Chhattisgarh Collector News:...जब कलेक्टर को रातोंरात बोरिया बिस्तर बांध खाली करना पड़ा बंगला, पढ़िये 25 साल पहले 1 नवंबर को क्या हुआ था...

Chhattisgarh Collector News: बहुत कम लोगों को जानकारी है कि जब छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हो रहा था, जश्न का माहौल था, उस वक्त एक कलेक्टर को रातोरात अपना सरकारी बंगला खाली करना पड़ा था।

Update: 2025-10-30 12:38 GMT

Chhattisgarh Collector News: रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के साथ रायपुर राजधानी घोषित होते ही प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां तेज हो चुकी थीं। सिविल लाइन के पुराने सर्किट हाउस को राजभवन में तब्दील करने का काम तेजी से चल रहा था और यह पूरी तरह तय हो गया था कि राजभवन यहीं बनेगा। सर्किट हाउस के दोनों भवनों को अपग्रेड किया गया और कुछ अतिरिक्त निर्माण तत्काल कराए गए। अभी जहां राजभवन है, वह कभी सर्किट हाउस हुआ करता था और मुख्यमंत्री से लेकर सारे मंत्री भोपाल से आकर यहीं रुकते थे। यह सर्किट हाउस राजनीति का केंद्र बना हुआ था। प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी सहित कई बड़े नेता यहां विश्राम कर चुके हैं।

मुख्यमंत्री निवास यानी सीएम हाउस के लिए रायपुर में अंतिम दौर तक जद्दोजहद चलती रही। शंकरनगर के वर्तमान राज्य अतिथि गृह पहुना को सीएम हाउस बनाने का फैसला किया गया, वहां लाखों रुपये खर्च कर तैयारी पूरी कर दी गई थी। सुरक्षा के सारे बंदोबस्त कर दिए गए थे। दूसरी ओर कांग्रेस नेता अजीत जोगी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला ले लिया गया था। आखिरकार 31 अक्टूबर और एक नवंबर की आधी रात को पुलिस लाइन के समारोह में जोगी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस ऐतिहासिक समारोह का संचालन वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर ने किया था।

राज्य बनने के बाद एक अलग तरह की सरगर्मी नजर आ रही थी। जोगी के साथ अभी मंत्रिमंडल बनना था, इस कारण दावेदार विधायक भी रायपुर में जमे हुए थे। कुछ दिनों तक वे सिविल लाइन के रेस्ट हाउस में थे। उम्मीद की जा रही थी कि रेस्ट हाउस के बाद जोगी शंकर नगर में बनाए जा रहे सीएम हाउस में शिफ्ट होंगे। मगर अचानक ही जोगी ने इस भवन की जगह कलेक्टर बंगला को सीएम हाउस बनाने का निर्णय सुना दिया। वर्तमान सीएम हाउस राज्य बनने के पहले रायपुर के कलेक्टर का बंगला था। राज्य निर्माण के वक्त उस बंगले में कलेक्टर अजय तिर्की निवास कर रहे थे। मुख्यमंत्री का फरमान आते ही कलेक्टर को रातों-रात अपना बंगला खाली कर रेस्ट हाउस में शिफ्ट होना पड़ा।

दरअसल, रायपुर कलेक्टर के रूप में जोगी उसी बंगले में पहले भी निवास कर चुके थे और वहां से उनकी व्यक्तिगत पारिवारिक यादें जुड़ी हुई थीं। इससे पहले कि कलेक्टर बंगले में कोई सुधार कार्य किया जाता, अचानक ही जोगी ने पंडित बुलवा कर रात में ही वहां पूजा-पाठ करवा ली और वहां प्रवेश भी कर गए। यही सीएम हाउस आज भी सीएम हाउस है। यह अलग बात है कि अब नया सीएम हाउस भी नवा रायपुर में बन चुका है और वर्तमान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय गृह प्रवेश कर चुके हैं।

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