High Court News: बिलासपुर-रायपुर हाईवे की दुर्दशा पर फूटा कोर्ट का गुस्सा, NHAI प्रोजेक्ट मैनेजर को उसी टूटी सड़क से बुलाया कोर्ट

High Court News: पीआईएल की सुनवाई के दौरान सड़कों की बदहाली को लेकर चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा नाराज हो गए। नाराज चीफ जस्टिस ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी के प्रोजेक्ट मैनेजर को मंगलवार को बदहाल सड़क मार्ग से होते हुए आने और कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया है। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा,अब हर पेशी में इन्हें ही सड़क मार्ग से बुलवाकर पेश करवाया जाएगा, तब ही सड़कें सुधरेंगी।

Update: 2025-08-04 11:15 GMT

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High Court News: बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के सड़कों की बदहाली को लेकर बिलासपुर हाई कोर्ट में जनहित याचिका पर सुनवाई चल रही है। सोमवार को चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की अगुवाई वाली डिवीजन बेंच में सुनवाई प्रारंभ हुई। खराब सड़कों को ना बनाए जाने से नाराज चीफ जस्टिस ने नेशनल हाईवे के प्रोजेक्ट मैनेजर को नोटिस जारी कर इसी सड़क मार्ग से होते हुए कोर्ट में तलब किया है। मंगलवार को भी पीआईएल पर सुनवाई होगी।

बिलासपुर रायपुर नेशनल हाईवे प्रदेश का महत्वपूर्ण हाईवे है। यह प्रदेश की राजधानी और न्यायधानी को सीधेतौर पर आपस में जोड़ती है। बिलासपुर और आसपास के जिलों तथा सरगुजा संभाग जाने के लिए बस्तर संभाग और रायपुर संभाग के लोग इस सड़क का इस्तेमाल करते हैं। सरगुजा संभाग और बिलासपुर संभाग के लोग रायपुर बिलासपुर एनएच से ही होकर राजधानी पहुंचते हैं। इतनी महत्वपूर्ण सड़क होने के बावजूद भी इसके रखरखाव में नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा बीडी गुरु की डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई। सड़कों की बदहाली को लेकर डिवीजन बेंच ने नाराजगी जताई।

एनएचएआई की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता से चीफ जस्टिस ने पूछा कि मिस्टर वानखेडे आप तो रोज रायपुर जाते होंगे, नेशनल हाईवे के प्रोजेक्ट मैनेजर से मिलने के लिए। तो आपने इस सड़क की स्थिति भी देखी होगी। नेशनल हाईवे वाले जो थोड़ा बहुत मेंटेनेंस करते हैं, सड़क पर स्टॉपर लगाते है वे बेतरतीब,लावारिस हालत में सड़क पर पड़ी रहती हैं। हम वहां चले या ना चले, आप क्या चाहते हैं कि पब्लिक उसको उड़ाते चले। पेंच वर्क करने के लिए जो मटेरियल सड़क पर छोड़ा गया है उससे भी गंदगी फैल रही है और दुर्घटनाओं की आशंका चौबीस घंटे बनी रहती है। इससे एक्सीडेंट हो रहे हैं और जनहानि हो रही है। इसके अलावा मवेशी भी इस सड़क पर दुर्घटना का शिकार होकर अपनी जान गंवा रहे हैं।

इस मामले में जवाब देने के लिए चीफ जस्टिस ने कहा कि साधारण एफिडेविट देने से काम नहीं चलेगा। उन्होंने कल नेशनल हाईवे के प्रोजेक्ट मैनेजर को उपस्थित होने के निर्देश जारी किया है। खास बात यह है कि चीफ जस्टिस ने उसी सड़क से यात्रा करते हुए एनएचआई के प्रोजेक्ट मैनेजर को हाई कोर्ट आने और जाने के निर्देश दिए हैं। चीफ जस्टिस ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि अब हर सुनवाई डेट में सड़क मार्ग से प्रोजेक्ट मैनेजर को हम बुलवाएंगे तभी इनमें सुधार आएगा। मंगलवार को भी जनहित याचिका की सुनवाइ होगी।

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