Chhattisgarh Sand Mafia: रेत माफिया से वसूली का विधायक का आडियो हुआ वायरल: पांच लाख मेरा, कलेक्टर व एसडीएम को हिस्से में आएगा दो लाख, तभी चलेगा रेत घाट, राघवेंद्र को एक लाख रुपये देना होगा
Chhattisgarh Sand Mafia: पामगढ़ विधानसभा की कांग्रेस विधायक शेषराज हरबंश के द्वारा रेत माफियाओं से डील किए जाने का ऑडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है। वायरल आडियो में विधायक खुद के नाम से 5 लाख और कलेक्टर तथा एसडीएम के नाम से दो-दो लाख तथा किसी राघवेंद्र के नाम से एक लाख रुपए रेट तय करती सुनाई दे रहीं हैं। विधायक शेषराज हरबंश का कहना है कि यह ऑडियो नौ माह पहले दिसंबर 2024 का है। मैंने अधिकारियों से फाइन पटाने की बात कही थी। जिसके चालान आए रसीद की कॉपी भी मेरे पास है। सरकारी जमीनों के बंदरबांट करने वाले भू माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ने पर नौ माह बाद ऑडियो को पूरी तरह से एडिटेड करके मुझ पर दबाव बनाने के लिए इसे वायरल किया जा रहा है, ताकि मैं भू माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही कराने से डर कर पीछे हट जाऊं।
Chhattisgarh Sand Mafia: जांजगीर। रेत उत्खनन करने वाले माफिया से लाखों रुपए की वसूली करने के मामले में वायरल ऑडियो ने प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मचा दिया है। ऑडियो 9 महीने पुराना है जो अब वायरल हुआ है। वायरल ऑडियो में कलेक्टर, एसडीएम और विधायक के नाम से रेत उत्खनन करने वालों से लाखों रुपए महीने में वसूली का जिक्र है। मामला पामगढ़ विधानसभा से जुड़ा हुआ है।
पामगढ़ विधानसभा में कांग्रेस की विधायक शेषराज हरबंश है। उनका ऑडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। वायरल ऑडियो में पामगढ़ विधायक शेषराज हरबंश रेत माफिया से पैसे के लिए लेनदेन करती हुई सुनाई दे रहीं हैं। हालांकि उनके द्वारा यह ऑडियो एडिटेड और एआई का इस्तेमाल कर बनाया हुआ बताया गया है। दिसंबर 2024 के वायरल ऑडियो में पामगढ़ विधायक शेष राज हरबंश पहले तीन लाख रुपए खुद के पास छोड़ने की बात कह रही है। इसके अलावा पामगढ़ एसडीएम के नाम से दो लाख रुपए एसडीएम के नाम उनको देने की बात कह रही है। वायरल ऑडियो में विधायक के द्वारा कहा जा रहा है कि इस माह का मैं कलेक्टर साहब का बना लेती हूं,अपने में से उन्हें दे दूंगी पर अगले माह से ऐसा नहीं होना चाहिए।
पहले आडियो में डीलिंग
पहले ऑडियो की शुरुआत रोशन नाम के व्यक्ति से बातचीत की है। ऑडियो में विधायक कहती है कि हां बता रोशन क्या हुआ? जिस पर फोन करने वाला व्यक्ति कहता है कि तीन लाख रुपए अभी दे देते हैं और बाकी 28 या 29 तारीख को दे देंगे। इस माह आठ लाख रुपये करा देंगे और अभी 3 लाख रुपए आपको दे देंगे। दूसरी तरफ से विधायक कहती हैं कि मेरा ठीक है 3 लाख रुपए मेरा करवा दो और एसडीएम को आपको अलग से करवाना होगा।दो लाख रुपए एसडीएम का रहेगा। वरना वह लोग अड़ंगा लगा देंगे, पैसा तो आपको देना पड़ेगा। कलेक्टर का मैं देख लूंगी। उनको समझा दूंगी उनको अपने में से दे दूंगी। अभी पांच करवा दो। तीन मेरा और दो एसडीएम का। फोन करने वाला व्यक्ति कहता है कि अगले महीने शिकायत का मौका नहीं दूंगा। फिर अगले ऑडियो में फोन करने वाला व्यक्ति कहता है कि दीदी गौरव के पास आया हूं। पांच लाख रुपए छोड़ दिया हूं। विधायक फिर गौरव से बात कर पांच लाख रुपए लेने की पुष्टि करती है। फिर ऑडियो में किसी राघवेंद्र को अलग से एक लाख रुपए देने की बात कहती है।
दूसरे आडियो में राघवेंद्र का हिस्सा होता है तय
अगलेऑडियो में विधायक पूछती हैं कि तुम लोग क्या गाड़ी उतारे हो ? तो अगला व्यक्ति कहता है की गाड़ी थाने से छुड़ाकर अलग रखवा दिए हैं। घाट में उतारे नहीं हैं। आपसे ओके हुए बिना नहीं शुरू करेंगे। जब आप आ जाओ तब मैं आपसे आकर बात करूंगा। तब विधायक कहती है कि मैं आ गई हूं। राघवेंद्र से बात कर उसका हिस्सा तय कर लो। राघवेंद्र को बता दो कि भैया हम लोग शुरू कर रहे हैं। आपको एक लाख रुपए आपका हिस्सा दे देंगे। आप रोकना मत, जब तक करेंगे आप बात कर लो। फोन करने वाला कहता है कि आप एक बार बता दो उन्हें। तो विधायक कहती है कि ठीक है मैं उनको बता दूंगी। तुम लोग बात कर लो पर मेरा नाम मत लेना।
कलेक्टर–एसडीएम के नाम से दो–दो लाख रुपये
अगले ऑडियो में कुछ इस तरह की बातचीत है कि विधायक की तरफ से कहा जाता है कि तुम लोग 10 लाख रुपए पहले से रेडी रखना। कलेक्टर साहब 2 लाख मांग रहे हैं,वो हर माह दो लाख रुपए लूंगा बोल रहे है। एसडीएम को भी दो लाख रुपए महीना देना पड़ेगा, एक लाख रुपए राघवेंद्र का होगा और पांच लाख रुपए मेरा होगा। उसके बिना वह लोग करने नहीं देंगे अड़ंगा लगाएंगे।
इस आडियो में तय होता है रेट, कंफर्म भी हो जाता है
अगले ऑडियो में फोन करने वाला व्यक्ति कहता है कि दीदी पेमेंट छुड़वाकर काम शुरू कर देता हूं, तब पूछा जाता है कि कहां छोड़ोगे। फोन करने वाला व्यक्ति कहता है कि राजकिशोर नगर में छोडूंगा। विधायक कहती है कि मैं तो अभी घर पर नहीं हूं। फोन करने वाला व्यक्ति कहता है कि कोई आपका कोई विश्वस्त आदमी हो उसके पास छोड़ दूंगा, विधायक कहती है घर में डब्बू भैया है, इसके अलावा एसडीएम को उनका छोड़ देना। फोन करने वाला कहता है आपको ही दे देते हैं आप दे देना। विधायक कहती है कि तीन मेरा और दो एसडीएम लेगा ही। दो उनका छोड़ना,फोन करने वाला कहता है कि अभी चार छोड़ रहे,एक कुछ दिनों में छोड़ देंगे।
भू माफिया के खिलाफ मोर्चा खोलने पर खेल
विधायक शेष राजहरबंस का कहना है कि 9 माह बाद दरअसल इसलिए इसे एडिट कर वायरल किया गया क्योंकि मेरे विधानसभा में राजेश भारद्वाज, रोशन भारद्वाज, संजू रत्नाकर के द्वारा सरकारी जमीन को बेचने का खेल कर रहे हैं। सरकारी पट्टे की जमीन को बैंक में गिरवी रखकर 35 लाख रुपए लोन भी ले लिया है। मैं तहसीलदार से पटवारी प्रतिवेदन मांगा तब दो माह में किसी तरह पटवारी प्रतिवेदन दिया गया है। मेरे द्वारा इस मामले में मोर्चा खोलने के बाद सरकारी जमीन की बिक्री और रजिस्ट्री पर रोक लग गई है। जिससे यह लोग तिलमिला गए हैं। यही लोग रेत के अवैध उत्खनन करने वालों से जुड़े हैं और खुद भी अवैध उत्खनन करते हैं। उनका सोचना यह है कि मेरी वजह से उनके सरकारी जमीन बेचने के खेल पर रोक लग गया है और रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है। जिसके चलते मुझे डराने और दबाव बनाने के लिए फाइन के लिए किए गए बातचीत का वीडियो एडिट कर वायरल कर रहे हैं।