Hisar Murder Case: ढाणी श्यामलाल की गली में एसआई रमेश कुमार की पीट-पीटकर हत्या, चिल्लाते रहे... कोई नहीं आया बाहर

Hisar Murder Case: हरियाणा के हिसार में श्यामलाल की ढाणी में उपनिरीक्षक रमेश कुमार की हुड़दंगियों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।

Update: 2025-11-08 11:36 GMT

Hisar Murder Case: हरियाणा के हिसार में वीरवार रात एक खामोश गली उस वक्त दहल गई, जब उपनिरीक्षक (एसआई) रमेश कुमार को हुड़दंगियों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। यह वारदात श्यामलाल की ढाणी गली नंबर-3 की है। रात करीब 11 बजे तक रमेश कुमार की आवाजें गूंजती रहीं लेकिन किसी ने दरवाज़ा नहीं खोला। सुबह जब लोगों ने सुना, तब पछतावा था कि वे एक अच्छे पड़ोसी के काम नहीं आ सके।

10.30 बजे शुरू हुआ झगड़ा, 11 बजे हमला

गवाहों के अनुसार, कुछ युवक रात 10.30 बजे गली में हुड़दंग मचा रहे थे। रमेश कुमार घर पर ही थे। उन्होंने टोका तो पहले तो गाली-गलौज हुई, फिर बात धमकी तक पहुंची। लगभग 11 बजे, करीब 15 लोग हाथ में डंडे, गंडासी और ईंटें लेकर लौटे और रमेश के घर पर हमला कर दिया। भतीजे अमित ने बताया वे बोले यह थानेदार है पहले इसी को देखते हैं। इसके बाद रमेश के सिर पर ईंट से वार किया गया और भीड़ ने डंडों से बेरहमी से पीटा।

पत्नी ने देखा लहूलुहान पति, चीखती रही मदद को

रमेश कुमार की पत्नी बबली देवी ने बताया कि चीख सुनकर जब वे बाहर आईं तो पति खून से लथपथ पड़े थे। वे बेसुध होकर गिर पड़ीं। अमित ने उन्हें संभाला और पुलिस को फोन किया। मदद के लिए कई बार आवाजें लगाईं गईं कुछ लोग बाहर निकले लेकिन तब तक हमलावर भाग चुके थे। स्थानीय लोगों के मुताबिक रमेश कुमार गली-मोहल्ले में सबके परिचित थे। वे अक्सर रुककर लोगों से बात करते, हालचाल पूछते, बच्चों को स्कूल जाने की सलाह देते। किसी ने नहीं सोचा था कि जिस शख्स ने इलाके में सुरक्षा की भावना बनाई उसी को सुरक्षा नहीं मिल पाएगी।

पुलिस ने 5 आरोपी गिरफ्तार किए, कार और स्कूटी जब्त

शुक्रवार को पुलिस ने पिता-पुत्र समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तीन आरोपी भागते हुए घायल हुए उनके हाथ-पैर टूट गए। पुलिस ने एक कार और दो स्कूटी भी जब्त की हैं। एसआई राजबाला, चौकी इंचार्ज नई सब्जी मंडी, ने बताया कि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।

परिवार में दुख और अधूरी बातें

रमेश के पांच भाई हैं। सबसे बड़े भाई कृष्ण पुलिस में एएसआई थे जिनकी पहले ही दुर्घटना में मौत हो चुकी है। बाकी तीन भाई सरकारी नौकरियों से रिटायर हैं। रमेश चौथे नंबर पर थे। घर में बेटियों की शादी की बातें चल रही थीं। सहयोगी बताते हैं कि वे कहते थे बस छोटी बेटी सुजाता की शादी कर दूं, फिर सुकून से रहूंगा।

पुलिस अधिकारियों ने दिया भरोसा

घटना की खबर मिलते ही एसपी शशांक कुमार सावन और एडीजीपी केके राव रात में ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया और कहा कि सभी आरोपियों को जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। डीएसपी तनुज शर्मा ने अस्पताल पहुंचकर पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया देखी। शाम को रमेश कुमार का अंतिम संस्कार पुलिस सम्मान के साथ किया गया।

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