ब्रिटेन में फैला कोरोना का नया स्ट्रेन, कितना घातक, क्या वैक्सीन होगी बेअसर ?

Update: 2020-12-22 07:32 GMT

नईदिल्ली 22 दिसंबर 2020. ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन ने दुनियाभर को एक बार फिर से चिंता में डाल दिया है. भारत सहित कई देशों ने ब्रिटेन के साथ अपना संपर्क पूरी तरह से तोड़ लिया है. बावजूद खतरे को लेकर पूरा विश्व अलर्ट मोड़ में है. ब्रिटने उन चुनींदा देशों में शामिल है जहां कोरोना का टीकाकरण जारी है. टीकाकरण के दौरान कोरोना के नये रूप से पूरी दुनिया दहशत में है. आइये जानते हैं आखिर कोरोना का नया रूप क्या है, यह कितना घातक है और कोरोना वैक्सीन का इसपर कितना असर होगा.

बताया जा रहा है कि ब्रिटेन में पाया गया कोरोना का नया स्ट्रेन पहले की तुलना में 70 प्रतिशत तेजी से फैलने वाला बताया ज रहा है. वायरस का यह नया अवतार और तेजी से फैलने और बढ़ने वाला बताया जा रहा है.

कैसे पता चला कोरोना के नये रूप का

डीएनए के जीनोम के बारे में स्टडी करने वाले इंग्लैंड के विभाग ने कोरोना के नये रूप का पता लगाया. कोरोना का नया स्ट्रेन सबसे पहले दक्षिण पूर्व इंग्लैंड में पाया गया था. सितंबर में ही यह प्रभावी हुआ था. उसके बाद डेनमार्क, नीदरलैंड्स और बेल्जियम में भी यह स्ट्रेन देखा गया.

भारत में अब तक एक भी केस नहीं

स्वास्थय मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि ब्रिटेन में फैले कोरोना के नये स्ट्रेन का भारत में अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है. जबकि इससे पहले ब्रिटेन से आये 6 लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद दहशत फैल गयी थी.

पाए गए कोरोना वायरस के नये रूप के अधिक घातक होने के साक्ष्य नहीं

भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर विवेक मूर्ति ने कहा है कि ऐसा कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है जिससे यह सिद्ध हो सके कि कोरोना वायरस का ब्रिटेन में पाया गया नया और अधिक संक्रामक रूप ज्यादा घातक है. मूर्ति ने कहा, हालांकि ऐसा प्रतीत होता है कि यह अधिक संक्रामक है, लेकिन हमारे पास अभी तक ऐसे साक्ष्य मौजूद नहीं हैं जिनसे यह सिद्ध किया जा सके कि यह संक्रमण के शिकार व्यक्ति के लिए अधिक घातक है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा, घबराने की आवश्यकता नहीं

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नये प्रकार (स्ट्रेन) को लेकर कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा, मैं कहना चाहूंगा कि ये काल्पनिक स्थितियां हैं, ये काल्पनिक बातें है, ये काल्पनिक चिंताएं हैं… अपने आप को इससे दूर रखें. हर्षवर्धन ने कहा, सरकार हर चीज के बारे में पूरी तरह जागरुक है.

कोरोना के नये रूप पर वैक्सीन कितना होगा कारगर

कोरोना के नये रूप को लेकर अब चिंता की जा रही है कि कोरोना वैक्सीन कितना कारगर होगा. भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर विवेक मूर्ति ने कहा कि यह मानने का कोई कारण उपलब्ध नहीं है कि विकसित किये जा चुके कोरोना वायरस के टीके वायरस के नए प्रकार पर प्रभावी नहीं होंगे.

इधर BioNTech के सह-संस्‍थापक उगुर स‍हीन ने दावा किया है कि वैक्‍सीन नये स्‍ट्रेन के खिलाफ असरदार हो. उन्‍होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं भी होता तो भी उनकी वैक्‍सीन छह हफ्तों के भीतर नये स्‍ट्रेन के हिसाब से बदल सकती है.

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