Airplane Engine: हवाई जहाज का इंजन अचानक आसमान में ही क्यों हो जाता है बंद? विमान नीचे गिरते समय हमें क्या करना चाहिए? जानिए इसके प्रमुख कारण!
Airplane Engine: एक बार के लिए कल्पना कीजिए कि आप विमान के अंदर बैठे हुए हैं और अचानक पूरे विमान में अजीब सी शांति फैल गई और बाहर देखने पर लगा कि घूमता हुआ इंजन थम सा गया है और आप धीरे-धीरे नीचे की ओर बढ़ रहे हैं। यह कितना डरावना है। अक्सर हमारे मन में ऐसे सवाल जरूर आते है कि अगर बीच हवा में एरोप्लेन का इंजन बंद हो जाए तो क्या होगा?
Airplane Engine: एक बार के लिए कल्पना कीजिए कि आप विमान के अंदर बैठे हुए हैं और अचानक पूरे विमान में अजीब सी शांति फैल गई और बाहर देखने पर लगा कि घूमता हुआ इंजन थम सा गया है और आप धीरे-धीरे नीचे की ओर बढ़ रहे हैं। यह कितना डरावना है। अक्सर हमारे मन में ऐसे सवाल जरूर आते है कि अगर बीच हवा में एरोप्लेन का इंजन बंद हो जाए तो क्या होगा? क्या हम सीधे जमीन से टकरा जाएंगे? ऐसे सवालो के जवाब के लिए हमें आधुनिक एविएशन इंडस्ट्री को जानना होगा, जो आज काफी एडवांस्ड हो चुकी है उनके पास इंजन फेल होने पर एक सॉल्यूशन पहले से ही तैयार होता है। आइए जानते है आखिर इंजन अचानक क्यों फेल हो जाते हैं और इंजन के फेल होने पर क्या करना चाहिए।
इंजन फेल होने के प्रमुख कारण
अक्सर लोगों को यह लगता है कि विमान का इंजन फेल होने पर वह किसी फिल्मी सीन की तरह सीधे नीचे गिर जाएंगे, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता। विमानों को एक ग्लाइडर की तरह डिजाइन किया जाता है जिससे इंजन बंद होने के बाद भी कुछ समय तक हवा में ही रहते हैं। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि यदि कोई विमान 1 किलोमीटर की ऊंचाई पर है तो वह 15 से 20 किलोमीटर आसानी से उड़ सकता है फिर भी कुछ ऐसे कारण है जिनसे इंजन फेल हो जाते है–
- फ्यूल टैंक से जुड़ी समस्या: आपको यह जानकर हैरानी होगी कि विमानों का फ्यूल किसी बॉक्स के अंदर नहीं होता बल्कि वह इनके पंखो में भरा होता है और जब एक साइड के पंखों का ऑयल खत्म होता है तो कई बार पायलट इसे चेंज करना भूल जाते हैं जिसके वजह से इंजन फेल हो सकता है।
- बर्ड स्ट्राइक: एक कारण है जो आए दिन विमान चालकों को झेलना पड़ता है वह है उड़ते समय किसी पक्षी का इंजन में घुस जाना। यह खतरा टेकऑफ और लैंडिंग के समय सबसे ज्यादा होता है।
- मौसम की समस्या: जब भी मौसम में बदलाव होते हैं जैसे अधिक बारिश या बर्फ पड़ने लाती है तो ब्लेड को काफी नुकसान होता है और इंजन फ्लेम आउट हो सकता है।
- ऑयल के दबाव की समस्या: जब भी प्लेन में ऑयल प्रेशर जीरो होता है, तो इंजन के घूमने वाले हिस्से में तेल की परत नहीं बचती और यह धातु का हिस्सा एक दूसरे पर रगड़ाते रहता है, इससे भारी आग लगने की संभावना रहती है।
- ईंधन से जुड़ी समस्याएं: कई बार विमान का ईंधन भी इंजन के बंद होने का कारण बन जाता है। जब फ्यूल में पानी या फिर किसी प्रकार से फ्यूल सप्लाई में रुकावट आती है तो भी इंजन बंद हो सकता है और तकनीकी खराबी तो है ही एक समस्या।
- ऑटो प्रोटेक्टिव शटडाउन: कई बार इंजन बिना खराब हुए भी बंद हो जाता है, इसे ऑटो प्रोटेक्टिव शटडाउन कहते है। जब सेंसर यह महसूस करते हैं कि तापमान बहुत ज्यादा हो गया है या वाइब्रेशन बढ़ी हुई है, तो सिस्टम खुद इंजन को बंद कर देता है।
इंजन फेल होने पर क्या करें?
जब भी किसी विमान का एक इंजन फेल होता है, तो दूसरे इंजन से बिना किसी दिक्कत के लैंडिंग करवाई जा सकती है। कई बार इस चीज की जानकारी पैसेंजर्स को नहीं दी जाती। परंतु यदि दोनों इंजन बंद हो जाता है, तो आप भगवान से दुआ करने के अलावा और कुछ नहीं कर सकते इस स्थिति से आपको केवल पायलट ही निकाल सकता है। हालांकि ऐसी घटनाएं बहुत कम होती है।
पायलटों को इस दौरान विमान को उड़ाते रहना चाहिए। जैसा कि हमने आपको पहले बताया कि विमान सीधे नीचे नहीं गिरता बल्कि वह ग्लाइडर की तरह धीरे-धीरे नीचे आता है और पायलट को कुछ समय मिल जाता है जिससे इंजन को दोबारा रिस्टार्ट कर सकते हैं परंतु इस दौरान बिल्कुल भी समय नहीं रहता, इसलिए पहले कोई ऐसी जगह ढूंढने की कोशिश करनी चाहिए जहां लैंड करवाने पर जन हानि न हो जैसे कि कोई नदी, खाली मैदान या फिर जंगल आदि। इन परिस्थितियों के लिए पायलेट्स को काफी ट्रेनिंग दी जाती है साथ ही फ्लाइट डाटा मॉनिटरिंग और ब्लैक बॉक्स जैसी तकनीक से हर घटना की गहन जांच भी होती है।
भविष्य की AI से होगी विमानों की सुरक्षा
- वर्तमान में एवियशन टेक्नोलॉजी काफी एडवांस होती जा रही है। लगभग हर देश के लैब में सुरक्षा को लेकर काफी कार्य किया जा रहे हैं। एक समय अब ऐसा भी आएगा जब विमान दुर्घटनाएं तो होगी पर किसी की जान नहीं जाएगी। कुछ ऐसी टेक्नोलॉजी है जिन पर अभी काम किया जा रहा है।
- सिरस एयर फ्रेम पैराशूट सिस्टम– अगर यह तकनीक काम कर गई तो यह काफी क्रांतिकारी आविष्कार होगा। इसमें किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि पूरे विमान के लिए पैराशूट तैयार किया जाता है और इंजन फेल होने की स्थिति में पूरे विमान की ही पैराशूट के जरिए लैंडिंग करवाई जा सकती है।
- एस्केप पॉड सिस्टम– विमाओं में किसी भी आपातकाल की स्थिति में पेसेजंर्स वाला पूरा हिस्सा अलग होकर पैराशूट के जरिए आराम से लैंडिंग कर सकता है।
- AI पायलट मोड– एआई, इंसानी दिमाग से काफी जल्दी और सटीक प्रतिक्रिया देता है। वर्तमान में कई ऐसे विमान है जिनमें ai पायलट मोड का उपयोग किया जाता है और ये खुद ब खुद लैंड करने की क्षमता भी रखते हैं। इनके उपयोग से भविष्य में किसी भी प्रकार की तकनीकी खराबी और सटीक मौसम से संबंधित जानकारियां मिल पाएंगी। हालांकि अभी भी इसमें और रिसर्च की आवश्यकता है।