Guard of Honour kya hota hai: गार्ड ऑफ ऑनर क्या होता है? जानिए यह सम्मान किन्हें मिलता है और क्यों दिया जाता है!

Guard of Honour kya hota hai: जब भी स्वतंत्रता दिवस या खास मौके पर देश के किसी बड़े मंत्री और विदेशो से मेहमानो का भारत में आगमन होता है तो उनके स्वागत में खड़े कुछ सैनिक अचानक कुछ–कुछ चिल्लाने लगते हैं, जिनके हाथ में बैंड होता है वे उसे बजाना चालू कर देते हैं और कुछ सलामी भी देते हैं। आपको पता है कि यह क्या है और ऐसा क्यों किया जाता है? आइए जानते हैं इस परंपरा के सख्त नियम और कुछ अनोखे प्रोटोकॉल...

Update: 2025-12-27 10:34 GMT

Guard of Honour kya hota hai: जब भी स्वतंत्रता दिवस या खास मौके पर देश के किसी बड़े मंत्री और विदेशो से मेहमानो का भारत में आगमन होता है तो उनके स्वागत में खड़े कुछ सैनिक अचानक कुछ–कुछ चिल्लाने लगते हैं, जिनके हाथ में बैंड होता है वे उसे बजाना चालू कर देते हैं और कुछ सलामी भी देते हैं। आपको पता है कि यह क्या है और ऐसा क्यों किया जाता है? आइए जानते हैं इस परंपरा के सख्त नियम और कुछ अनोखे प्रोटोकॉल...

गार्ड ऑफ ऑनर क्या है?

सैनिकों द्वारा इस सलामी देने की प्रक्रिया को गार्ड ऑफ ऑनर (Guard of Honour) कहा जाता है। अक्सर लोग इस चीज को लेकर काफी कंफ्यूज रहते हैं कि यह कोई पुरस्कार है जिसे नेता–मंत्रियों और बड़े लोगों को दिया जाता है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आसान भाषा में कहें तो यह एक सैन्य सम्मान(military honour) है जो किसी समारोह के दौरान प्रतिष्ठित व्यक्तियो को दिया जाता है। गार्ड ऑफ़ ऑनर के प्रोटोकॉल के तहत सैनिकों का एक ग्रुप पंक्तियां बनाकर परेड करते हुए और सलामी देता है और कई बार इसमें घुड़सवार सैनिक भी शामिल होते हैं।

किन सैनिकों को इसमें किया जाता है शामिल

गार्ड ऑफ़ ऑनर के लिए कुछ विशेष सैनिकों का सेलेक्शन किया जाता है। इसमें थल, जल और वायु तीनों सेनाओं के महिला और पुरुष दोनों सैनिक शामिल होते हैं, इन्हें त्रि-सेवा सम्मान गार्ड (Tri–Services Guard of Honour) के रूप में भी जाना जाता है, जो केवल प्रतिष्ठित व्यक्तियों के सम्मान के लिए होते हैं। गार्ड ऑफ ऑनर देते वक्त पहले विदेशी मेहमानों का राष्ट्रगान बजाया जाता है फिर भारत का राष्ट्र गान बजाते हुए सलामी दी जाती है और यह संपूर्ण प्रक्रिया 21 मिनट के अंदर पूरी की जाती है।

किन लोगों को दिया जाता है गार्ड ऑफ ऑनर

गार्ड ऑफ ऑनर कोई सामान्य सम्मान नहीं है, बल्कि यह एक खास सैन्य सम्मान होता है। यह सम्मान उन्हीं व्यक्तियों को मिलता है जो किसी देश के संवैधानिक पदों पर हों या जिन्होंने देश के लिए विशेष योगदान हो। ये लोग होते है इसमें शामिल–

  • राष्ट्रपति
  • उपराष्ट्रपति
  • प्रधानमंत्री
  • राज्यपाल
  • मुख्यमंत्री
  • केंद्रीय रक्षा मंत्री
  • विदेशी राष्ट्राध्यक्ष या विदेशी सरकार प्रमुख
  • ड्यूटी के दौरान शहीद हुए सेना के जवान
  • शहीद पुलिसकर्मी
  • स्वतंत्रता संग्राम सेनानी

ऐसे व्यक्ति जिन्होंने देश के लिए उत्कृष्ट योगदान दिया है।

कितने सैनिक देते हैं गार्ड ऑफ ऑनर?

  • विदेशी राष्ट्राध्यक्ष और राष्ट्रपति को– 150 सैनिक
  • प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति को– 100 सैनिक
  • राज्यपाल और अन्य VVIPs सदस्यो को– 50 सैनिक

छत्तीसगढ़ में किया गया है नियम में बदलाव

छत्तीसगढ़ के संदर्भ में देखे तो गार्ड ऑफ ऑनर देने के प्रोटोकॉल में काफी बदलाव किया गया है। अब मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ सरकार का मानना है कि यह एक औपनिवेशिक परंपरा है जिसे समाप्त करने के उद्देश्य से नियम में बदलाव किए गए है। हालांकि आदेश में यह भी लिखा है कि ऐसे पद जो संवैधानिक है, उनके लिए यह नियम यथावत बने रहेंगे और साथ ही गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, राष्ट्रीय एकता दिवस, पुलिस दीक्षांत समारोह और किसी भी राजकीय समारोह जैसे कार्यक्रम में गार्ड ऑफ ऑनर के नियम पहले जैसे ही रहेंगे।

Tags:    

Similar News