देश में मिलेट हब बन रहा छत्तीसगढ़...

पोषक तत्वों से भरपूर कोदो-कुटकी, रागी का भूपेश सरकार ने बढ़ाया वैल्यू एडिशन

Update: 2023-01-24 11:23 GMT

रायपुर 17 जनवरी 2023 I कुछ सालों पहले तक मोटा अनाज को सिर्फ गरीबों का भोजन कहा जाता था। लेकिन समय के साथ मोटे अनाज के फायदे दुनिया के सामने आए और अब इनकी डिमांड बढ़ने लगी है। पोषक तत्वों से भरपूर कोदो-कुटकी सिर्फ गरीबों का भोजन माना जाता था, लेकिन सरकारी सहयोग मिलने पर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं खाद्य उत्पादों में कई नवाचार कर इसकी डिमांड बढ़ा दी है। कोदो से बने फ्लैक्स, मिलेट से बने इडली रवा, रागी से बने हक्का नूडल्स, पोहा, पास्ता, कूकीज़, कुटकी से बना पास्ता अब बाजार में उपलब्ध है। जरा सोचिए कि जिस पास्ता और नूडल्स सेहत के लिए सही नहीं माने जाते, अगर वो मिलेट से बने हों तो आप जरूर स्वाद लेना चाहेंगे और ये फायदे भी पहुंचाएंगे। छत्तीसगढ़ सरकार के लघु वनोपज व कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण और वेल्यू एडिशन का इस ओर में किया गया सार्थक प्रयास अब बाजार में भी नजर आने लगा है। नवंबर महीने में दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ का स्टॉल लगा था। जहां स्वाद और सेहत से भरपूर उत्पाद को बढ़िया रिस्पांस मिला और लोगों ने खूब खरीददारी भी की। छत्तीसगढ़ के स्टॉल में लघु वनोपज के प्रसंस्करण द्वारा तैयार त्रिफला, महुआ लड्डू, च्यवनप्राश, चिरौंजी, सेनेटाईजर, भृगराज तेल, शहद, काजू इत्यादि के हर्बल उत्पाद भी मिल रहे हैं।


देश-विदेश में कोदो-कुटकी, रागी जैसे मिलेट की बढ़ती मांग को देखते हुए छत्तीसगढ़ में सितंबर 2021 से मिलेट मिशन शुरू किया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने मिलेट मिशन के माध्यम से वर्ष 2023 तक छत्तीसगढ़ को देश में मिलेट हब के रूप में पहचान बनाने का लक्ष्य रखा है। मिलेट मिशन से वनांचल और आदिवासी क्षेत्र के किसानों की न केवल आमदनी हो रही है। बल्कि छत्तीसगढ़ को एक नई पहचान भी मिल रही है। वहीं, मिलेट्स के प्रसंस्करण और वेल्यूएडिशन से किसानों, महिला समूहों और युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है।

कुटकी, रागी और कोदो की बढ़ी डिमांड

कुटकी, रागी और कोदो जैसे फसल पोषण से भरपूर होते हैं और शहरों में भी इनकी मांग बहुत ज्यादा होती है। राज्य सरकार ने यह तय किया है कि इन्हें शहर के बाजारों तक भी पहुंचाया जाएगा। यह उनके राज्य के किसानों के लिए बहुत ही लाभदायक होगा। छत्तीसगढ़ की सरकार ने कुटकी, रागी और कोदो जैसे पोषक फसलों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के दायरे में स्थान दिया है।


मोदी ने भी की मिलेट मिशन की तारीफ

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ के कृषि क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में हो रही प्रगति के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने उन्हें राज्य में संचालित मिलेट मिशन के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में मिलेट्स का प्रचुर मात्रा में उत्पादन होता है। प्रधानमंत्री मोदी ने मिलेट मिशन की तारीफ करते हुए कहा कि राजधानी रायपुर में मिलेट कैफे शुरू करें। इस दौरान बघेल ने उन्हें केन्द्र के पास लंबित छत्तीसगढ़ की राजस्व राशियों के बारे में भी अवगत कराया और शीघ्र प्रदायगी का अनुरोध किया। राज्य में विभिन्न नागरिक सुविधाओं में सुधार के लिए केन्द्र से सहायता का भी अनुरोध किया। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री को बताया कि छत्तीसगढ़ में मिलेट का उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है। राज्य में कोदो कुटकी का समर्थन मूल्य 3000 रुपये क्विंटल घोषित किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को जानकारी दी देश का पहला मिलेट बैंक की शुरूआत छत्तीसगढ़ में की गई है। जहां 22 प्रकार के मिलेट का उत्पादन होता है। प्रधानमंत्री ने मिलेट मिशन की सराहना करते हुए रायपुर में मिलेट कैफे शुरू करने की सलाह दी।

क्या है मिलेट मिशन

मिलेट मिशन एक ऐसी योजना है जिसके अंतर्गत छत्तीसगढ़ के ऐसे किसान जो लघु धान्य फसल उगाते हैं, उनको इनपुट सहायता, फसलों को उगाने से जुड़ी तकनीक, विशेषज्ञों द्वारा परामर्श और उनके लघु धान्य के सही दाम दिलाना जैसे लाभ दिए जा रहे हैं। इस मिशन के तहत राज्य सरकार छत्तीसगढ़ को भारत का मिलेट हब बनाना चाहती है। छत्तीसगढ़ की सरकार अपने राज्य में हो रहे लघु धान्य फसलों की बढ़ोतरी पूर्ण रूप से कराना चाहती है। मिलेट मिशन छत्तीसगढ़ राज्य के किसानों के लिए है। यह मिशन लघु धान्य फसलों की उपज एवं उनकी बढ़ोतरी के लिए है।


14 जिलों के साथ एमओयू

मिलेट मिशन के पहले चरण में छत्तीसगढ़ राज्य के 14 जिलों के साथ एमओयू हस्ताक्षर हुआ है। कोण्डागांव, बस्तर, बीजापुर, सुकमा, जशपुर, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, कांकेर, राजनंदगांव, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही और कवर्धा जिलों में मिशन मिलेट के लिए एमओयू पर साइन हुए हैं। अगले चरण में और भी जिलों को इसमें शामिल किया जाएगा। इसके तहत आईआईएमआर राज्य में कुटकी, रागी एवं कोदो की सबसे अच्छी क्वालिटी के जो बीज उपलब्ध कराना, सीड बैंक की स्थापना के लिए मदद, इन मिलेट्स की ऊपर से जुड़ी जरूरी जानकारियां अथवा अन्य जरूरी मदद जो ऊपर से जुड़ी है, उनको उपलब्ध करा रही है। इस मिशन के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के किसानों को मिलेट फसलों से जुड़े तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र छत्तीसगढ़ के किसानों को सारी वैज्ञानिक तकनीकों को इस्तेमाल करने का तरीका एवं अन्य प्रशिक्षण भी दी जा रही है। मिलेट मिशन के लिए अगले पांच साल में 170 करोड़ 30 लाख रुपयों का प्रबंध किया जा रहा है।

मिड डे मील में भी मिलेगा मोटा अनाज

छत्तीसगढ़ लघु वनोपज सहकारी संघ के वन-धन की सहायता से लघु धान्य फसलों की खरीदी की जा रही है। राज्य सरकार ने तय किया है कि लघु धन्य फसलों का उपयोग पब्लिक डिसटीब्यूशन सिस्टम्स, मिड डे मील एवं अन्य पोषण और अनाज प्रदान करने वाले कार्यक्रमों जैसी योजनाओं में होगा। इस मिशन के अंतर्गत ऐसे किसान जो कुटकी, रागी और कोदो जैसी फसल लेंगे तो उन्हें ₹9000 प्रति एकड़ देने का प्रावधान है। यदि किसान धान के बदले लघु धान्य फसल जैसे कुटकी, रागी और को धो लेंगे तो उन्हें ₹10,000 प्रति एकड़ रुपए दिए जाएंगे। मिलेट मिशन के लघु धान्य फसलों की बढ़ोतरी करने के लक्ष्य की वजह से राज्य में रोजगार भी बढ़ेगा। इस मिशन के अंतर्गत सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं को भी रोजगार दिया जा रहा है। सरकार का मानना है कि राज्य में खान-पान से जुड़ी बीमारियों और समस्याओं का निदान भी हो सकेगा। मिलेट मिशन राज्य में रोजगार की समस्या को भी दूर करेगा जिसके अंतर्गत किसानों सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी महिलाएं एवं युवाओं को रोजगार मिल सकेगा।

मोटे अनाज के फायदे

इनमें मिनरल, विटामिन, एंजाइम और इन सॉल्युबल फाइबर के साथ-साथ मैक्रो और माइक्रो जैसे पोषक तत्व भी भारी मात्रा में मौजूद होते हैं। इसके अलावा मोटे अनाजों में बीटा-कैरोटीन, नाइयासिन, विटामिन-बी6, फोलिक एसिड, पोटेशियम, मैग्नीशियम, जस्ता जैसे खनिज लवण भी पाए जाते हैं।

  • 0 हड्डियों की मजबूती
  • 0 कैल्शियम की कमी से बचाव
  • 0 पाचन दूरुस्त करने में मदद
  • 0 वजन को कंट्रोल रखने में सहायक
  • 0 एनीमिया का खतरा कम
  • 0 डायबिटीज रोगियों के लिए लाभकारी
  • 0 शरीर को रखता है गर्म
  • 0 दिल के लिए भी अच्छे

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