CG Yuktiyuktkaran: शिक्षा विभाग में 63,695 पद है रिक्त, युक्तियुक्तकरण से 43,849 शिक्षक पद को किया जा रहा समाप्त...शिक्षक साझा मंच ने कहा...

CG Yuktiyuktkaran: शिक्षक साझा मंच ने सेटअप 2008 के आधार पर युक्तियुक्तकरण करने की शिक्षा विभाग से मांग की है। साझा मंच ने कहा कि 63,695 पद रिक्त है...

Update: 2025-05-26 14:21 GMT
CG Yuktiyuktkaran: शिक्षा विभाग में 63,695 पद है रिक्त, युक्तियुक्तकरण से 43,849 शिक्षक पद को किया जा रहा समाप्त...शिक्षक साझा मंच ने कहा...
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CG Yuktiyuktkaran: शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के प्रदेश संचालक संजय शर्मा ने कहा है कि सीधी भर्ती के 43243 पद एवं पदोन्नति के 19452 पद कुल मिलाकर 63695 पद शिक्षा विभाग में रिक्त है। इन पदों की पूर्ति पदोन्नति व सीधी भर्ती के माध्यम से किया जाए। प्रथमतः पदोन्नति करने के साथ ही साथ नया शिक्षा सत्र का आरंभ हो रहा है। ऐसे में प्रशिक्षित बेरोजगारों को भी शिक्षक पद पर भर्ती कर छत्तीसगढ़ की शिक्षा को बेहतर करने का कार्य किया जाना चाहिए।

सीधी भर्ती हेतु रिक्त पद 

सहायक शिक्षक - 33178

शिक्षक - 5442

व्याख्याता - 4623

कुल रिक्त पद - 43243

पदोन्नति हेतु रिक्त पद 

शिक्षक - 5441

व्याख्याता - 4623

प्र प्रा प्राथमिक - 2119

प्र प्रा पूर्व मा - 4045

प्राचार्य - 3224

कुल रिक्त पद - 19452

दोनो मिलकर शिक्षा विभाग में- कुल रिक्त पद - 63695

मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान का आरंभ हो रहा है ऐसे में सेटअप 2008 के आधार पर समस्त शालाओं में शिक्षक की उपलब्धता गुणवत्ता अभियान को आगे बढ़ाएगी, वर्तमान में जो युक्तियुक्तकरण का कार्य सेटअप 2008 से हटकर किया जा रहा है यह बिल्कुल गलत है इससे प्रत्येक प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला में 1 - 1 पद कम होगा।

सेटअप 2008 से हटकर युक्तियुक्तकरण करने से जो पद समाप्त हो रहे

प्राथमिक शाला - 30700

पूर्व मा शाला - 13149

कुल समाप्त पद - 43849

वाणिज्य संकाय में 3500 पद अलग से कम होगा

शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के प्रदेश संचालक संजय शर्मा, सुधीर प्रधान, वाजिद खान, हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहु, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, शैलेंद्र यदु, डॉक्टर कोमल वैष्णव, मनोज सनाढ्य, शैलेंद्र पारीक ने कहा है कि शालाओं में शिक्षकों के पद काम करके शाला को पालकों और बालकों के बीच कमजोर प्रदर्शन करने वाले शासकीय शाला के रूप में स्थापित किया जाएगा जिससे भविष्य में शासकीय शालाओं में पालक अपने बच्चों को पढ़ने नहीं भेजेंगे और अंत में गरीब पालकों को अपने बच्चों को निजी शालाओं में प्रवेश देना होगा। सेटअप से परे जाकर युक्तियुक्तकरण किये जाने से शासकीय शाला का अस्तित्व संकट में आएगा और यह सीधा सीधा शिक्षा के निजीकरण का कदम है।

शासन से शिक्षक साझा मंच ने आग्रह किया है कि सेटअप 2008 के आधार पर प्रत्येक शाला में शिक्षक की उपलब्धता सुनिश्चित किया जावे। यह दुर्भाग्य का विषय है कि शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के द्वारा लगातार प्रयास के बाद भी शिक्षा विभाग ने चर्चा कर 2008 के सेटअप के आधार पर युक्तियुक्तकरण करने संबंधी कोई भी निर्णय नहीं लिया, बल्कि युक्तियुक्तकरण करने का एकतरफा प्रयास किया जा रहा है जो विभिन्न जिला के शिक्षा अधिकारियों द्वारा काउंसलिंग के लिए निकाले जा रहे पत्रों से स्पष्ट परिलक्षित होता है। प्रदेश भर के शिक्षक दोषपूर्ण युक्तियुक्तकरण नीति से नाराज होकर सेटअप 2008 के आधार पर युक्तियुक्तकरण की मांग को लेकर 28 मई को मंत्रालय का घेराव करेंगे।


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