Raipur News: सूदखोर वीरेंद्र तोमर का जुलूस, फटी बनियान में लंगड़ाते दिखा, फिर अचानक हुआ बेहोश, एसएसपी बोले...
Raipur News: रायपुर से फरार सूदखोर वीरेंद्र तोमर का पुलिस ने जुलूस निकाला। सिविल लाइन थाने से आरोपी को पैदल कोर्ट लाया गया।
Raipur News: रायपुर। छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने आरोपी सूदखोर वीरेंद्र तोमर को 8 नवंबर की शाम ग्वालियर से गिरफ्तार किया था। आज सुबह उसे रायपुर लेकर पुलिस पहुंची, जिसके बाद उसे पुरानी बस्ती लाया गया। यहां से उसका जुलूस निकालते हुये पैदल ही जिला कोर्ट लाया गया। इस दौरान वीरेंद्र तोमर फटी बनियान में लंगड़ाते हुये अचानक सड़क पर गिर गया। पुलिसकर्मियों ने उसे उठाया और फिर वाहन में बैठाकर अस्पताल लाया गया, जहां पर उसका मेडिकल चेकाअप कराया गया।
एसएसपी लाल उमेद ने खुलासा करते हुए मीडिया को जानकारी दी कि थाना तेलीबांधा, पुरानी बस्ती के प्रकरणों में फरार आरोपी वीरेन्द्र तोमर उर्फ रूबी तथा रोहित सिंह तोमर दिनांक घटना से लगातार फरार चल रहे थे। रायपुर पुलिस की टीम द्वारा फरार दोनों भाईयों की लगातार तलाश कर उन्हें लोकेट करने का प्रयास किया जा रहा था। आरोपी बार-बार अपना लोकेशन बदल रहे थे। विशेष टीमों का गठन कर आरोपियों की तलाश हेतु टीमों को राजस्थान, हरियाणा, ग्वालियर रवाना किया गया था।
एसएसपी ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि टीम के सदस्यों द्वारा आरोपियों के संबंध में जानकारी एकत्र कर आरोपियों को लोकेट करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान आरोपी वीरेन्द्र तोमर के ग्वालियर में होने की जानकारी पुलिस को मिली। टीम ने रेकी कर आरोपी वीरेन्द्र तोमर उर्फ रूबी को गिरफ्तार किया। आरोपी की संपत्ति को चिन्हांकित कर कुर्की की कार्रवाई की प्रक्रिया की जा रही है। साथ ही फरार आरोपी रोहित तोमर की भी तलाश की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी
वीरेन्द्र सिंह तोमर उर्फ रूबी पिता स्व. ओमप्रकाश तोमर निवासी सांई विला भाठागांव थाना पुरानी बस्ती रायपुर।
मालूम हो कि रायपुर के कई थानों में अपराध दर्ज होते ही आरोपी फरार हो गया था। जून 2025 से आरोप ठिकाने बदल बदलकर छुप रहा था। इसी बीच रायपुर पुलिस को सूचना मिली कि वीरेंद्र तोमर ग्वालियर में छुपा हुआ है।
पुलिस को आरोपी के बारे में हिंट मिलते ही पुलिस की टीम ने ग्वालियर में छापामार कार्रवाई कर उसे धर दबोचा है। पुलिस आरोपी को एमपी से ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लेकर पहुंची है। जल्द ही उसे रायपुर के कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, पुलिस के आते ही वीरेंद्र तोमर का छोटा भाई रोहित तोमर फरार है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।
जानिए क्या है मामला
दरअसल, रायपुर पुलिस की टीम द्वारा फरार आरोपी तोमर बंधुओं की लगातार तलाशी कर रही है। साथ ही उनके अन्य सहयोगियों के संबंध में भी जानकारी जुटाकर उन पर भी लगातार शिकंजा कस रही है। इसी तरह 15 जून को एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की टीम को तोमर बंधुओं के सहयोगी बंटी सहारे एवं जितेंद्र देवांगन उर्फ़ मोनू के बारे में जानकारी मिली। दोनों आरोपी ब्याज के काम की देख-रेख करते थे। पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा बंटी सहारे एवं जितेंद्र देवांगन उर्फ़ मोनू की तलाश करते हुये दोनों को पकड़ा गया।
पूछताछ में बंटी सहारे ने बताया कि पिछले दो वर्षों से रोहित तोमर, वीरेन्द्र तोमर एवं दिव्यांश के कहने पर उनके लिये ब्याज वसूली मैनेजर का काम करता था। मोबाईल में विस्टों फाइनेंस के नाम से ग्रुप बनाया गया है, जिसमें ब्याज की वसूली होती थी और पूरा लेखा जोखा इसी के द्वारा संचालित किया जाता था। जो व्यक्ति ब्याज नहीं देता था उसको तोमर बंधुओं द्वारा धमकी दी जाती थी।
आरोपी बंटी सहारे एवं जितेंद्र देवांगन उर्फ़ मोनू को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 1 नग मोबाइल फोन जब्त किया गया। आरोपियों के विरूद्ध थाना पुरानी बस्ती में दर्ज अपराध क्रमांक 230/25 धारा 308(2), 111(1) भा०न्या०स०, छत्तीसगढ़ ऋणीयों का संरक्षण अधिनियम में कार्रवाई की गई।
दोनों भाई के खिलाफ शिकायत
दरअसल, जयदीप, मनीष, नासिर ने पुरानी बस्ती थाने में रोहित तोमर, वीरेन्द्र तोमर व उसके परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ितों ने शिकायत में बताया था कि तोमर भाइयों के द्वारा पैसे उधार देकर उनसे कोरे कागज, चेक और स्टाम्प में हस्ताक्षर करवा लिया गया था और उनसे ब्याज के नाम पर अधिक पैसे वसूले थे। साथ ही डरा धमका कर उनकी जमीन को अपने नाम से रजिस्ट्रेशन करवा लिए थे।
इस शिकायत के बाद पुरानी बस्ती थाना पुलिस ने धारा 308, 111, छत्तीसगढ़ ऋणीयों का संरक्षण अधिनियम का अपराध पंजीबद्ध किया गया। एसएसपी लाल उमेद ने शिकायत को गंभीरता से लिया और कोर्ट से सर्च वारंट लेकर मंगलवार की रात तोमर भाइयों के ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी में पुलिस को बेहिसाब अवैध संपत्ति जब्त की। साथ ही पुरानी बस्ती थाना के प्रकरण में आरोपी दिव्यांश तोमर 25 साल को सांई विला भाठागांव से गिरफ्तार किया गया।
जानिए कैसे बना अंडा ठेला लगाने वाला करोड़पति
तोमर भाई एक समय में टिकरापारा इलाके में अंडे का ठेला लगाया करते थे। उस समय तोमर का परिवार किराए के घर में रहता था। धीरे-धीरे दोनों भाई ने सूदखोरी का काम शुरू किया और फिर इस काम में ये लोग इतने आगे निकले कि करोड़ों की संपति बना ली। दोनों भाई के नाम पर आज करोड़ो की संपति है। इतना ही नहीं कभी किराए के मकान में रहने वाले तोमर ब्रदर्स के पास भांटागांव में 5 हजार वर्गफीट में बना एक आलीशान बंगला, लग्जरी गाड़ियां भी है। दोनों भाइयों के खिलाफ चाकूबाजी, फायरिंग, सूदखोरी समेत कई अपराध दर्ज है।