Bemetara district: बेमेतरा जिले को जानिए: बेमेतरा जिले का इतिहास और सामान्य परिचय...
बेमेतरा जिले का गठन 1 जनवरी 2012 को हुआ। यह दुर्ग जिले के उत्तरी किनारे पर स्थित है और पहले इसी जिले का हिस्सा हुआ करता था। यह रायपुर संभाग के अंतर्गत आता है। जिले को 2021 में स्वच्छता दर्पण अवार्ड प्राप्त हो चुका है। प्रदेश का पहला पक्षी विहार बेमेतरा के गिधवा-परसदा में है। इसे 'इफको जिला' के तौर पर भी पहचाना जाता है। जिले के बुचीपुर में चौदहवीं शताब्दी का प्रसिद्ध महामाया मंदिर स्थापित है। वहीं सती स्तंभ और सीता देवी मंदिर जिले के संरक्षित स्मारक हैं। शिवनाथ, सुरही, हाफ और संकरी नदी इस जिले मे प्रवाहित होती हैं। यह छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कवि सुरेंद्र दुबे का गृह जिला है।
इतिहास
बेमेतरा सहित दुर्ग जिला सम्राट अशोक के साम्राज्य मे शामिल था। 1742 ई. में यह मराठों के और 1853 से भोंसले राजा के अधीन रहा। कहा जाता है प्राचीन समय में यहां व्योमतारा नाम की रानी का राज्य था,जिनके नाम पर इस नगर का नाम बेमेतरा पड़ा। 1857 से 1906 तक दुर्ग रायपुर जिले की तहसील रहा। 1906 में जब दुर्ग जिला बना तो जिले की तीन तहसीलों में बेमेतरा प्रमुख तहसील थी। स्वतंत्र बेमेतरा जिला 1 जनवरी 2012 को अस्तित्व में आया।
जिले की प्रशासनिक जानकारी
बेमेतरा जिले का कुल क्षेत्रफल 2854.81 वर्ग कि.मी. है। 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की आबादी 7, 95, 759 है।इसके अंतर्गत 5 तहसील, 4 विकासखंड, 1 नगर पालिका परिषद, 704 गांव और 387 ग्राम पंचायत हैं। जिला मुख्यालय बेमेतरा है।
कृषि
गेहूं और तिलहन बेमेतरा की प्रमुख फसलें हैं। इसके अलावा यहां धान,गन्ना, अरहर, चना, अलसी, सरसों आदि की अच्छी पैदावार होती है।
अर्थव्यवस्था
चूना पत्थर, डोलोमाइट, क्वार्टज़ाइट जिले में पाए जाने वाले मुख्य खनिज हैं। यहां नदी किनारे रेत का खनन किया जाता है। इसके अलावा अनेक छोटे उद्योग जैसे जूते, साबुन, मसाले, ईंट, गुड़, बर्तन, बांस का काम यहाँ होता है।
शिक्षण संस्थान
प्रमुख काॅलेज
स्व. ठाकुर महाराज सिंह शासकिय महाविद्यालय, थानखम्हरिया
समाधान कॉलेज, बेमेतरा
शासकीय पंडित जेएलएन कला एवं विज्ञान महाविद्यालय, बेमेतरा
शासकीय कोदूराम दलित महाविद्यालय, नवागढ़
पंडित देवी प्रसाद चौबे शासकीय महाविद्यालय, साजा
नवीन शासकीय कन्या महाविद्यालय बेमेतरा आदि
प्रमुख स्कूल
गवर्नमेंट आदर्श ब्वायज हायर सेकंडरी स्कूल
गवर्नमेंट हायर सेकंडरी स्कूल
इंडियन पब्लिक हायर सेकंडरी स्कूल
सृजन पब्लिक स्कूल
एसजीएम पब्लिक स्कूल
माइंड्स आई इंटरनेशनल स्कूल
अंबो पब्लिक स्कूल आदि
जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल
माँ भद्रकाली मंदिर
जिले के बुचीपुर में चौदहवीं शताब्दी का प्रसिद्ध महामाया मंदिर स्थापित है।भद्रकाली मंदिर अपनी विशालता, सौंदर्य और धार्मिक आस्था के कारण प्रसिद्ध है। यहाँ माँ भद्रकाली के साथ ही शिव भगवान, पार्वती, गणेश जी, नंदी और दक्षिणमुखी हनुमान की सुंदर मूर्तियां हैं।
सहसपुर शिव मंदिर
जिले के सहसपुर में फणिनागवंशी राजाओं द्वारा 13वीं- 14वीं शताब्दी में निर्मित शिव मंदिर दर्शनीय है। नागर शैली में निर्मित इस पूर्वमुखी मंदिर में गर्भगृह, अंतराल और मंडप हैं। मंदिर मे स्वयंभू शिवलिंग स्थापित हैं। सावन मास में श्रृद्धालु यहां दूर-दूर से शिव जी का जलाभिषेक करने आते हैं।
गिधवा परसदा
बेमेतरा जिले के गांव गिधवा- परसदा में पक्षी विहार विकसित किया गया है। यह विभिन्न देशी-विदेशी पक्षियों के लिए एक घर जैसा हैं। यहाँ 150 प्रकार के पक्षी देखे जा सकते हैं। यहां यूरोप, मंगोलिया, बर्मा और बांग्लादेश से आने वाले प्रवासी पक्षियों को देखा जा सकता है। विभिन्न स्थानीय आवासी और प्रवासी पक्षी भी यहां दिखते हैं।
कैसे पहुँचे
सड़क मार्ग से
राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-30 बेमेतरा शहर के मध्य से होकर गुजरता है जो राज्य की राजधानी रायपुर को जबलपुर से जोड़ता है। राज्य राजमार्ग एसएच-7 बेमेतरा को दुर्ग तथा मुंगेली से जोड़ता है।
ट्रेन से
जिले में कोई रेलवे लाइन नहीं है। यहां से निकटतम रेलवे स्टेशन तिल्दा (35 किमी) है और प्रमुख स्टेशन रायपुर (66 किमी) है।
प्लेन से
निकटतम हवाई अड्डा रायपुर (85 किलोमीटर) में है जो देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।