Raipur Thagi Khulasa: ठगों को पकड़ने रायपुर पुलिस बनी किरायेदार, और फिर दिल्ली के फर्जी कॉल सेंटर में जा पहुंची नौकरी मांगने... जाने फिर क्या हुआ

Raipur Thagi Khulasa: बिजली विभाग की सेवानिवृत्त डिप्टी जनरल मैनेजर से ठगी करने वाले 14 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी दिल्ली में कॉल सेंटर खोलकर ऑनलाइन ठगी की घटना को अंजाम देते थे। आरोपियों ने अब तक के देश भर से कई लोगों को अपना शिकार बना चुके है। पकड़े गए ठग कॉल कर खुद को इंश्योरेंस वेरिफिकेशन डिपार्टमेंट से बताकर बीमा पॉलिसी के नाम पर चूना लगाते थे।

Update: 2024-02-10 14:55 GMT

रायपुर। बिजली विभाग की पूर्व डिप्टी मैनेजर से 70 लाख की ठगी करने वाले ठगों के गिरोह का भंडाफोड़ रायपुर पुलिस ने किया है। पुलिस ने इन आरोपियों को दिल्ली के एक फर्जी कॉल सेंटर से धर-दबोचा है। लेकिन क्या आपको पता है, पकड़े गए 14 आरोपियों को पकड़ने रायपुर पुलिस ने भी ठगों का ही तरीका अपनाया... रायपुर पुलिस की एक विशेष टीम पहले दिल्ली पहुंची और यहां पर किसी को शक न हो इसके लिए किरायेदार बनकर आरोपियों की रेकी करने लगी। पुलिस को जब ठगों के कॉल सेंटर का पता चला तो पुलिस के जवान बेरोजगार बनकर कॉल सेंटर में नौकरी मांगने पहुँच गए...फिर क्या था अंदर का नजारा देखकर जवान भी हैरान रह गए। सैकड़ों की संख्या में युवक और युवती ठगी का गिरोह चला रहे थे। पुलिस को समझने में ज्यादा देर नहीं लगा और कॉल सेन्टर के बाहर इशारा मिलने का इंतेजार कर रही टीम ने रेड कार्रवाई करते हुए 14 को गिरफ्तार किया।

जानिए पूरा मामला

दरअसल संजय नगर निवासी बिजली विभाग की पूर्व डिप्टी जनरल मैनेजर ने थाना टिकरापारा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शिकायत में पीड़िता ने बताया था कि राम किशन वर्मा तथा पुनीत जोशी नाम के व्यक्तियों ने वर्ष 2016 से लगातार अलग-अलग नंबरों से फोन कर ठगी की। आरोपियों ने खुद को इंशोरेंस का कर्मचारी बताकर प्रार्थिया को उसके पुराना बीमा पॉलिसी के आधार पर नई बीमा पॉलिसी दिलाने एवं सेवानिवृत्त के समय पॉलिसी का पैसा डबल मिलने का झांसा दिया। आरोपियों ने बीमा पॉलिसी के नाम पर फर्जी कागजात तैयार किया और प्रार्थिया के मोबाइल फोन पर भेजा। इस दौरान ठगों की बातों में फंसकर पीड़िता ने 12.1.2017 से अलग-अलग तारीखों में विभिन्न किश्तों के नाम पर करीबन 70 लाख रूपये जमा कराये। समय बीतने के बाद प्रार्थिया द्वारा बीमा पॉलिसी का भुगतान मांगने पर राम किशन वर्मा और पुनीत जोशी ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर दिया। काफी कॉल करने के बाद भी जब आरोपियों ने फोन नहीं उठाया तो पीड़िता ने ठगा महसूस कर इसकी शिकायत थाना टिकरापारा में धारा 420, 467, 468, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

दिल्ली से पकड़े गए आरोपी

घटना को एसपी संतोष सिंह ने गंभीरता से लिया। पुलिस और क्राईम एण्ड साईबर यूनिट को जांच कर जल्द से जल्द गिरफ्तार के निर्देश दिए गए। थाना टिकरापारा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा अज्ञात आरोपियों की पतासाजी शुरू की गई। टीम के सदस्यों ने पीड़िता के फोन पर आये मोबाइल नंबरों और बैंक खातों के लेन-देन को खंगाला। विभिन्न बैंक खातों के विश्लेषण से बीमा पॉलिसी के नाम पर आरोपियों द्वारा इस ऑनलाइन ठगी को दिल्ली से अंजाम देने की जानकारी मिली। रायपुर पुलिस ने एक विशेष टीम तैयार कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा नोएडा पहुंचकर यहाँ एक साप्ताह तक कैम्प किया गया।

आरोपी को पकड़ने पुलिस बनी किरायेदार

चुकी आरोपियों को पकड़ना काफी चुनौतीपूर्ण था। पुलिस ने ठगों का ही तरीका अपनाते हुए दिल्ली में किरायेदार बनकर व नौकरी की तलाश करने के नाम पर आरोपियों व उनके ठिकानों की खोज शुरू की। टीम ने एक सप्ताह से भी अधिक समय तक दिल्ली में कैम्प कर बारिकी से रेकी करते हुए आरोपियों द्वारा नोएडा में कॉल सेंटर संचालित कर ठगी करने की जानकारी निकाली।

पुलिस टीम द्वारा बी-41, सेक्टर 63, नोएडा स्थित एमडी वेल्थ क्रेटर कॉल सेंटर में रेड कार्रवाई की गई। पुलिस जब कॉल सेंटर के अंदर पहुंची तो नजारा देख वो भी हैरान रह गई। बड़े पैमाने पर युवक और युवतियां फोन कर ऑनलाइन ठगी की घटना को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने 14 आरोपियों को पकड़ा। साथ ही कॉल सेंटर में कार्यरत 25 महिला समेत कुल 41 व्यक्तियों को नोटिस दिया। पूछताछ में आरोपियों द्वारा उक्त ठगी के वारदात को अंजाम देना स्वीकार करने के साथ ही स्वयं को इंश्योरेंस वेरीफिकेशन डिपार्टमेंट से होना बताकर देशभर के अलग-अलग स्थानों से करोड़ो रूपये की ठगी कर धोखाधड़ी करना स्वीकार किया है।

कार्रवाई के दौरान आरोपियों के कब्जे से 57 नग मोबाइल, 1 वायरलेस फोन, 1 लैपटॉप, विभिन्न बीमा कंपनियों से संबंधित 1000 से अधिक पन्नों का दस्तावेज तथा 50 से अधिक फर्जी सिम कार्ड जब्त किया गया है। आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर रायपुर लाकर घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है। आरोपियों द्वारा बीमा पॉलिसी के नाम पर धोखाधड़ी सिंडीकेट एवं गिरोह चलाकर छ.ग. राज्य के रायपुर, दुर्ग, धमतरी के साथ ही साथ असम, हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों में भी इस प्रकार की ठगी की घटना को अंजाम दिये है।

देश भर में ठगी

आरोपी मनजेश कुमार चैहान को वर्ष 2019 में जिला दुर्ग से 65 लाख रूपये के ठगी के मामले में गिरफ्तार, रवि चौहान एवं ऋषभ चैहान पूर्व में दिल्ली से ठगी के मामलों में गिरफ्तार हो चुके है। आरोपी 6 माह में स्थान परिवर्तन कर अपना कॉल सेंटर को परिवर्तित कर देते है। जांच में वर्तमान में आरोपियों द्वारा असम निवासी ललित शर्मा से 25 लाख रूपये की ठगी होने, रोहतक हरियाणा के प्रार्थी से लगभग 40 लाख रूपये की ठगी व देशभर के अलग-अलग राज्यों में ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके है। 

आरोपियों द्वारा जिला धमतरी के एक व्यक्ति से ठगी करने की जानकारी प्राप्त हुई है, जिस संबंध में धमतरी पुलिस को भी जानकारी उपलब्ध करायी जा रहीं है। आरोपियों के अब तक प्राप्त बैंक खातों का अवलोकन पर इन खातों में करोड़ों रूपयों का ट्रांजेक्शन होना पाया गया है, जिसकी आगे जांच की जा रहीं है। गिरफ्तार आरोपियों के बैंक खातों के ट्रांजेक्शन विवरण की जानकारी बाबत एवं उन खातों में उपलब्ध राशि को होल्ड़ कराने के संबंध में संबंधित बैंकों को पत्राचार किया गया है।

गिरफ्तार आरोपी

01. रवि चैहान पिता मदन चैहान उम्र 30 साल निवासी कस्बा श्याना थाना श्याना बुलंदशहर (उ.प्र.)।

02. मनजेश कुमार चैहान पिता छोटेलाल उम्र 36 साल निवासी प्रताप विहार विजय नगर, गाजियाबाद

(उ.प्र.)।

03. मनोज कुमार शर्मा पिता रामनरेश शर्मा उम्र 37 साल निवासी गाजीपुर दिल्ली।

04. दिव्या कुमार पिता उमेश कुमार उम्र 24 साल निवासी बहादुरगढ़ हापुड, पंजाब।

05. ऋषभ चैहान पिता उमेश कुमार उम्र 24 साल निवासी बहादुरगढ़ हापुड, पंजाब।

06. नीतिश कुमार पिता भागमल सिंह उम्र 29 साल निवासी अशोक नगर दिल्ली।

07. नीरज सिंह पिता कालीचरण सिंह उम्र 32 साल निवासी बसई अलेरा जिला आगरा(उ.प्र.)।

08. तारक विश्वास पिता सुनील विश्वास उम्र 30 साल निवासी बिसरख गौतमबुद्ध नगर(उ.प्र.)।

09. विनीत कुमार पिता जितेन्द्र कुमार उम्र 29 साल निवासी सरदाना मेरठ (उ.प्र.)।

10. मोनू पिता ज्ञानेन्द्र सिंह उम्र 26 साल निवासी जहांगीरपुर जिला बुलंदशहर (उ.प्र.)।

11. नजीम मंसूरी पिता फाइक मंसूरी उम्र 28 साल निवासी शास्त्री पार्क दिल्ली।

12. रंजीत कुमार पिता राजू कुमार उम्र 25 साल निवासी जिला व थाना कासगंज (उ.प्र.)।

13. मोहनीश बावनकर पिता पुनक बावनकर उम्र 37 साल निवासी खुर्शीवार दुर्ग (छ.ग.)।

14. अरूण सिंह पिता रामअवतार सिंह उम्र 28 साल निवासी बंडा शांहजहापुर (उ.प्र.)। 

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