Jashpur News: 30 सचिवों से ब्लैकमेलिंग, आरटीआई एक्टिविस्ट ने धमकी दी और बोला- रूपये दो नहीं तो बर्खास्त करवा दूंगा...
Jashpur News: आरटीआई एक्टिविस्ट बन ब्लैकमेलिंग करने वाले आरोपी को पुलिस ने पकड़ा है। आरोपी ने 30 ग्राम पंचायत सचिवों को बर्खास्त करने की धमकी देकर रूपये की मांग की थी।
Jashpur News: जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर में पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी आरटीआई एक्टिविस्ट बन 30 ग्राम पंचायत के सचिवों को बर्खास्त करने की धमकी देकर रूपये की मांग किया था। पीड़ित सचिव की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, 19 नवंबर को प्रार्थिया देवकी यादव ग्राम पंचायत कस्तूरा जाम पानी सचिव ने थाना दुलदुला में लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जनपद पंचायत दुलदुला के माध्यम से उसे सूचना के अधिकार की धारा (6)(3) के तहत् आरोपी तरुण भारद्वाज का आवेदन पत्र प्राप्त हुआ था, जिसमें कि तरुण भारद्वाज के द्वारा 1.02.2020 से 21.08.25 तक 15 वें वित्त में किए गए समस्त कार्य के संबंध में इंजीनियर द्वारा जारी सभी दस्तावेज, प्रतिवेदन जांच रिपोर्ट, भौतिक सत्यापन, कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र, ग्राम सभा का प्रस्ताव, रजिस्टर व बिल वाउचर इत्यादि की सत्यापित प्रति मांगी गई थी
जानकारी सूचना के अधिकार अधिनियम की धारा 5(4) के तहत नहीं दी जा सकती थी, जिसके सम्बन्ध में आवेदक तरुण भारद्वाज को सूचित किया गया था। तरुण भारद्वाज के द्वारा प्रथम अपील जनपद पंचायत दुलदुला में किया गया था, जिसकी सुनवाई 19 नवंबर को होनी थी। तरुण भारद्वाज के द्वारा इस प्रकार का आवेदन, दुलदुला जनपद पंचायत के अंतर्गत सभी 30 पंचायतों के सचिव को दिया गया था।
18 नवंबर को सचिव देवकी यादव के पास एक अंजान नंबर से फोन आया, जिसमें सामने वाले ने अपना नाम तरुण भारद्वाज बताया और बोला कि, क्या आप लोग जानकारी देना चाहते हैं?, या कुछ और व्यवस्था करना चाहते हैं। व्यवस्था के संबंध में प्रार्थिया सचिव देवकी यादव समझ नहीं पाई और तरुण भारद्वाज से पूछी कि व्यवस्था से आपका क्या मतलब है? तब तरुण भारद्वाज के द्वारा बोला गया कि व्यवस्था से मतलब प्रति पंचायत सचिवों से 3000-3000 रु देने के लिए बोलो। नहीं तो वह सूचना के अधिकार के तहत जानकारी निकाल कर सभी पंचायत सचिवों को बर्खास्त करवा देगा।
इस बातचीत को प्रार्थिया ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया था। 19.11.25 को तरुण भारद्वाज अपने सूचना के अधिकार के तहत दिए गए आवेदन की प्रथम अपील की सुनवाई हेतु कार्यालय जनपद पंचायत दुलदुला में आया था। साथ ही सभी पंचायत सचिव भी वहीं उपस्थित थे। इस दौरान भी आरोपी तरुण भारद्वाज के द्वारा फिर से सचिवों को बर्खास्त कराने व जेल भेज देने की धमकी देकर ग्राम पंचायत सचिवों से तीन-तीन हजार रुपए प्रति सचिव के हिसाब से 90,000 रु की मांग किया था।
दो सचिवों ने भय से फोन पे के माध्यम से उसके अकाउंट में 500 - 500 रु डाल भी दिए थे। इस प्रकार आरोपी तरुण भारद्वाज के द्वारा पंचायत सचिवों से, सूचना का अधिकार का भय दिखाकर जबरन रुपए की मांग की जा रही थी। पुलिस के द्वारा प्रार्थिया ग्राम पंचायत सचिव की रिपोर्ट पर थाना दुलदुला में बी एन एस की धारा 308(2) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया था।
पुलिस के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी तरुण भारद्वाज को जनपद पंचायत दुलदुला के परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ पर आरोपी तरुण भारद्वाज के द्वारा अपराध स्वीकार करते हुए बताया गया कि वह ग्राम अण्डा जिला शक्ति का निवासी है। उसे कहीं से जानकारी मिली थी कि सूचना के अधिकार के तहत बहुत सारी जानकारी निकालने पर संबंधितों को ब्लैकमेल कर रुपए कमाए जा सकते हैं।
इसलिए वह पंचायत सचिवों से रुपए ऐंठने का प्लान बनाया था। सूचना के अधिकार के तहत लंबी चौड़ी जानकारी की मांग की गई थी और फिर पंचायत सचिवों को ब्लैकमेल कर रहा था। यह उसका पहला प्रयास था।
पुलिस की पूछताछ पर आरोपी तरुण भारद्वाज के द्वारा अपराध स्वीकार करने व प्रयाप्त सबूत पाए जाने पर उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस के द्वारा आरोपी के कब्जे से मोबाइल फोन को भी जब्त किया गया है।
मामले की कार्रवाई व आरोपी की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी दुलदुला निरीक्षक कृष्ण कुमार साहू, प्रधान आरक्षक मोहन बंजारे, आरक्षक अलेक्सियूस व आनंद खलखो की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
मामले में एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि दुलदुला क्षेत्रांतर्गत फर्जी आरटीआई एक्टिविस्ट बन पंचायत सचिवों से रुपए की मांग करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा है। अन्यत्र भी इस प्रकार की घटना में आरोपी की संलिप्तता के संबंध में पुलिस जानकारी इकठ्ठा कर रही है, जांच जारी है।