दू पईडील सुपोषण बर‘ कार्यक्रम को अमचो बस्तर में मिल रहा है अच्छा प्रतिसाद….कुपोषण के दानव को हराने के लिए बस्तर के सभी आयु वर्ग युवा,बुजुर्गों ने कसी कमर…

Update: 2021-01-15 06:46 GMT

 

जगदलपुर 15 जनवरी 2021। कलेक्टर रजत बंसल के मार्गदर्शन में सुपोषण को लेकर शुरु किए गए, अभियान के तहत जन-जन को जागरूक करने के लिए ‘दू पईडील सुपोषण बर‘ कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम के तहत 10 से 17 जनवरी तक विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं। सप्ताह भर चलने वाले इस कार्यक्रम को सभी वर्गों का व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है।कोलेंग से लेकर ककनार तक इस कार्यक्रम के जरिए आने वाली तस्वीरें कुपोषण रुपी दानव को हराने का सपना संजोने वालों के मन में उत्साह भर रही हैं। इस कार्यक्रम के तहत स्वैच्छिक अनुदान को भी बढ़ावा देते हुए जिले के कुपोषित बच्चों को चिन्हिांकित कर पोषण पुनर्वास केंद्रों के माध्यम से भी लाभान्वित किया जाएगा।

इस कार्यक्रम के तहत् बस्तर जिले के विभिन्न स्थानों में सायकिल रैलियां भी आयोजित की जाएंगी। 17 जनवरी को सुबह 6 बजे से सायकल रैली प्रारंभ होगी जो चित्रकोट से मेंद्री घुमर-तामड़ा घुमर होते हुए मिचनार तक 45 किमी. तक की दूरी तय करेगी। बच्चों और बिगिनर सायकलिस्ट के लिए चित्रकोट से मेंद्री घुमर-तामड़ा घुमर 20 किमी. की दूरी रखी गई है। प्रोफेशनल सायकलिस्टो के लिए चित्रकोट, मेंद्री घुमर-तामड़ा घुमर मिचनार होते हुए ऑफरोडिंग सायकलिंग का भी आयोजन किया जा रहा है।

इस अभियान में आदिवासी संस्कृति, स्थानीय व्यंजन का प्रदर्शन किया जाएगा। जिसका आने वाले आंगतुक और सायकलिस्ट लुफ्त उठा सकेंगे। साथ ही एंडवेंचर स्पोर्टस के तहत् राॅक क्लाईबिंग, वाॅटर वेप्लिंग, घने जंगलों के बीच ऑफरोडिंग, ट्रैकिंग, कैम्पींग के साथ बोनफायर का भी आयोजन किया जा रहा है। राज्य एवं देश के नागरिकों के अलावा कुछ विदेशी नागरिक भी इस रैली में शामिल होकर सुपोषण को बढ़ावा देने के लिए सायकल चलाएंगे। इस अभियान का उद्देश्य जिले को कुपोषण से शत-प्रतिशत मुक्त कराना है। इस कार्यक्रम को युवोदय के स्वयं सेवक, मितानिन, आंगनबाडी कार्यकर्ता, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। अभियान के अंतिम दिन 17 जनवरी 2021 को कुपोषित बच्चों के अभिभावक समेत ग्रामवासियों द्वारा भी अपने-अपने ग्राम में सायकल चालन का कार्य किया जाएगा तथा ग्रामीण स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन तय किया गया है। इस कार्यक्रम का मूल भाव अभिभावकों के मध्य कुपोषण से हानि एवं सुपोषण से होने वाले लाभ का संदेश पहुंचाना है तथा उनमें जागरूकता उत्पन्न करना है।

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