Bilaspur news: CG प्रधान पाठिका सस्पेंड, वायरल वीडियो बना निलंबन का कारण, जानिये.. क्या है मामला

Bilaspur news: एमडीएम के लिए सहकारी समिति से स्कूली बच्चों के द्वारा साइिकल से चावल ढोने का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर डीईओ ने बीईओ को मामले का जांच कराने और रिपोर्ट पेश करने कहा था। बीईओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर डीईओ ने प्रधान पाठिका को निलंबित कर दिया है। पढ़िए डीईओ का आदेश।

Update: 2024-10-07 11:20 GMT

IPS Vikas Kumar Suspended

Bilaspur News: बिलासपुर। मस्तूरी ब्लाक के स्कूल में स्कूली बच्चों के द्वारा सहकारी समिति से चावल ढोने का वीडियो वायरल होने के बाद स्कूल की प्रभारी प्रधान पाठिका को निलंबित कर दिया गया हैं। मामले में मस्तूरी बीईओ ने जांच कर प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा था। जिसके बाद निलंबन की कार्यवाही की गई है।

मस्तूरी ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक शाला सोन में पढ़ाई करने वाले 10 से 12 वर्ष के बच्चे सहकारी समिति से साइकिल से चावल ढोते हुए स्कूल परिसर में ला रहे थे। स्कूली बच्चों द्वारा पढ़ाई के बजाय साइकिल के जरिए चावल ढोने का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। इसमें मस्तूरी ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक शाला सोन के कुछ बच्चे स्कूल के मध्याह्न भोजन पकाने के लिए सोसाइटी से मिलने वाले चावल के बोरे को साइकिल में ढोते हुए स्कूल तक ला रहे हैं। बच्चों का एक ऑडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें बच्चों ने आरोप लगाया है कि प्रधान पाठिका पुष्पा मैडम सोसाइटी से स्कूल तक चावल लाने के लिए कहती हैं। इसके लिए साथ ही झूठ बोलने के लिए भी कहती हैं। पैसा भी देती हैं। यदि वे यह नहीं करते तो पुष्पा मैडम उन लोगों को मारती हैं। इस पूरे मामले में प्रधान पाठिका पुष्पा साहू का कहना था कि उनके यहां के कुछ स्टाफ जानबूझकर इस तरह के वीडियो बनाकर वायरल कर रहे हैं, ताकि उन्हें स्कूल से हटा दिया जाए।

प्रधानपाठिका ने तब यह कहा था

वायरल वीडियो के मामले में मस्तूरी ब्लॉक की प्रधान पाठिका पुष्पा साहू का कहना था कि आए दिन उनके यहां की स्टाफ द्वारा इस तरह के वीडियो बनाकर वायरल कर उन्हें बदनाम करते हैं। उन्हें पद से हटाने की साजिश की जा रही है। बीते दिनों 15 अगस्त को पंचायत स्तर पर एक बैठक हुई थी, जिसमें एक शिक्षिका ने खुद प्राचार्य पद संभालने का प्रस्ताव रखा था। लेकिन बीईओ ने कह दिया कि वरिष्ठ के रहते हुए कनिष्ठ को प्राचार्य नहीं बना सकते।

कलेक्टर ने निर्देश पर डीईओ ने कराई जांच

मामले में जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू का कहना है कि मस्तूरी के प्राथमिक शाला सोन से पहले भी इस तरह की शिकायत मिल चुकी है। बीईओ को भेजकर एक बार जांच कराते हुए हेडमास्टर को नोटिस जारी किया गया था। कलेक्टर अवनीश शरण ने वायरल वीडियो की जांच कराने का निर्देश जारी किया था। मस्तूरी बीईओ की जांच प्रतिवेदन में पुष्टि होने पर पुष्पा साहू, प्रभारी प्रधान पाठिका शासकीय प्राथमिक शाला सोन को जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय प्राचार्य शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला पचपेड़ी तय किया गया है।




 


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