Teacher News: अंग्रेजी का लेक्चरर शहर में अटैच: बच्चों व पालकों ने स्कूल में जड़ दिया ताला, धरने पर बैठ गए
Teacher News: स्कूल में अंग्रेजी के एक शिक्षक को अतिशेष बता कर शहर के स्कूल में अटैच कर दिया है। अंग्रेजी के लेक्चरर शहर के स्कूल में अटैच हो गए और संस्कृत के शिक्षक भी नहीं है। जांजगीर चांपा जिले के सिउंड हाई स्कूल के बच्चों व पालकों ने स्कूल में ताला जड़ दिया और घरने पर बैठ गए।
Janjgir: जांजगीर। स्कूल में संस्कृत व अंग्रेजी विषय के शिक्षक नहीं होने से नाराज छात्र व अभिभावकों ने हाई स्कूल के मुख्य गेट में ताला जड़कर विरोध प्रदर्शन किया। एक सप्ताह पहले भी शिक्षकों की मांग को लेकर अधिकारियों को चेतावनी दी थी। मांग पूरी नहीं होने के कारण नाराज छात्र व पालकों ने विराेध प्रदर्शन किया। जब धरना शुरू हुआ तब जाकर शिक्षक की व्यवस्था किए जाने का भरोसा अफसरों ने दिलाया।
युक्तियुक्तकरण के बाद भी स्कूल की स्थिति सुधरी नहीं है। महत्वपूर्ण विषय की पढ़ाई नहीं होने से छात्र परेशान है। सिउंड हाई कोर्ट में प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही तत्काल नवागढ़ बीईओ पहुंचे और आश्वासन दिया। तब जाकर छात्र व अभिभावकों का प्रदर्शन बंद हुआ। शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को लेकर नवागढ़ ब्लॉक के सिउंड हाई स्कूल में ग्रामीणों का आक्रोश खुलकर सामने आया। दो महत्वपूर्ण विषय के शिक्षक नहीं होने से हाई स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों और उनके अभिभावकों ने स्कूल के मेन गेट पर ताला जड़ दिया। छात्रों ने बताया कि अंग्रेजी और संस्कृत जैसे प्रमुख विषयों के शिक्षक लंबे समय से नहीं हैं, इससे पढ़ाई प्रभावित हो रही है। विशेष रूप से बोर्ड परीक्षा की तैयारी पर बुरी तरह असर पड़ रहा है। अंग्रेजी विषय के शिक्षक अमित मैसी को बीते तीन वर्षों से सेजस नवागढ़ में अटैच कर दिया गया है।
वहीं अंग्रेजी विषय पढ़ाने वाले शिक्षक लक्ष्मीप्रसाद सूर्यवंशी का तबादला महंत हाईस्कूल कर दिया गया है। इन दोनों शिक्षकों की अनुपस्थिति के कारण विद्यालय में पढ़ाई पूरी तरह से ठप है। इसी तरह संस्कृत विषय के लिए भी कोई शिक्षक पदस्थ नहीं है। उन्होंने बताया कि बार-बार शिकायत करने और मांग के बावजूद शिक्षा विभाग या प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल नहीं की गई तब जाकर मंगलवार को अभिभावक और ग्रामीण स्कूल पहुंचे और गेट पर ताला जड़ दिया। मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हुए और विद्यालय प्रबंधन के प्रति नाराजगी जाहिर की।
स्कूल में धरना प्रदर्शन करने वाले छात्रों के साथ पालकों ने बताया कि अंग्रेजी के एक शिक्षक को अधिशेष बात कर स्कूल से बाहर कर दिया गया तथा दूसरे शिक्षक को नवागढ़ ब्लॉक के आत्मानंद स्कूलों में अटैच कर दिया गया। संस्कृत विषय के शिक्षक स्कूल में नहीं है। बीते एक सप्ताह पहले भी शिक्षकों की कमी पूरी करने की मांग करते हुए शिक्षक पदस्थ नहीं करने पर 22 जुलाई को धरना देने की चेतावनी दी गई थी पर इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। जिसके चलते यह प्रदर्शन हुआ।
प्रदर्शन के बिना शिक्षकों की कमी नहीं हो रही पूरी:
एक तरफ युक्ति युक्त करण के चलते स्कूलों में शिक्षक पदस्थ करने के दावे किए जा रहे हैं। जबकि दूसरी तरफ शिक्षकों की कमी के चलते लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी और प्रशासन इतना संवेदनहीन हो गए है कि अपने भविष्य के लिए जायज मांगे करने वाले बच्चों को जब तक प्रदर्शन के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता तब तक शिक्षक पदस्थ नहीं किए जाते। 15 दिन के पहले भी पामगढ़ ब्लॉक के मेऊ में शिक्षिका के अटैचमेंट के चलते पालकों के साथ बच्चों ने धरना दिया था। इसके बाद अधिकारी भागते हुए मौके पर गए थे और उसी दिन शाम को कलेक्टर ने स्कूल में शिक्षक पदस्थ कर दिया था।