Rail Yatri News: ट्रेन में सफर करने वाले शुगर पेसेंट और जैन समाज के यात्रियों को मिलेगी ये सुविधा...

Rail Yatri News: रेलवे बोर्ड ने जोनल रेलवे को जारी किया आदेश, यात्रियों को अब मिलेगा शुगर फ्री और जैनी भोजन का आप्शन।

Update: 2024-09-08 13:35 GMT

Rail Yatri News बिलासपुर। भारतीय रेल में सफर करने वाले ऐसे यात्री जिनको या तो शुगर है या फिर सादा भोजन करने में भरोसा रखते हैं,उनके लिए अच्छी खबर है। सादा भोजन करने वालों के अलावा जैन समाज के यात्रियों के लिए रेलवे बोर्ड का यह आदेश राहत वाली है। ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को अब शुगर फ्री के अलावा जैनी भोजन या फिर सादा भोजन का आप्शन मिलेगा। अपने मनमुताबिक भोजन का आर्डर कर सकेंगे। आर्डर के मुताबिक उनको भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। यह व्यवस्था जल्द ही प्रारंभ होने वाली है। एक खास बात और रेलवे बाेर्ड ने आदेश के परिपालन और प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए रिजर्वेशन फार्म दोनों आप्शन को शामिल करने का निर्देश दिया है।

मौजूदा दौर में रेलवे में दो ही तरह के भोजन की उपलब्धता रहती है। वेज या फिर नान वेज। यह दोनों ही भोजन शुगर पेसेंट और सादा भोजन करने वाले या फिर जैन समाज के यात्रियों के लिए पूरी तरह वर्जित है। इनके मनपसंद भोजन ट्रेन में ना मिल पाने के कारण सफर के दौरान ये अपनी व्यवस्था खुद करते हैं। कुछ एक स्टेशनों में मनपसंद भोजन ना मिल पाने के कारण दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। इन्हीं सब दिक्कतों को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने यह निर्णय लिया है। सफर के दौरान भोजन करने की अपनी अलग व्यवस्था यात्री करके चलते हैं।

परंपरा कहें या फिर अनुशासन

जैन समाज के लोग सूर्य डूबने से पहले ही भोजन कर लेते हैं। रात के समय भेाजन वर्जित है। और ये लोग रात में भोजन करते ही नहीं है। शाम से पहले इनकी भोजन की व्यवस्था हो गई तो ठीक वरना उपवास रह जाते हैं। इनका भाेजन पूरी तरह सादा रहता है। प्याज लहसून भी वर्जित रहता है। लंबी दूरी के सफर करने वाले ऐसे यात्रियों के सामने व्यवहारिक दिक्कतें आती है। ट्रेन के पेंट्रीकार में इस तरह के भाेजन की व्यवस्था नहीं रहती। इन सब दिक्कतों को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने जैनी भोजन की सुविधा और आप्शन का निर्णय लिया है। रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर पैंसेजर मार्केटिंग संजय मनोचा ने सभी जोन को आदेश जारी किया है।

रेलवे बोर्ड के आदेश के बाद अब रिजर्वेशन टिकट पर जैन और डायबिटिक मेल्स का भी यात्रियो को आप्शन मिलेगा।

शुगर पेसेंट के लिए परहेज जरुरी

शुगर पेसेंट के लिए समय पर दवाओं के सेवन के अलावा परेहज जरुरी है। खासकर खान पान में यह बहुत ही जरुरी है। आंकड़ों पर नजर डालें तो देश में इनकी संख्या आठ करोड़ से भी ज्यादा है। प्रतिदिन लाखों की संख्या में शुगर पेसेंट ट्रेनों में सफर करते हैं। लंबी दूरी के यात्रियों की संख्या अधिक रहती है। ऐसे में इनके लिए शुगर फ्री भोजन की व्यवस्था राहत वाली बात है। जैन धर्म के अनुयायी भी देश में बड़ी संख्या में है। ये लोग भी प्रतिदिन हजारों की संख्या में सफर करते हैं।

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