Education News: एनएमसी का सिम्स को जोर का झटका: एमबीबीएस की 30 सीटों की मान्यता रद्द

Education News: इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी,विशेषज्ञ चिकित्सकों का टोटा और तकनीकी कारणों के चलते एनएमसी ने सिम्स के कोटे की 180 में से एमबीबीएस की 30 सीटों की मान्यता को रद कर दिया है। छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान के साथ ही बिलासपुर अंचल के नीट पास करने वाले स्टूडेंट के लिए बड़ा झटका है। सिम्स के खिलाफ 2017 में भी इस तरह की कार्रवाई की गई थी। तब जरुरी हिदायत और मापदंड को पूरा करने की शर्त पर सीटें नहीं घटाई गई थी।

Update: 2024-08-13 09:09 GMT

Education News: बिलासपुर। नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी और तय मापदंड के अनुसार इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित ना करने के कारण सिम्स में एमबीबीएस की 30 सीटों की मान्यता को रद कर दिया है। मौजूदा एजुकेशन सेशन में 180 की जगह 150 सीटों पर एडमिशन होगा और इसी के अनुसार पढ़ाई भी।

अचरज की बात है कि एनएमसी की टीम ने पहले ही सिम्स प्रबंधन और   को हिदयात दी थी। सिम्स में विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती और आधारभूत संरचना विकसित करने का निर्देश दिया था। साथ ही चेतावनी भी दी थी कि नार्म्स के अनुसार सब-कुछ ठीक नहीं मिला तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सिम्स प्रबंधन और ना ही मेडिकल एजुकेशन ने एनएमसी के निर्देशों को गंभीरता से लिया। परिणाम ये रहा कि सीधे कोटे से 30 सीटों की कमी कर दी है। इसका खामियाजा स्टूडेंट को भुगतना पड़ेगा।

अब क्या होगा

एनएमसी की कड़ाई और निर्देश के बाद शैक्षणिक सत्र 2024-25 में 150 सीटों पर ही एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाएगा। इसमें 10 प्रतिशत सीट Ews के स्टूडेंट के लिए होंगे। सिम्स में 180 सीटों पर एमबीबीएस की पढ़ाई हो रही थी। इसमें 150 सीटें Central pul और State quata और 30 सीटें Ews की थी।

अब क्या करना होगा

एमबीबीएस की 30 सीटों को पाने के लिए सिम्स प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग को एनएमसी के नार्म्स के अनुसार चिकित्सकों की भर्ती करनी होगी। चिकित्सकों के साथ ही मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति करनी होगी। इंफ्रास्ट्रचर पर ध्यान देना होगा। फैकल्टी की कमी को दूर करनी होगी।

190 पदों पर करनी होगी भर्ती,डाक्टर के अलावा मेडिकल स्टाफ भी

सिम्स मेडिकल कालेज में स्टाफ के 399 पद स्वीकृत हैं। संचालक,प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, जूनियर - रेसीडेंट सहित 190 पद आज तक खाली हैं। वर्तमान में 217 कर्मचारी ही कार्यरत हैं।146 नियमित व 71 संविदा पर हैं। सेटअप में संचालक प्राध्यापक के तीन पद हैं। तीनों रिक्त है। सहायक प्राध्यापक के 93 पदों में से 46 पद रिक्त है। जूनियर रेसीडेंट के 79 में से 34 पद खाली हैं। अंदाज लगाइए ऐसे में एमबीबीएस की पढ़ाई कैसे हो रही होगी और सिम्स में पढ़ाई का स्तर क्या होगा।

-2017 में भी हुई थी कुछ इसी तरह की कार्रवाई

सिम्स में पहले 150 सीटों की मान्यता थी। 2017 में एमसीआई ने खामियां मिलने पर 50 सीटों की मान्यता वापस ले ली थी। तब सिम्स में एमबीबीएस की 100 सीटों पर पढ़ाई हो रही थी। सिम्स प्रबंधन ने दो साल तक खामियों को दूर किया। तीसरे मंजिल पर 100 बेड का नया वार्ड तैयार किया। प्रोफेसर,असिस्टेंट प्रोफेसर सहित अन्य पदों पर भर्ती के लिए शासन को पत्र लिखा। कवायद के बाद सिम्स को पुरानी 150 सीटों की मान्यता वापस मिल पाई थी।

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