Durg News: CG प्रिंसिपल और 6 शिक्षिका सस्पेंड: DEO-BEO को नोटिस, स्कूल की शिक्षिकाओं पर लगा ये गंभीर आरोप, जानिए क्या है पूरा मामला...

CG Principal and 6 teachers suspende:

Update: 2024-02-17 09:19 GMT

CG Principal and 6 teachers suspende रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग संभाग के संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर ने लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर बड़ी कार्रवाई की है। शिकायतकर्ता की दी शिकायत की जांच में स्कूल की प्रधान पाठिका और 6 शिक्षिकाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी और विकासखंड शिक्षा अधिकारी को शो कॉज नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।

दरअसल, ये पूरा मामला दुर्ग के महात्मा गांधी शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है। दुर्ग निवासी एक शिकायतकर्ता ने दुर्ग संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर से लिखित शिकायत की थी। इसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि महात्मा गांधी शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक स्कूल से कई कई दिनों तक गायब रहते है। साथ ही शिकायतकर्ता ने दुर्ग जिला शिक्षा अधिकारी और विकासखंड शिक्षा अधिकारी पर इन शिक्षकों से उनके लापरवाही को माफ करने के एवज पर 20-20 हजार लेने का आरोप लगाया। 

शिकायत के बाद संभागायुक्त ने मामले की जांच के निर्देश दिए। साथ ही डिप्टी कमिश्नर दुर्ग संभाग व संयुक्त शिक्षा संभाग दुर्ग को मिलाकर एक जॉइंट टीम गठित की गई। टीम ने 13 फरवरी को स्कूल में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान शिक्षक स्कूल से नदारद मिले। स्कूल में कुल 11 शिक्षक हैं, जिनमें से 6 शिक्षक अनुपस्थित मिले। इसकी वजह से स्कूल में छात्र भी पढ़ने नहीं आ रहे हैं। 

निरीक्षण के दौरान 94 विद्यार्थियों में मात्र 62 विद्यार्थी ही उपस्थित मिले। 32 छात्र अनुपस्थित थे। इतना ही नहीं स्कूल का रिकॉर्ड भी दुरुस्त नहीं था और ना ही उसमें प्रिंसिपल के हस्ताक्षर थे। संभागायुक्त ने कार्रवाई करते हुए प्रधान पाठिका सायना प्रवीण को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। हालांकि अभी DEO और BEO के द्वारा पैसे लेने की 

जानिए क्या थी शिकायत

शिकायतकर्ता महावीर जैन की शिकायत के मुताबिक 'महात्मा गांधी शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय की प्राधन पाठिका शायना परवीन, शिक्षिका रजनी बाला साहू, छाया दुबे, अंजनी महापात्रा, शशिकला साहसी, अनीता राजपूत, गरिमा सिन्हा और सुनीता देवांगन एक माह में सिर्फ एक-दो दिन ही स्कूल आती हैं। स्कूल आने पर ज्यादातर मोबाइल पर व्यस्त रहती है। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल और खंड शिक्षा अधिकारी गोविंद साव को 20 हजार रुपए प्रति माह की राशि देकर कभी-कभार ही स्कूल आती हैं। शिक्षिकाओं की लापरवाही से स्कूल के बच्चे एक-दूसरे को गालीगलौज करते हुए नशा करते हैं। बच्चों की पढ़ाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।


नीचे पढ़ें निलंबन आदेश...



 


 



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