Kanker Naxal Encounter: मृत 29 नक्सलियों में 15 महिला-14 पुरूष माओवादी, आईजी ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी...गृहमंत्री ने वीडियो काॅल पर मुठभेड़ में शामिल जवानों से की बात...
Kanker Naxal Encounter: प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने मुठभेड़ में शामिल कमांडरों और जवानों से वीडियो काॅल पर बात की। इस दौरान गृहमंत्री ने नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर करने पर सभी जवानों को बधाई देते हुए ऑपरेशन में सावधानी बरतने की सलाह भी दी।
कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर में 16 अप्रैल मंगलवार को हुए मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गये। मृतक नक्सलियों में 15 महिला और 14 पुरूष माओवादी शामिल थे। मुठभेड़ करीब चार घंटे चली। आज इस संबंध में बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी मीडिया को दी। आईजी ने कहा कि छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के हापाटोला के जंगल में बड़ी संख्या में नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर डीआरजी, बीएसएफ, की संयुक्त पार्टी ऑपरेशन पर निकली थी। जवानों की टीम ने नक्सलियों को जंगल में चारों तरफ से घेर लिया था। जवानों की मौजूदगी का पता चलते ही नक्सलियों ने भी फायरिंग शुरू की। जवानों ने जवाबी फायरिंग करते हुए मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराया। सभी के शव बरामद कर लिए गए है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। मौके से एके 47, एसएलआर, इंसास सहित बड़ी संख्या में अन्य वैपन, गोला बारूद बरामद किया गया है।
#WATCH | Chhattisgarh: On the Kanker Naxalite encounter, IG Bastar P Sundarraj says, "Yesterday, an encounter broke out between security forces and Naxalites which lasted for around 4 hours...Teams of DRG and BSF cordoned off the area and as a result, 29 CPI Maoist bodies were… pic.twitter.com/N7gfxOmsW8
— ANI (@ANI) April 17, 2024
गृहमंत्री ने मुठभेड़ में शामिल कमांडरों से वीडियो काॅल कर की बात
प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने मुठभेड़ में शामिल कमांडरों और जवानों से वीडियो काॅल पर बात की। इस दौरान गृहमंत्री ने नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर करने पर सभी जवानों को बधाई देते हुए ऑपरेशन में सावधानी बरतने की सलाह भी दी। नीचे देखें वीडियो...
नक्सलियों की सूचना पर जवानों का ऑपरेशन
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार 16 अप्रैल को कांकेर जिला के छोटेबेठिया क्षेत्र के बिनागुण्डा एवं कोरोनार के मध्य हापाटोला के जंगल में बड़ी संख्या में नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर डीआरजी, एवं बीएसएफ की संयुक्त पार्टी ऑपरेशन पर निकली। जवानों ने सोची समझी रणनीति के अनुसार पहले तो जंगल में चारों तरफ से नक्सलियों को घेरा गया। इस बीच माओवादियों को जवानों के मौजूदगी की भनक लग गई। नक्सलियों ने जवानों को आते देख फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। दोनों के बीच में मुठभेड़ करीब चार घंटे तक चली चली और फिर घायल नक्सली आड़ लेकर भाग निकले। जवानों के सर्चिंग में 29 नक्सलियों के शव बरामद किये गए। साथ ही इस मुठभेड़ में BSF के इंस्पेक्टर के पैर में गोली लगी व 2 डीआरजी जवान भी घायल हो गए। घायलों को एयर लिफ्ट कर रायपुर लाया गया। तीनों का उपचार रायपुर में चल रहा है और तीनों खतरे से बाहर है।
टॉप कमांडर की मौत
बताया जा रहा है कि 29 नक्सली मारे गए, जिसमे से लगभग 18 नक्सली का शव बरामद कर लिए गया है। मुठभेड़ में टॉप कमांडर शंकर राव, ललिता और राजू सहित कई बड़े नक्सली नेता भी मारे गए है। शंकर राव पर 25 लाख का इनाम घोषित था। ललिता पर 10 लाख का इनाम था। साथ ही मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद किया गया।
बीजापुर में 13 दिन पहले नक्सली मुठभेड़
जानकारी के लिए बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कोरचोली और लेंड्रा के जंगल में 2 अप्रैल को मुठभेड़ हुई थी। जिसमें 13 नक्सली मारे गए थे। साथ ही भारी संख्या में नक्सली घायल हुए थे। गंगालूर थाना क्षेत्र के लेंड्रा में दो अप्रैल को हुए मुठभेड़ में 13 में से 11 नक्सली की पहचान हुई थी। मृतकों में पीएलजीएस कंपनी दो के सुखराम हेमला, हूंगा परसी, लक्खू कोरसा, डिवीसीएम सीतक्का (जितरू , डीवीसी की पत्नी), दुला कुहराम, सोनू अवलम, सुदरू हेमला, चैतु पोटाम, लच्छू कड़ती, लक्ष्मी ताती व कमली कुंजाम के रूप में हुई थी।
10 दिन पहले भी मुठभेड़
छत्तीसगढ़- तेलंगाना बॉर्डर के उसूर थाना क्षेत्र में पुलिस को सूचना मिली थी कि तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के बॉर्डर में बीजापुर जिले के पुजारी कांकेर के कर्रीगुटा के जंगल में छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के नक्सलियों की होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस और तेलंगाना की ग्रेहाउंड फोर्स के नेतृत्व में नक्सल विरोधी अभियान चलाया गया। 5 अप्रैल शुक्रवार रात जवान कर्रीगुटा के जंगलों में पहुंचे और दोनों तरफ से नक्सलियों को घेर लिया गया। जिसके बाद शनिवार की सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए है। मुठभेड़ के बाद कई नक्सली भाग गए हैं। घटना स्थल से एक LMG और एक AK 47 समेत कई हथियार बरामद किये गए थे।
19 अप्रैल मतदान
बता दें बस्तर में 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होना है। बस्तर सबसे ज्यादा नक्सल हिंसा से प्रभावित क्षेत्र है। बीते कुछ दिनों से लगातर संभाग में मुठभेड़ चल रही है। फिलहाल पुलिस संभाग में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने में जुटी हुई है।