Education News: जिलों में युक्तियुक्तकरण की तैयारी: शिक्षकों के भारी विरोध के बीच जिलों में बनी कमेटियां..
Education News: स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के फैसले का शिक्षक विरोध कर रहे हैं। इसके बावजूद जिलों में इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। बिलासपुर और कांकेर में आज कलेक्टरों ने इसको लेकर बैठक ली।
Education News: बिलासपुर। शालाओं एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण को लेकर शिक्षक संघ के पदाधिकारियों का गुस्सा फूटने लगा है। संघ के पदाधिकारियों के विरोध के बीच अब प्रशासन ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को कलेक्टर अवनीश शरण ने बैठक लेकर समिति का गठन कर दिया है। उधर, कांकेर में भी नीलेश महादेव क्षीरसागर ब्लॉक और जिला स्तर पर समिति गठित कर दिया है।
कलेक्टर अवनीश शरण की अध्यक्षता में शालाओं एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के लिए समिति गठित की गई है। इसी सिलसिले में आज युक्तियुक्तकरण के दिशा-निर्देशों से अवगत कराने शिक्षा विभाग द्वारा बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर ने कहा कि शालाओं एवं शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण राज्य शासन की प्राथमिकता में है। इसमे किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही यह कार्य पूरी सजगता से किया जाए।
शालाओं एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के लिए आयोजित बैठक की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार, शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक आरपी आदित्य एवं सभी एसडीएम, बीईओ, एबीओ, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिलाधिकारी एवं परियोजना अधिकारी मौजूद थे।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के मापदंडों व प्रावधान पर नजर डालें तो शालाओं में शिक्षकों की उपलब्धता बच्चों के दर संख्या के अनुरूप होनी चाहिए। इसी परिपेक्ष्य में राज्य शासन द्वारा शालाओं एवं शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। विभिन्न स्थानों में एक ही परिसर में अथवा निकट में दो या दो से अधिक शालाएं संचालित है ऐसे शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जाना है।
कलेक्टर की अध्यक्षता में बनी कमेटी,ये अफसर रहेंगे शामिल
अतिशेष शिक्षकों का शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षकीय शालाओं में युक्तियुक्तकरण किया जाना है। शालााओं एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के लिए विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए गए है। इसके लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति गठित की गई है। समिति में सीईओ जिला पंचायत, नगर निगम कमिश्नर, महिला एवं बाल विकास अधिकारी सदस्य एवं जिला शिक्षाधिकारी सदस्य सचिव होंगे। इसी प्रकार विकासखण्ड स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। जिसमें विकासखण्ड शिक्षाधिकारी सचिव, महिला बाल विकास अधिकारी, सहायक विकास खंड शिक्षाधिकारी एवं विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक सदस्य होंगे।
समिति करेगी यह काम
0 विकासखण्ड स्तरीय समिति द्वारा युक्तियुक्तकरण हेतु शालाओं का चिन्हांकन एवं सूचीबद्ध किया जाएगा। इसी प्रकार अतिशेष शिक्षकों का चिन्हांकन भी समिति द्वारा किया जाएगा।
0 विकासखण्ड समिति यह भी प्रमाणित करेगी कि उनके द्वारा दिए गए जानकारी में कोई भी रिक्त पद छूटा नहीं है। जिला स्तरीय समिति शालाओं की सूची का परीक्षण करेगी जो विकासखण्ड स्तरीय समिति द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
0 युक्तियुक्तकरण किये जाने वाले विद्यालयों की सूची बनाकर संचालक लोकशिक्षण को प्रेषित करेगी।
0 विकासखण्ड स्तरीय समिति से प्राप्त अतिशेष शिक्षकों की सूची का परीक्षण करना एवं युक्तियुक्तकरण पदस्थापना आदेश जारी करना जिला स्तरीय समितियों के दायित्वों में शामिल होगा।