छत्तीसगढ़ी संस्कृति का गौरव बढ़ा रही सरकार, गेड़ी चढ़े, रहचुली में झूले मुख्यमंत्री, हरेली के रंग में रंगा मुख्यमंत्री निवास

Update: 2023-08-02 09:40 GMT

रायपुर 22 जुलाई 2023। पिछले साढ़े चार सालों में छत्तीसगढ़ के हर तीज-त्योहार को उसकी संस्कृति और परंपरा के साथ गौरव सरकार ने बढ़ाया है। छत्तीसगढ़ का पहला त्योहार हरेली मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सरकारी निवास कार्यालय में परंपरागत रूप से मनाया गया। विधिवत रूप से ग्राम देवी-देवताओं, तुलसी माता, नांगर, कृषि उपकरणों, गेड़ी और गौमाता की पूजा की गई। साथ ही प्रदेश में अच्छी बारिश, अच्छी फसल, किसानों और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की। हरेली तिहार के लिए मुख्यमंत्री निवास को पूरी तरह ग्रामीण परिवेश से सजाया गया था। जहां चारो-ओर छत्तीसगढ़ी संस्कृति की छटा दिख रही थी। छत्तीसगढ़ी संगीत, लोकनृत्य, पारंपरिक गड़वा बाजा, राउत नाचा, गेड़ी नृत्य, रहचुली और विभिन्न छत्तीसगढ़ी पकवानों और व्यंजनों के आनंद के साथ मुख्यमंत्री निवास में मौजूद लोग उत्साह के साथ हरेली में शामिल हुए। इसके साथ-साथ पशुधन विकास विभाग द्वारा विभिन्न डेयरी उत्पादों तथा पशु आहार पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई। परंपरागत कृषि उपकरणों का स्टॉल लोगों को खूब भाया और लोग खेती-किसानी के पुराने दिनों को याद करने लगे। इस अवसर पर लोक कलाकारों द्वारा राउत नाचा और गेड़ी चढ़कर नृत्य की प्रस्तति भी दी गई। राउत नाचा के कलाकारों के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वेशभूषा पहनकर उनका उत्साह बढ़ाया। मुख्यमंत्री आवास हरेली ग्राउंड मेला जैसा लग रहा था। लोक संस्कृति की अनूठी झलक दिख रही थी। मुख्यमंत्री ने अपनी बेटी और नातिन के साथ रहचुली झूले का आनंद लिया। इस दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी रहचुली का आनंद लिया।

गेड़ी पर सरपट चले मुख्यमंत्री

छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार पर गेड़ी चढ़ने की पुरानी परंपरा है। मुख्यमंत्री बघेल गेड़ी चढ़कर सरपट चले और बरसों पुरानी यह परंपरा निभाई। मुख्यमंत्री उसी तरह से उत्साह और ऊर्जा से भरपूर नजर आ रहे थे। जैसे कोई किशोर हरेली के मौके पर गेड़ी चढ़कर अपनी खुशी जाहिर करता है।


भौंरा चलाकर किया चकित

हरेली त्यौहार के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बचपन की यादों को ताजा किया। अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने अपनी हथेली पर भौंरा चलाकर सबको फिर एक बार चकित कर दिया। मुख्यमंत्री ने जिस कुशलता से भौंरा चलाया, लोगों ने उसका भरपूर आनंद लिया। लोगों ने ताली बजाकर मुख्यमंत्री के भौंरा चलाने के कुशलता की प्रशंसा की।

विभिन्न विभागों के स्टॉल लगे

मुख्यमंत्री निवास में आयोजित हरेली तिहार में कृषि एवं पशुधन विभाग द्वारा डेयरी उत्पादों तथा परंपरागत कृषि उपकरणों पर आधारित स्टॉल लगाए गए। मुख्यमंत्री ने स्टॉलों का अवलोकन किया और किसानों की आय बढ़ाने के लिए पशुधन विभाग के नवाचारी प्रयासों की सराहना की। स्टॉल में मुख्य रूप से डेयरी उत्पाद और पशु आहार रखा गया था। मुख्यमंत्री ने कृषि उपकरणों के स्टॉल को देखा जहां परंपरागत रूप से कृषि व घरेलू कार्यों में उपयोग होने वाले रापा, दतारी, कोपर, ढेकी, टंगिया, सूपा, जाता, झउहा, परासी और हंसिया आदि प्रदर्शन के लिए रखे गए थे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि अच्छी पहल है। तकनीकी के इस दौर में आज के युवा भी पुरानी कृषि औजारों और उपकरणों को जान पाएंगे। उन्हें पता चलेगा कि यह केवल खेती से जुड़ा नहीं है बल्कि इसका संबंध हमारी संस्कृति और परंपरा से जुड़ी है।

हरेली छत्तीसगढ़ी समृद्धि का उत्सवः भूपेश बघेल

रायपुर जिले के नवागांव में आयोजित हरेली के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हरेली छत्तीसगढ़ी समृद्धि का उत्सव है। आज से तीन साल पहले इसी दिन से हमने गोधन न्याय योजना की शुरूआत की थी। खेती किसानी से जुड़ी हमारी योजनाओं से प्रदेश में समृद्धि आई है और पूरे प्रदेश में लोग बहुत उल्लास के साथ हरेली पर्व मना रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने नवागांव में रीपा की स्वीकृति, सामुदायिक भवन के लिए 20 लाख रुपए और दर्री तरिया सौंदर्यीकरण के लिए 25 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार बारिश अच्छी हुई है। अब रोपा लगना आरंभ हो जाएगा। इस बार अच्छी फसल होने की उम्मीद है। हम 20 क्विंटल प्रति एकड़ किसानों का धान खरीदेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी हमने किसी को नुकसान नहीं होने दिया है। संकट की घड़ी में सबको राशन भिजवाया। किसान और व्यापारी सब संतुष्ट रहे।

रीपा के कैटलाग का विमोचन

मुख्यमंत्री ने रीपा केंद्र में सेवागुड़ी एप्लीकेशन का उद्घाटन किया। रीपा के कैटलाग का विमोचन भी किया। साथ ही उन्होंने प्लेसमेंट कैंप के माध्यम से चयनित 10 लोगों को सांकेतिक जाब आफर लेटर दिया। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के हितग्राहियों को मार्जिन मनी अनुदान सौंपा। साथ ही मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग के स्टाल में हितग्राहियों को किट वितरण और महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टाल में सुपोषण टोकरी का वितरण किया। साथ ही स्कूली बच्चों को भी किया यूनिफार्म का वितरण किया।

वर्मी कंपोस्ट उत्पादन केन्द्र का अवलोकन

मुख्यमंत्री ने नवागांव गौठान में वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन सहित विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया। वर्मी कम्पोस्ट में लगी महिला समूह की सदस्यों ने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी से उनके गौठान से प्रारंभ हुई। इससे 103 पशुपालक जुड़े हुए हैं जिन से अब तक 10481 क्विंटल गोवर खरीदी की जा चुकी है जिसमें से 1785 क्विंटल वर्मी गोठान समिति द्वारा बेचा जा चुका है और 5.50 लाख रुपये की आय हो चुकी है। साथ ही सुपर कम्पोस्ट 240 क्विंटल भी बेचा गया है, जिससे 33,000 रुपये मिल गए है। इससे 14 महिला समूह जुड़े है जो वर्मी उत्पादन, मछली मशरूम दोना पत्तल अर्क उत्पादन का कार्य करते हैं। उल्लेखनीय है कि गौठान में रिजर्व बैक के पूर्व गर्वनर श्री रघुराम राजन और ऑस्ट्रेलियाई, जर्मनी और अमेरिका इटली के प्रतिनिधि-मंडलों एवं देश के 27 सांसदों के टीम सहित अन्य राज्यों के प्रतिनिधि मंडल ने भी अवलोकन किया है और सराहना भी की है।

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