Chhattisgarh Teacher News: आदेश जारी नहीं...शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण स्थगित किए जाने का स्वागत और बधाइयां की झड़ी कैसे...? क्या बोले, शिक्षक नेता...

Chhattisgarh Teacher News: छत्तीसगढ़ में स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण पर ब्रेक लग गया है। खबर है सरकार ने इसे स्थगित कर दिया है। मगर अभी तक इसका कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। मगर कल देर शाम एनपीजी न्यूज की खबर वायरल होते ही शिक्षक संगठनों में हर्ष की लहर दौड़ पड़ी। शिक्षक नेता एक-दूसरे को बधाइयां देने लगे। पढ़िये ऐसा क्यों हुआ और शिक्षक नेताओं ने बिना आदेश जारी हुए कैसे इस खबर पर एतबार कर लिया।

Update: 2024-08-30 05:48 GMT

Chhattisgarh Teacher News: रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण का फैसला स्थगित कर दिया है। युक्तियुक्तकरण में लगे अधिकारियों को इस संबंध में मैसेज भेज दिया गया है कि फिलहाल इसे ड्रॉप कर दिया जाए। इस खबर को सबसे पहले छत्तीसगढ़ के सबसे तेज और विश्वसनीय न्यूज वेबसाइट एनपीजी न्यूज ने ब्रेक किया। एनपीजी ने अपनी खबर में बताया कि युक्तियुक्तकरण पर सरकार ने कैसे ब्रेक लगाया है। एनपीजी की खबर सोशल मीडिया में वायरल होते ही शिक्षकों में खुशी की लहर दौड पड़ी। शिक्षक संगठनों के व्हाट्सएप ग्रुपों में फैसले का स्वागत और बधाइयों की झड़ी लग गई। शिक्षक नेता इतने उत्साहित थे वे भूल गए कि युक्तियुक्तकरण पर रोक लगाए जाने का अभी कोई आदेश नहीं आया है।

सबसे भरोसेमंद एनपीजी

युक्तियुक्तकरण स्थगित किए जाने की खबर सिर्फ एनपीजी न्यूज के पास थी और सबसे पहले इसे ब्रेक भी किया। इसके बाद ही बाकी प्लेटफार्मों ने एनपीजी से इस न्यूज को उठाया। तब तक न सरकार की तरफ से अधिकारिक तौर पर कुछ कहा गया और न ही कोई अधिकारी इस बारे में कुछ बोलने के लिए तैयार था। मगर लाखों पाठकों के विश्वास की बदौलत एनपीजी न्यूज पर लोगों का इतना भरोसा है कि सभी को भरोसा हो गया कि एनपीजी न्यूज ने खबर ब्रेक किया है तो इसमें कोई संशय नहीं होनी चाहिए। कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन, शिक्षक कांग्रेस, संयुक्त शिक्षक संघ, सर्व शिक्षक संघ, शालेय शिक्षक संघ, छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसियेशन के नेताओं ने एक सूर में कहा कि उन्हें सबसे पहले एनपीजी न्यूज के जरिये यह खबर मिली....चूकि एनपीजी जैसे भरोसेमंद न्यूज प्लेटफार्म पर यह खबर ब्रेक हुई थी, इसलिए इस पर संदेह करने का कोई सवाल ही नहीं था। सभी नेताओं ने कहा कि एनपीजी की खबरें तथ्यपरक और विश्वसनीय होती है।

फेडरेशन और कर्मचारी नेता अड़े रहे

युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद प्रदेश भर के शिक्षक संगठनों ने एकजुटता का परिचय देते हुए लगातार इसका विरोध किया। शिक्षक नेताओं ने 16 सितंबर को स्कूलों में हड़ताल का ऐलान कर दिया था। हड़ताल की नोटिस के बाद सरकार ने उन्हें वार्ता के लिए बुलाया। कल पहले डीपीआई के साथ उनकी बातचीत हुई। उसके बाद सचिव स्कूल शिक्षा के साथ। मगर बातचीत बेनतीजा रही। शिक्षक संगठनों के नेता युक्तियुक्तकरण के विरोध से पीछे हटाने के लिए तैयार नहीं हुए।

फैसले पर ब्रेक क्यों?

शिक्षक नेताओं को सत्ताधारी पार्टी के नेताओं का भी समर्थन मिल रहा था। चूकि सामने नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव है, सो शिक्षक नेता जिस नेता के यहां ज्ञापन देने जा रहे थे, मजबूरी में ही सही उन्हें रिस्पांस देना पड़ रहा था। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने तो बकायदा मुख्यमंत्री को पत्र ि लिख दिया था कि युक्तियुक्तकरण के फैसले पर विचार किया जाए। जानकारों का कहना है कि नगरीय निकाय चुनावों में 25-50 वोटों से फैसला होता है। शिक्षकों के एकतरफा विरोध के चलते चुनाव में पासा पलट सकता था। सो, सरकार ने फिलहाल इसकी प्रक्रिया स्थगित कर दी है।

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