शराबबंदी होने के बाद भी बिहार में शराब का सेवन सबसे ज्यादा, महाराष्ट्र सहित इन राज्यों को छोड़ा पीछे…रिपोर्ट में खुलासा

Update: 2020-12-16 08:28 GMT

नईदिल्ली 16 दिसंबर 2020. बिहार में भले ही साढ़े चार साल से शराबबंदी हो लेकिन यहां के पुरुष जमकर शराब पीते हैं. सरकारी रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है. आंकड़े बताते हैं कि बिहार के पुरुष शराब पीने में अभी भी महाराष्ट्र सहित कई राज्यों से आगे हैं.नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (एनएफएचएस) के आंकड़े बताते हैं कि अगर महाराष्ट्र और बिहार की तुलना करें तो शराबबंदी के बावजूद नशासेवन में बिहार के लोगों का प्रतिशत महाराष्ट्र के लोगों के मुकाबले ज्यादा है.

ये खुलासे एनएफएचएस 2019-20 (NFHS Report) के आंकड़े से हुए हैं. ये आंकड़े हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए हैं. टीओआई के मुताबिक, एनएफएचएस ने शराब के सेवन को लेकर 15 साल से ऊपर के पुरुषों का आंकड़ा दिया है. बिहार के ग्रामीण इलाकों में 14.05 फीसदी लोग शराब का सेवन करते हैं. जबकि शहरी इलाकों में 15.8 फीसदी लोग शराब का उपयोग करते हैं.

पूरे बिहार में ये आंकड़ा 15.5 फीसदी है. यह आकंड़ा इसलिए हैरान करता है क्योंकि बिहार बीते साढे चार साल से शराबबंदी कानून लागू है. शराब सेवन के कारण 6 हजार से ज्यादा लोग जेल में हैं. महाराष्ट्र के शहरी इलाकों में 14.7 फीसदी पुरुष शराब का सेवन करते हैं. जबकि बिहार के शहरी इलाकों में 15.8 फीसदी पुरुष शराब का सेवन करते हैं. महाराष्ट्र में शराब का सेवन करने वाले 15 साल से ऊपर के पुरुषों की संख्या 13.9 फीसदी है, जबकि बिहार में ये आंकड़ा 15.5 फीसदी है.

इस रिपोर्ट के मुताबिक, शराब पीने के मामले में तेलंगाना गोवा से आगे है. तेलंगाना में 43.3 फीसदी पुरुष शराब का सेवन करते हैं. हालांकि, पिछले सर्वे के मुकाबले यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि क्या शराब पीने वालों की संख्या में कोई बदलाव आया है या नहीं. 2015-16 के सर्वे में 15-49 वर्ष के लोगों का सर्वे किया गया था जबकि नए सर्वे में 15 साल से ऊपर के सभी लोगों को शामिल किया गया है.

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