना सुंदर नजर आता है उससे भी ज्यादा आकर्षित ठंड में हो जाता है। वर्षाकाल में रुई के फाहों की तरह अपने इर्द-गिर्द अगर बादलों को देखना हो या फिर मानसूनी बादल आप पर लिपटकर आपको भिगो जाए तो आश्चर्य न करिएगा,यह मैनपाट ही है। प्रकृति की अद्वितीय रचना मैनपाट घने वनों से आच्छादित छत्तीसगढ़ का सबसे खूबसूरत भूभाग है। इसे देखने हर किसी को मैनपाट तक आना ही होगा। अभी भी यहां ठंड है, शाम होते कड़ाके की ठंड से पर्यटक सिहर उठते हैं। गर्मी में दोपहर की ठंडी हवा खूब सुकून देती है। मैनपाट में वर्ष भर जहां लोगों को ठंड की अनुभूति होती है। शीतल हवा लोगों को सुकून देती है वहीं मानसून शुरू होते ही यहां बादलों की अटखेलियां हर किसी को भाने लगती हैं। बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं और मैनपाट के पठार और कई दर्शनीय स्थलों में पहुंचकर रोमांचित होते हैं।


इन स्थानों पर पहुंचकर  होंगे आप रोमांचित

उत्तर छत्तीसगढ़ के ऊंचाई पर बसे मैनपाट पहुंचने के बाद 10 से 22 किलोमीटर के अंदर स्थित कई पर्यटन स्थलों तक पहुंचा जा सकता है।सभी स्थलों तक पहुंचने अच्छी पक्की सड़कें बन चुकी हैं।यहां के मेहता प्वाइंट, टाइगर प्वाइंट, उल्टा पानी,परपटिया,तिब्बती मठ,मंदिर, तिब्बती कैंप ,टांगीनाथ का मंदिर, जलजली जहां जमीन हिलती है। जलपरी,घागी जलप्रपात,लिबरा जलप्रपात पहुंच पर्यटन का खूब आनंद लिया जा सकता है।

यहां ठहरें-निजी होटल और शासकीय मोटल

यहां पहुंचने के बाद निजी होटल व शासकीय मोटल में ठहरा जा सकता है। परिवार सहित यहां ठहर कर लजीज व्यंजनों का भी आनंद उठाया जा सकता है। यहां सेंटर प्वाइंट,अनमोल,होटल पितांबरा,मौलवी होटल,देव हेरिटेज,अराइज स्काई गार्डेन, हर्ष मेहुल गेस्ट हाउस,कर्मा रिसोर्ट, यादव रिसोर्ट के साथ एक बड़ा शासकीय मोटल भी है। इसके अलावा युवाओं के नवाचार खुले मैदान में बनाए गए तंबू में रात गुजार सकते हैं।

उल्टा पानी जहां विज्ञान का चमत्कार देखें

मैनपाट में उल्टा पानी ऐसा स्थल है जो विज्ञान का चमत्कार भी दिखाता है। यहां नीचे से पहाड़ की ऊपरी दिशा की ओर पानी बहता है जिसे देख आप सभी रोमांचित हो जाएंगे। गुरुत्वाकर्षण का अद्भुत नजारा यहां देखने को मिलता है। यही नहीं उल्टा पानी से लगी सड़क पर चुंबकीय प्रभाव के कारण न्यूट्रल चार पहिया वाहन ढाल में लुढ़कने के बजाए ऊपर की ओर चलने लगती है।

जलजली जहां हिलती है धरती

मैनपाट का जलजली जहां पहुंच कर रोमांच का अद्भुत अनुभव होता है। यहां छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग भी उछल कूद करने लगते हैं। यहां की धरती डोलती है। झूले की तरह धरती हिलने लगती है। जहां उछल कूद कर खूब मौज मस्ती लोग करते हैं। साल के घने जंगलों के बीच यह जलजली मैनपाट के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है।


चित्रकूट जलप्रपात भारत का नियाग्रा जलप्रपात


चित्रकूट जलप्रपात, जिसे भारत के नियाग्रा जलप्रपात के नाम से जाना जाता है, वास्तव में देखने लायक है। देश के सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली झरनों में से एक, चित्रकूट जलप्रपात जगदलपुर शहर में झरना सबसे उल्लेखनीय आकर्षणों में से एक है। हालाँकि, शहर में करने के लिए कई अन्य दिलचस्प चीजें हैं जो आपको चित्रकूट झरने की तरह ही मंत्रमुग्ध कर देंगी। चित्रकूट झरने के पास कई पर्यटन स्थल हैं जो अपनी सुरम्यता और सांस्कृतिक महत्व के कारण देखने लायक हैं।


कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान


1982 में स्थापित, कांगेर घाटी का युवा राष्ट्रीय उद्यान प्रकृति प्रेमियों के लिए एक परम आनंद है। यह राष्ट्रीय उद्यान झरने से दो घंटे से भी कम की ड्राइव पर है और उन लोगों के लिए एक दिन की छुट्टी के लिए एकदम सही है जिनके पास समय की कमी है।


तीरथगढ़ झरने


जगदलपुर के शहर के केंद्र से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर, यह झरना कुटुमसर गुफा के काफी करीब है। झरने की एक बूंद 91 मीटर (299 फीट) की है और यह वास्तव में प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार नज़ारा है। झरना क्षेत्र हरे-भरे जंगल से घिरा हुआ है और स्थानीय लोगों के बीच एक पसंदीदा पिकनिक स्थल है और इस प्रकार, यह चित्रकूट फॉल्स के पास प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। जो लोग थोड़ा और रोमांच चाहते हैं, उनके लिए झरने द्वारा बनाई गई घाटी के नीचे जाने का विकल्प है। 210 सीढ़ियों की एक उड़ान चढ़कर नीचे तक पहुंचा जा सकता है। यह सीढ़ी अच्छी तरह से बनाए रखी गई है और सभी आयु समूहों और फिटनेस स्तरों के लोगों के लिए नेविगेट करना बहुत आसान है। यह वास्तव में चित्रकूट झरने के पास घूमने के लिए शीर्ष स्थानों में से एक है।


तेजी से उभर रहा चिंगार पगर 

छत्तीसगढ़ के कई जलप्रपात विश्व पटल पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं. इसमें चित्रकोट और तीरथगढ़ प्रमुख हैं, जो जगदलपुर जिले में स्थित हैं. आज हम बात कर रहे हैं गरियाबंद जिले के चिंगरा पगार जलप्रपात की, जो अपने मनमोहक दृश्य की वजह से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. यह जलप्रपात महासमुंद जिले से 64.4 किमी. और छत्तीसगढ़ की राजधानी से 90 किमी. दूर गरियाबंद जिले में स्थित है. चिंगारा गांव में स्थित होने के कारण इसे चिंगारा जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है. युवाओं के बीच यह वाटरफॉल बेहद लोकप्रिय है. यहां का मनमोहक दृश्य और नजारा आपको बेहद पसंद आएगा. अधिकांश लोग यहां पिकनिक के साथ इंस्टाग्राम पर रील बनाते आपको नजर आयेंगे. रायपुर के आस-पास स्थित प्रमुख और बेस्ट पिकनिक स्पॉट में इस जलप्रपात का भी नाम आता है. यह जलप्रपात एक पिकनिक स्पॉट भी है. काफी दूर-दूर से लोग यहां पिकनिक के लिए आया करते हैं. पानी की समुचित व्यवस्था होने के करना सालभर यह पिकनिक स्पॉट केंद्र बना रहता है. वाटरफॉल में पिकनिक के लिए सर्वश्रेष्ठ जगह है.

पूरे साल रहती है भीड़

चिंगरा पगार जलप्रताप बहुत ही सुन्दर जलप्रताप है और यहां पूरे साल लोगों की भीड़ लगी रहती है. ज्यादातर बारिश के समय लोगों की भीड़ देखने लायक रहती है. जंगल से आने वाला पानी पहाड़ की ऊंचाई से गिरकर खूबसूरत चिंगरा पगार का निर्माण करता है. इसकी सुन्दता को देखने के लिए बाहर से लोग आते हैं. चिंगरा पगार जलप्रताप तक जाने के लिए सड़क मार्ग उपलब्ध है. यह सड़क से करीब 3 कि.मी. की दूरी पर स्थित है और जलप्रपात तक जाने के लिए 500 मी. पैदल चलकर जाना होता है.

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