Kanker Naxal Encounter: मृत 29 नक्सलियों में 16 की पहचान, जानिए संगठन में क्या था पद और पुलिस ने कितना रखा था इनाम?

Kanker Naxal Encounter:

Update: 2024-04-18 08:18 GMT

Kanker Naxal Encounter कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर में मुठभेड़ में मारे गए 29 नक्सलियों में 16 की शिनाक्ष्त हो गई है। इन नक्सलियों में दो इनामी माओवादी शामिल है, जिनकी पहचान मोहला दलम कमांडर विनोद गावड़े और दिवाकर गावड़े के रूप में की गई। दिवाकर गावड़े पर पुलिस ने 16 लाख का इनाम रखा हुआ था। शंकर राव डीवीसीएम उत्तर बस्तर डिवीजन मास प्रभारी, रजीता पति शंकर राव उत्तर बस्तर डिवीजन, ललिता डीवीसीएम परतापुर एरिया कमेटी प्रभारी, दिवाकर गावड़े मोहला दलम कमांडर, विनोद गावड़े दलम कमांडर, जुगनी उर्फ मालती परतापुर एरिया कमेटी, माधवी उत्तर बस्तर डिवीजन, सुकलाल- परतापुर एरिया कमेटी, श्रीकांत परतापुर एरिया कमेटी, रूपी मेढ़की LOS कमांडर, रमशीला- उत्तर बस्तर डिवीजन थी। बाकी बचे 13 मृतक नक्सलियों की पहचान की जा रही है।

गृहमंत्री ने मुठभेड़ में शामिल कमांडरों से वीडियो काॅल कर की बात

प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने मुठभेड़ में शामिल कमांडरों और जवानों से वीडियो काॅल पर बात की। इस दौरान गृहमंत्री ने नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर करने पर सभी जवानों को बधाई देते हुए ऑपरेशन में सावधानी बरतने की सलाह भी दी। नीचे देखें वीडियो...

Full View

नक्सलियों की सूचना पर जवानों का ऑपरेशन

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार 16 अप्रैल को कांकेर जिला के छोटेबेठिया क्षेत्र के बिनागुण्डा एवं कोरोनार के मध्य हापाटोला के जंगल में बड़ी संख्या में नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर डीआरजी, एवं बीएसएफ की संयुक्त पार्टी ऑपरेशन पर निकली। जवानों ने सोची समझी रणनीति के अनुसार पहले तो जंगल में चारों तरफ से नक्सलियों को घेरा गया। इस बीच माओवादियों को जवानों के मौजूदगी की भनक लग गई। नक्सलियों ने जवानों को आते देख फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। दोनों के बीच में मुठभेड़ करीब चार घंटे तक चली चली और फिर घायल नक्सली आड़ लेकर भाग निकले। जवानों के सर्चिंग में 29 नक्सलियों के शव बरामद किये गए। साथ ही इस मुठभेड़ में BSF के इंस्पेक्टर के पैर में गोली लगी व 2 डीआरजी जवान भी घायल हो गए। घायलों को एयर लिफ्ट कर रायपुर लाया गया। तीनों का उपचार रायपुर में चल रहा है और तीनों खतरे से बाहर है।

टॉप कमांडर की मौत

बताया जा रहा है कि 29 नक्सली मारे गए, जिसमे से लगभग 18 नक्सली का शव बरामद कर लिए गया है। मुठभेड़ में टॉप कमांडर शंकर राव, ललिता और राजू सहित कई बड़े नक्सली नेता भी मारे गए है। शंकर राव पर 25 लाख का इनाम घोषित था। ललिता पर 10 लाख का इनाम था। साथ ही मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद किया गया। 

बीजापुर में 14 दिन पहले नक्सली मुठभेड़

जानकारी के लिए बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कोरचोली और लेंड्रा के जंगल में 2 अप्रैल को मुठभेड़ हुई थी। जिसमें 13 नक्सली मारे गए थे। साथ ही भारी संख्या में नक्सली घायल हुए थे। गंगालूर थाना क्षेत्र के लेंड्रा में दो अप्रैल को हुए मुठभेड़ में 13 में से 11 नक्सली की पहचान हुई थी। मृतकों में पीएलजीएस कंपनी दो के सुखराम हेमला, हूंगा परसी, लक्खू कोरसा, डिवीसीएम सीतक्का (जितरू , डीवीसी की पत्नी), दुला कुहराम, सोनू अवलम, सुदरू हेमला, चैतु पोटाम, लच्छू कड़ती, लक्ष्मी ताती व कमली कुंजाम के रूप में हुई थी।

11 दिन पहले भी मुठभेड़

छत्तीसगढ़- तेलंगाना बॉर्डर के उसूर थाना क्षेत्र में पुलिस को सूचना मिली थी कि तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के बॉर्डर में बीजापुर जिले के पुजारी कांकेर के कर्रीगुटा के जंगल में छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के नक्सलियों की होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस और तेलंगाना की ग्रेहाउंड फोर्स के नेतृत्व में नक्सल विरोधी अभियान चलाया गया। 5 अप्रैल शुक्रवार रात जवान कर्रीगुटा के जंगलों में पहुंचे और दोनों तरफ से नक्सलियों को घेर लिया गया। जिसके बाद शनिवार की सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए है। मुठभेड़ के बाद कई नक्सली भाग गए हैं। घटना स्थल से एक LMG और एक AK 47 समेत कई हथियार बरामद किये गए थे।

कल मतदान मतदान

बता दें बस्तर में 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होना है। बस्तर सबसे ज्यादा नक्सल हिंसा से प्रभावित क्षेत्र है। बीते कुछ दिनों से लगातर संभाग में मुठभेड़ चल रही है। फिलहाल पुलिस संभाग में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने में जुटी हुई है। 

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