Bilaspur News: उच्च शिक्षण संस्थान सामाजिक सरोकारों हेतु सजग रहें: कुलपति प्रो. चक्रवाल...

Bilaspur News: सीयू और सरस्वती महाविद्यालय के बीच हुआ समझौता ज्ञापन. कुलपति प्रोफेसर आलोक चक्रवाल ने इस मौके पर उम्मीद जताई कि महाविद्यालय क़े रूप में उन्नयन होने क़े बाद सरस्वती महाविद्यालय उच्च शिक्षा क़े क्षेत्र में नया आयाम स्थापित करेगा.

Update: 2024-10-14 14:49 GMT

Bilaspur News: बिलासपुर। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) नैक से ए++ ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय और सरस्वती महाविद्यालय कोनी, विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान छत्तीसगढ़ के बीच आज 14 अक्टूबर को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।

समझौता ज्ञापन के हस्ताक्षर अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों को अपने सामाजिक सरोकारों के प्रति सजग रहते हुए भारतीय परंपरा के अनुसार समाज के सभी वर्गों को साथ लेकन चलना चाहिए। इसी समावेशी दृष्टिकोण के तहत गुरु घासीदास विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न योजनाएं प्रारंभ की गई हैं जिनमें सुदामा योजना, स्वाभिमान थाली योजना, श्रवण लाइन योजना एवं स्वावलंबी छत्तीसगढ़ शामिल हैं। सरस्वती महाविद्यालय ने विद्यालयीय शिक्षा में उच्च आदर्श स्थापित किये हैं।

कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने उम्मीद जताई कि महाविद्यालय के रूप में उन्नयन के उपरांत यह उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आदर्श शिक्षा एवं शिक्षण को स्थापित करेगा। इस एमओयू के माध्यम से दोनों संस्थान एक दूसरे को अकादमिक एवं प्रशासनिक सहयोग प्रदान करेंगे।

सरस्वती महाविद्यालय के अध्यक्ष बृजेंद्र शुक्ला ने कहा कि एमओयू के रूप में केन्द्रीय विश्वविद्यालय द्वारा हमारे महाविद्यालय को मंच प्रदान कर बड़ा अवसर दिया जा रहा है। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षा के समस्त क्षेत्रों में विस्तार के अवसर प्राप्त होगा। जुड़ावन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विद्या भारती छत्तीसगढ़ ने कहा कि शिक्षा, संस्कृति और साहित्य किसी भी देश की पहचान है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से विश्वविद्यालय द्वारा महाविद्यालय के विकास में योगदान से शिक्षा के स्तर में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं।

डॉ. देवनारायण साहू, प्रांत संगठन मंत्री विद्या भारती छत्तीसगढ़ ने कहा कि बिलासपुर में प्रारंभ यह महाविद्यालय विद्या भारती के अंतर्गत चलने का छत्तीसगढ़ का तीसरा महाविद्यालय है। इसके अतिरिक्त सरगुजा एवं जगदलपुर में महाविद्यालय कार्यरत हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में इस एमओयू के माध्यम से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में लाभ प्राप्त होगा।

इससे पूर्व अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। मंचस्थ अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर मां सरस्वती एवं बाबा गुरु घासीदास जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किये। स्वागत भाषण अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. शैलेन्द्र कुमार ने दिया। एमओयू के विषय में विस्तार से जानकारी डॉ. एस.एस. ठाकुर ने प्रदान किया।

कार्यक्रम का संचालन प्रो. भारती अहिरवार, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी विकास विभाग ने संचालन किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अभय एस. रणदिवे ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में सरस्वती महाविद्यलाय के पदाधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य अतिथिओं के साथ ही विश्वविद्यालय के विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, अधिकारीगण, शिक्षणगण एवं शोधार्थी उपस्थित रहे।

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