बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना (BBBP) 2024: देश में लैंगिक अनुपात खत्म कर बेटियों को सशक्त करना लक्ष्य, जानें योजना में और क्या-क्या है खास ?

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत में की थी। इस योजना में बच्चियों के अस्तित्व, सुरक्षा और शिक्षा को सुनिश्चित किया जाता है। इस योजना से लिंग अनुपात में सुधार देखने को मिला है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से कन्या भ्रूण हत्या में भी कमी आई है।

Update: 2024-07-31 12:54 GMT

रायपुर, एनपीजी न्यूज। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत में की थी। इसे 100 जिलों में शुरू किया गया था। 3 मंत्रालय मिलकर इस योजना को चलाते हैं। इनमें मिनिस्ट्री ऑफ वीमेन एंड चाइल्ड वेलफेयर, मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर और मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स शामिल हैं।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के माध्यम से ना केवल बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है, बल्कि बेटियों को हायर एजुकेशन के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को फीमेल चाइल्ड सेक्स रेशियो में कमी को रोकने के लिए शुरू किया गया था। इसके तहत महिलाओं के एंपावरमेंट से जुड़े मुद्दों को भी हल किया जाता है। यह बेटी और बेटे के बीच समानता स्थापित करने में भी कारगर साबित हुई है।

इस योजना से लिंग अनुपात में सुधार

इस योजना में बच्चियों के अस्तित्व, सुरक्षा और शिक्षा को सुनिश्चित किया जाता है। इस योजना से लिंग अनुपात में सुधार देखने को मिला है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से कन्या भ्रूण हत्या में भी कमी आई है।

देश के हर जिले में संचालित की जा रही है योजना

सरकार द्वारा Beti Bachao Beti Padhao Yojana को वर्ष 2014-15 में केवल 100 जिलों में शुरू किया गया था। वर्ष 2015-16 में इस योजना में 61 और जिले जोड़ दिए गए थे। इस समय यह योजना देश के हर जिले में संचालित की जा रही है। इस योजना के माध्यम से बेटियों के जीवन स्तर में सुधार आया है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना 2024 में किए गए हैं कुछ संशोधन

केंद्र सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना 2024 में कुछ संशोधन किए हैं। इसमें सरकार इन बातों को शामिल करने जा रही है.. जैसे-बालिकाओं को कौशल शिक्षा देना, माध्यमिक शिक्षा में उनका नामांकन बढ़ाना, मासिक धर्म संबंधी स्वच्छता के बारे में उन्हें जागरूक करना और बाल विवाह को खत्म करना।

महिलाओं को सशक्त बनाना और उनकी शिक्षा पर जोर देना भी लक्ष्य

कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य महिलाओं को सशक्त बनाना और उनकी शिक्षा पर जोर देना है। केंद्र सरकार इसे और भी प्रभावी बनाने के लिए काम कर रही है। मंत्रालय के नए दिशा-निर्देश में मौजूदा केंद्रों को अपग्रेड करते हुए 300 अतिरिक्त केंद्रों की स्थापना किए जाने का लक्ष्य है। इसके अलावा महिलाओं के लिए निर्देशित कई केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। केंद्र अब नए दिशा-निर्देशों के अनुसार नए परिसरों और ओएससी केंद्रों के रखरखाव, सुधार और निर्माण पर अधिक जोर देगा। 

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के उद्देश्य

देश मे लैंगिक अनुपात को खत्म करना।

लड़कियों के साथ होने वाले भेदभाव को खत्म किया गया है।

ये योजना केवल जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से शुरू की गई है।

इसके तहत सीधे तौर पर आर्थिक लाभ नहीं मिलता है।

इस योजना से बेटियों के जन्मोत्सव पर 5 पोधों का वृक्षारोपण के लिए बढ़ावा देना है।

बेटियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देना।

समाज में बेटियों को जिम्मेदार बनाकर उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना। 

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना टार्गेट ग्रुप

प्राथमिक- युवा एवं नवविवाहित जोड़े, गर्भवती एवं छोटे बच्चों की माताएं, माता-पिता

माध्यमिक- युवा, किशोर, चिकित्सक, निजी अस्पताल, नर्सिंग होम एवं डायग्नोस्टिक सेंटर

तृतीय- अधिकारी, पंचायती राज संस्थान, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता, महिला स्वयं सहायता समूह/सामूहिक, धार्मिक नेता, स्वयंसेवी संगठन, मीडिया, चिकित्सा संघ, उद्योग संघ, आम जनता

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का मूल्यांकन

इस योजना का मूल्यांकन स्वतंत्र एजेंसी द्वारा नीति आयोग के परामर्श से किया जाएगा।

एकरूपता बनाए रखने के लिए भारत सरकार द्वारा सर्वेक्षण/समवर्ती मूल्यांकन तंत्र के प्रमुख और कार्यप्रणाली तैयार की जाएगी।

  • Beti Bachao Beti Padhao Yojana केंद्र सरकार की योजना है।
  • इस योजना को राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के माध्यम से जिला कलेक्टर के माध्यम से कार्यान्वित किया जाता है।
  • कलेक्टरों को योजना के कार्यान्वयन के लिए 100% वित्तीय सहायता दी जाती है।
  • महिला एवं बाल विकास मंत्रालय केंद्र से योजना के बजटीय नियंत्रण और प्रशासन के लिए जिम्मेदार होगा।
  • महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव निर्देशक एवं अन्य अधिकारी योजना के समग्र के लिए जिम्मेदार होंगे।
  • जिला स्तर पर डीपीओ योजना के कार्यान्वयन के लिए नोडल अधिकारी होंगे।
  • इस योजना को आईसीडीसी प्लेटफॉर्म के माध्यम से लागू किया जाएगा।
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से जुड़ी हुई योजनाएं
  • सुकन्या समृद्धि योजना
  • लाड़ली लक्ष्मी योजना
  • बालिका समृद्धि योजना
  • धनलक्ष्मी योजना 

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से जुड़ी योजनाओं में आवेदन करने के लिए जरूरी दस्तावेज

आधार कार्ड

पासपोर्ट साइज फोटो

मोबाइल नंबर

जन्म प्रमाण पत्र

सरकारी विभाग द्वारा जारी आईडी

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से जुड़ी योजनाओं में आवेदन ऐसे करें

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना केवल देश के नागरिकों को लड़कियों के प्रति जागरूक करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना से लड़कियों को कोई सहायता राशि नही मिलती है, लेकिन सरकार ने इस योजना के अंतर्गत कुछ ऐसी योजनाओं को शुरू किया है, जिनमें आवेदन कर लड़कियां आसानी से लाभ ले सकती हैं। इसके लिए आवेदन का तरीका इस प्रकार है-

  • सबसे पहले आपको भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
  • इसके बाद आपको वेबसाइट पर वुमेन एम्पावरमेंट स्कीम का ऑप्शन मिलेगा, जिस पर आपको क्लिक कर देना है।
  • क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज खुलेगा जिसमे आपको बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से संबधित सभी योजनाओ के बारे में जानकारी मिल जाएगी।
  • फिर जैसे ही आप किसी योजना पर क्लिक करेंगे आपके सामने उसका आवेदन फॉर्म खुल जाएगा।
  • जिसके बाद आपको उस फॉर्म को भरना है और उसमे मांगे गई दस्तावेजो को अपलोड कर देना है।
  • अंत में आपको सबमिट पर क्लिक कर देना है।
  • इस तरह आप बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना से जुड़ी योजनाओं में आवेदन कर सकती हैं। 
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