Raipur News: डब्लू आर एस कॉलोनी में रावण दहन: राज्यपाल रमेन डेका और CM विष्णु देव हुए शामिल...रावणभांठा-शंकरनगर दशहरा उत्सव देखने उमड़ी भारी भीड़
Raipur News: आर एस कॉलोनी मैदान में 55वें श्रीराम विजयादशमी उत्सव का भव्य आयोजन हुआ। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की गरिमामय उपस्थिति रही
Raipur News: रायपुर। राजधानी के डब्लू आर एस कॉलोनी मैदान में 55वें श्रीराम विजयादशमी उत्सव का भव्य आयोजन हुआ। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की गरिमामय उपस्थिति रही। कार्यक्रम में विशाल जनसमूह ने रावण दहन और आतिशबाजी का रोमांचक दृश्य देखा और देर तक उत्सव का आनंद लिया।
राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि विजयादशमी का यह पर्व आत्ममंथन का भी अवसर है। उन्होंने कहा कि आज हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि अपने भीतर के अहंकार और बुराई का त्याग कर समाज और राष्ट्र की प्रगति में सकारात्मक भूमिका निभाएँ।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि दशहरा का पर्व अधर्म पर धर्म की, असत्य पर सत्य की और बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश देता है। यह पर्व हमें अपने भीतर के नकारात्मक विचारों और प्रवृत्तियों को त्यागकर सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
इस अवसर पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, विधायक पुरंदर मिश्रा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, आयोजन समिति के पदाधिकारी और श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
रायपुर शहर के रावणभांठा एवं शंकरनगर दशहरा उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय रायपुर शहर के रावणभांठा एवं शंकरनगर दशहरा उत्सव में शामिल हुए। सीएम साय ने कहा विजयादशमी पर्व अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है। सत्य परेशान हो सकता है पर पराजित नहीं हो सकता है। सत्य की अंततः जीत होती है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा छत्तीसगढ़ के लिए विजयादशमी का अवसर बहुत ही खास है। प्रभु श्रीराम का छत्तीसगढ़ से बहुत गहरा नाता है। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का मायका और प्रभु राम का ननिहाल है। इस लिए हम प्रभु राम को भांचा राम कहते है। इसी के कारण छत्तीसगढ़ में भांजे का पैर छूकर प्रणाम करने की परंपरा है। वनवास के दौरान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी ने यहां लंबा समय बिताया। छत्तीसगढ़ में अलग अलग स्थानों में इसके प्रमाण मिलते है। वनवास काल में प्रभु श्रीराम के सामने अनेक कठिनाइयां थीं।
रावण से युद्ध के समय श्रीराम वनवासी थे जबकि रावण के पास अस्त्र-शस्त्र के साथ ही विशाल असुरों की सेना थी। प्रभु श्रीराम ने वानर सेना के साथ मिलकर रावण को परास्त कर यह सिद्ध किया कि अधर्म और अहंकार का नाश निश्चित है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपने अंदर रावण रूपी काम, क्रोध,अहंकार,लोभ,मोह एवं माया रूपी बुराइयों को समाप्त करने का आव्हान किया और प्रदेशवासियों को विजयादशमी पर्व की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा यहां दहशरा मनाने की परंपरा लगभग 150 साल पुराना इतिहास है। प्रभु बालाजी महाराज का विशेष आशीर्वाद इस प्रांगण को मिलता है। आज विजयादशमी का पर्व असत्य पर सत्य की,अधर्म पर धर्म की जीत का का प्रतीक है। विधायक सुनील सोनी, महापौर मीनल चौबे ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।