Pradhan Mantri Ujjwala Yojana: इस योजना ने बदल दी महिलाओं की जिंदगी, धुएं और सांस की बीमारी से दी निजात, जानें उज्जवला योजना के लिए पात्रता और आवेदन का तरीका

इस योजना के तहत गरीब परिवार की महिलाओं को मुफ्त में गैस सिलेंडर और चूल्हा दिया जाता है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana) का शुभारंभ 1 मई 2016 को किया गया था। आज हम आपको इस योजना के बारे में पूरी जानकारी देंगे...

Update: 2024-07-08 12:11 GMT

रायपुर, एनपीजी डेस्क। इस योजना के तहत गरीब परिवार की महिलाओं को मुफ्त में गैस सिलेंडर और चूल्हा दिया जाता है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana) का शुभारंभ 1 मई 2016 को किया गया था। साल 2024 में भारत सरकार ने महिलाओं को मुफ्त में गैस सिलेंडर देने के लिए 75 लाख आवेदन फॉर्म जमा करने का लक्ष्य रखा है।

सरकार की उज्जवला योजना के तहत महिलाओं को घरेलू सिलेंडर पर सरकार 300 रुपये की सब्सिडी देती है। सिर्फ बीपीएल परिवार को ही इस योजना का लाभ मिलेगा। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत की थी। पूरे साल महिलाएं एलपीजी सिलेंडर का ही इस्तेमाल करें, इसलिए इन्हें सब्सिडी पर गैस सिलेंडर दिए जाते हैं। इसके साथ ही कनेक्शन लेने पर 1600 रुपये की आर्थिक सहायता भी दी जाती है, ताकि वे गैस कनेक्शन से जुड़ी अन्य जरूरी चीजें भी खरीद लें। गैस स्टोव खरीदने के लिए सरकार EMI की सुविधा भी देती है।


  • योजना का नाम- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
  • 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू की थी योजना
  • योजना का शुभारंभ- 1 मई 2016
  • संबंधित विभाग- पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय
  • उद्देश्य- गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन देना
  • आवेदन प्रक्रिया- ऑफलाइन/ऑनलाइन
  • आधिकारिक वेबसाइट- https://www.pmuy.gov.in/

  • प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) में आवेदन करने की पात्रता
  • आवेदक भारतीय महिला होनी चाहिए।
  • महिला की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  • महिला BPL परिवार से होनी चाहिए।
  • महिला के पास बीपीएल और राशन कार्ड होना चाहिए।
  • आवेदक के परिवार के किसी सदस्य के नाम पर LPG कनेक्शन नहीं होना चाहिए।
  • ऐसे लोग जो एसईसीसी के अंतर्गत आते हो।
  • अनुसूचित जाति परिवार की महिलाएं।
  • अनुसूचित जनजाति परिवार की महिलाएं।
  • प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के एससी/एसटी लाभार्थी।
  • अंत्योदय अन्न योजना (AAY) की लाभार्थी महिलाएं।
  • अति पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की महिलाएं।
  • चाय और पूर्व चाय बागान जनजाति से संबंधित महिलाएं।
  • वनवासी समुदाय की महिलाएं।
  • द्वीप और नदी द्वीप समूह में रहने वाली महिला।

ऐसे करें योजना का लाभ लेने के लिए अप्लाई

  • सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmuy.gov.in/ujjwala2.html पर जाएं।
  • यहां आपके सामने एक डाउनलोड फॉर्म का ऑप्शन दिखाई देगा।
  • फॉर्म को डाउनलोड करने के बाद इसमें मांगी गई सभी जानकारी भर दें।
  • इस फॉर्म को अब आप एलपीजी केंद्र में जमा करा दें।
  • इससे संबंधित दस्तावेजों को भी साथ में जमा करा दें।
  • अब डॉक्यूमेंट्स के वेरिफाई होने के बाद आपको LPG कनेक्शन मिल जाएगा।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2.0 से जुड़ी खास बातें

योजना के तहत लाभार्थियों को मुफ्त LPG कनेक्शन मिलेगा।

पहली बार भरा हुआ सिलेंडर फ्री रहेगा।

योजना का लाभ लेने के लिए प्रवासियों को राशन कार्ड और एड्रेस प्रूफ जमा करने की जरूरत नहीं होगी।

2016 में किया गया था पीएम उज्ज्वला योजना 1.0 का शुभारंभ

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 1.0 का शुभारंभ 2016 में किया गया था। इसके तहत 5 करोड़ गरीब परिवार की महिलाओं को गैस कनेक्शन बांटने का लक्ष्य रखा गया था। इसके बाद 2018 में इस योजना को आगे बढ़ाते हुए 7 और कैटेगरी की महिलाओं को इसका लाभ देना शुरू किया गया था। इसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अंत्योदय अन्न योजना, अति पिछड़ा वर्ग, चाय बगान वर्कर, वनवासी और द्वीपों में रहने वाले लोगों को भी शामिल कर लिया था।

धुएं और सांस की बीमारी से मिली निजात

योजना की शुरुआत के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के स्वास्थ्य का जिक्र करते हुए कहा था कि चूल्हे पर खाना बनाने के चलते मां-बहनें सांस की गंभीर समस्याओं से पीड़ित हो रही हैं। ऐसे में बिना धुएं और इससे होने वाली बीमारी से छुटकारा दिलाने के लिए प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की शुरुआत की जा रही है। इस योजना का लाभ लेने के लिए महिला के पास बैंक अकाउंट होना चाहिए।

इस योजना को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय संचालित करता है। पीएम उज्ज्वला योजना (PMUY) का मकसद महिलाओं को तो लकड़ी और कोयले के चूल्हे से छुटकारा दिलाना है ही, साथ ही वातावरण को भी प्रदूषण मुक्त बनाना है।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2.0

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में 10 अगस्त 2021 को उज्जवला योजना 2.0 को शुरू किया था। इस योजना के तहत लाभार्थियों को पहला रिफिल और चूल्हा मुफ्त में दिया जाता है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को पहचान पत्र या राशन कार्ड देने की जरूरत नहीं है। एड्रेस प्रूफ के तौर पर लाभार्थियों को एक स्व घोषणा पत्र जमा करना होता है।

प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स

  • आधार कार्ड
  • राशन कार्ड
  • बीपीएल कार्ड
  • आयु प्रमाण पत्र
  • बैंक खाता पासबुक
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • इस तरह से दें योजना का फीडबैक
  • फीडबैक देने के लिए भी आपको आधिकारिक साईट www.pmuy.gov.in पर जाना होगा।
  • होम पेज पर आपके सामने फीडबैक का विकल्प खुल जाएगा।
  • जैसे ही आप उस पर क्लिक करेंगे, आपके सामने फीडबैक फॉर्म खुलेगा।
  • फॉर्म में मांगी गई जानकारियां भरने के साथ ही आपको फीडबैक देना है और फिर इस फॉर्म को सबमिट कर दें।

प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत मिलने वाला LPG सिलेंडर 503 रुपए का

नए रेट की बात करें, तो सरकार ने सब्सिडी को 300 रुपये करने का फैसला किया। इस समय लोगों को उज्जवला योजना के तहत मिलने वाला एलपीजी सिलेंडर 503 रुपये में पड़ रहा है, वहीं सामान्य एलपीजी सिलेंडर के लिए 803 रुपये देने पड़ रहे हैं।

पीएम मोदी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि हमारे देश में गैस कनेक्शन देने का काम 60-70 साल पहले शुरू किया गया था, यानी 6-7 दशक पहले। लेकिन 2014 तक हालत ये थी कि 50-55 साल में सिर्फ 14 करोड़ गैस कनेक्शन ही दिए जा चुके थे। यानी 5 दशक में 14 करोड़। जबकि हमारी सरकार ने एक दशक में 18 करोड़ नए गैस कनेक्शन दिए हैं और इस 18 करोड़ में से 10 करोड़ गैस कनेक्शन मुफ्त में दिए गए हैं। ये गैस कनेक्शन उज्ज्वला योजना के तहत फ्री में दिए गए हैं।

पहले जंगल से बेतहाशा काटी जाती थीं लकड़ियां

पहले खाना बनाने के लिए लकड़ी या फिर कोयलों का इस्तेमाल होता था, जिसकी वजह से धुआं तो उठता ही था, साथ ही स्वास्थ पर गहरा असर पड़ता था। ऊपर से प्राकृतिक साधनों का दोहन मनमाने तरीके से होता था। जंगलों से चूल्हा जलाने के लिए बेतहाशा लकड़ियां काटी जाती थीं। कोयले से सिगड़ी जलाई जाती थी, जिससे पर्यावरण प्रदूषित होता था, लेकिन प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के आने के बाद से इसमें कमी आई है। वहीं धुएं के कारण महिलाओं के स्वास्थ्य पर होने वाले बुरे प्रभाव से भी मुक्ति मिली है। 

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