CG School Education: जानिये दुर्ग के जेडी हेमंत उपध्याय को किस वित्तीय अनियमितता और स्वेच्छारिता के आरोप में स्कूल शिक्षा मंत्री ने सस्पेंड किया

CG School Education: छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने आज अपने गृह संभाग में तैनात ज्वाइंट डायरेक्टर हेमंत उपध्याय को सस्पेंड कर दिया। उनके निलंबन आदेश में लिखा है कि सरगुजा में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने अनियमितता और स्वेच्छारिता किया। आदेश में और कोई वजह नहीं लिखा गया है। मगर बताते हैं, उन्होंने वहां कई ब्लंडर वित्तीय अनियमितता की। आइये जानते हैं, उन पर क्या आरोप हैं...

Update: 2025-09-12 15:46 GMT

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CG School Education: रायपुर। स्कूल शिक्षा मंत्री बनने के बाद गजेंद्र यादव ने आज पहली बड़ी कार्रवाई की। उन्होंने दुर्ग के ज्वाइंट डायरेक्टर हेमंत उपध्याय को आज निलंबित कर दिया। एक तो नए मंत्री की पहली कार्रवाई....वो भी अपने ही गुह नगर में पोस्टेड ज्वाइंट डायरेक्टर की। इसलिए इस कार्रवाई का अपना एक संदेश है और महत्व भी। स्कूल शिक्षा विभाग में इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया है।


हालांकि, उनके आदेश में गोलमोल बाते लिखीं गई है। स्कूल शिक्षा विभाग ने पूरा विवरण देने की बजाए लिखा...सरगुजा में जेडी रहने के दौरान हेमंत उपध्याय द्वारा की गई अनियमितता की पुष्टि हुई है। उन्होंने वहां पोस्टिंग के दौरान न केवल स्वेच्छारित की बल्कि अनुशासनहीनता भी। इसलिए, जेडी हेमंत उपध्याय को निलंबित करते हुए उन्हें डीपीआई में अटैच किया जाता है। उनकी जगह डीपीआई के डिप्टी डायरेक्टर आरपी ठाकुर को दुर्ग संभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। दोपहर बाद दुर्ग पहुंचकर ठाकुर ने अपना पदभार ग्रहण भी कर लिया।

कार्रवाई की ये रही वजह

हेमंत उपाध्याय, प्रभारी संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग को उनके प्रभारी संयुक्त संचालक शिक्षा सरगुजा संभाग अम्बिकापुर के कार्यकाल के दौरान स्वयं के माह 03/2024 से 09/2024 तक कुल 07 माह के अनुपस्थित अवधि का स्वयं का वेतन बगैर सक्षम अधिकारी से अवकाश स्वीकृति/अनुमोदन प्राप्त किये आहरण करने के गंभीर वित्तीय अनियमितता तथा 4 शिक्षकों को शासन के नियमों के विपरीत अधिकारों का अतिक्रमण करते हुए प्रतिनियुक्ति पर नियम विरूद्ध जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान अम्बिकापुर जिला सरगुजा मे पदस्थ करने के दोषी पाए जाने पर शासन द्वारा निलंबित किया गया है। याने हेमंत उपध्याय ने सात महीने की अनुपस्थिति का वेतन खुद ही निकाल लिया।

बताते हैं, सहायक शिक्षक से शिक्षक प्रमोशन के बाद नियम विरूद्ध किए गए थोक में ट्रांसफर के बाद हेमंत उपध्याय समेत चार जेडी को सस्पेंड किया गया था।

निलंबन के दौरान उपध्याय को डीपीआई में संलग्न किया गया था। उसके बाद वे बहाल हुए तो मार्च 2024 में उन्हें बहाल कर एससीईआरटी में डिप्टी डायरेक्टर बनाया गया। मगर उन्होंने ज्वाईन नहीं किया। बताते हैं, जेडी बनकर सरगुजा लौटना चाहते थे, इसलिए उन्होंने रायपुर एससीईआरटी में ज्वाईनिंग नहीं दी। करीब नौ महीने बाद शासन ने उनकी एससीईआरटी की पोस्टिंग को निरस्त करते हुए आखिकार उनकी इच्छा के अनुरूप सरगुजा का जेडी बना दिया।

जाहिर है, हेमंत उपध्याय ने मार्च 2024 से 11 नवंबर 2024 तक कहीं भी नहीं थे। याने उन्होंने कोई काम नहीं किया। फिर भी सरगुजा का जेडी बनने के बाद उन्होंने मार्च 2024 से सितंबर 2024 तक का वेतन आहरण कर लिया। इसके बाद वे अक्टूबर का वेतन भी निकालते तब तक मामला संश्रान में आ गया। फिर भी राजनीतिक पहुंच की बदौलत उनका कुछ हुआ नहीं। पिछले महीने ही उन्हें सरगुजा से हटाकर दुर्ग का जेडी बनाया गया था। मगर दुर्ग में वे स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव के निशाने पर आ गए।

शिक्षकों को दे दी प्रतिनियुक्ति

चार शिक्षकों को उन्होंने बिना सरकार के अनुमति के प्रतिनियुक्ति पर सरगुजा डाइट में पोस्टिंग कर दी। स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव के संज्ञान में यह आया तो उन्होंने इसे गंभीरता से लिया। 

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