Chhattisgarh Assembly Budget Session 2025: नेता प्रतिपक्ष के सवाल का जवाब नहीं दे पाए उद्योग मंत्री, विधानसभाध्यक्ष को करना पड़ा हस्तक्षेप
Chhattisgarh Assembly Budget Session 2025: नेता प्रतिपक्ष डा चरणदास महंत ने प्रश्न काल के दौरान पूछा उद्योग मंत्री को जमकर घेरा। बंद पड़े रोलिंग मिलों में काम करने वाले बेराेजगारों को मुआवजा और कर्मचारियों के नियोजन को लेकर सवाल दागे। नेता प्रतिपक्ष के सवाल के साथ ही नियमों व प्रावधान को लेकर उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन जवाब नहीं दे पाए। मंत्री को घिरते देखकर विधानसभाध्यक्ष डा रमन सिंह ने हस्तक्षेप करने के साथ ही नियमों व प्रावधान के अनुसार काम करने सदन को मंत्री ने आश्वस्त किया।

Chhattisgarh Assembly Budget Session 2025: रायपुर। नेता प्रतिपक्ष डा चरणदास मंहत ने प्रदेश में बंद पड़े इंडक्शन फरनेश रोलिंग मिलों का मामला उठाया। उद्योग मंत्री से पूछा कि बंद पड़े रोलिंग मिलों के कर्मचारियों के नियोजन को लेकर सरकार की तरफ से क्या कार्रवाई की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष ने यह भी पूछा कि जनवरी 24 से 25 तक कितने उद्योग बंद हुए। बंद उद्योगों के कर्मचारियों के नियोजन को लेकर क्या निर्णय लिया गया है। नेता प्रतिपक्ष के सवालों को उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन जवाब नहीं दे पाए। मंत्री को सदन में घिरते देख स्पीकर डा रमन सिंह ने व्यवस्था दी और नेता प्रतिपक्ष से विस्तारर के बजाय छोटे-छोटे सवाल पूछने कहा।
डा चरणदास महंत ने कहा कि पंडरिया में शक्कर कारखाना खुला था। गन्ना उत्पादक किसानों को आपने पैसा नहीं दिया। उपज का उचित मूल्य ना मिलने के कारण किसानों ने गन्ना लगाना ही बंद कर दिया। भोरमदेव शक्कर कारखाना भी बंद है। सूरजपुर जिले की शुगर फैक्ट्री भी बंद है। यह लगातार बंद होते जा रहे हैं तो ऐसे में राज्य सरकार की नई उद्योग नीति का मतलब ही क्या है। डा महंत ने फिर सवाल दागा और पूछा कि मिनी स्टील प्लांट जितने बंद हुए है इसमें 2024 से 2025 के दौरान क्या एक भी नया स्टील प्लांट खुला है?
0 मंत्री ने कहा- लीक से हटकर सवाल पूछ रहे हैं नेता प्रतिपक्ष
जैसे ही डा महंत ने मिनी स्टील प्लांट को लेकर सवाल पूछा,मंत्री देवांगन ने स्पीकर को संबोधित करते हुए कहा कि यह तो लीक से हटकर सवाल है,इसका जवाब तो अलग से देना पड़ेगा। इस पर स्पीकर ने व्यवस्था दी और सदन में लगे सवाल ही पूछने की व्यवस्था दी। मंत्री देवांगन ने सवाल का जवाब देते हुए कहा कि फिलहाल प्रदेश में एक भी स्टील प्लांट नहीं खुले हैं। इस संबंध में अलग-अलग उद्योगपतियों से चर्चा हो रही है।
0 बंद प्लांट के कर्मचारियों के नियोजन का उठा मामला
डा महंत ने प्रदेश में जिन उद्योगों को बंद किया गया है वहां कार्यरत कर्मचारियों के नियोजन का मामला उठाया। उद्योग मंत्री से पूछा कि अब तक कितने कर्मचारियों का नियोाजन किया गया है। नियोजन के अलावा भुगतान की समुचित प्रबंध किया गया है या नहीं। मंत्री ने कहा कि अब तक एक भी कर्मचारियों को भुगतान नहीं किया गया है। श्रम विभाग के नियमानुसार जो भी प्रावधान होगा उसे पूरा किया जाएगा।
0 स्पीकर ने दी इस तरह की व्यवस्था
तय सवालों सेजब नेता प्रतिपक्ष ने हटकर सवाल दागा तब मंत्री ने स्पीकर से कहा कि अध्यक्ष महोदय नेता प्रतिपक्ष लीक से हटकर सवाल कर रहे हैं। मंत्री को घिरते देखकर स्पीकर डा रमन सिंह ने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि आप सवाल से हटकर यह सब पूछ रहे हैं। शक्कर कारखाना और मिनी स्टील प्लांट के सवालों तक आप सीमित रहें। नेता प्रतिपक्ष की व्यवस्था के बाद डा महंत ने सवाल दागते हुए कहा कि उद्योग बंद होने पर बेरोजगार कर्मचारियों को श्रम अधिनियम के तहत मुआवजा देने का प्रावधान है। श्रम अधिनियम के तहत मुआवजा दिया गया है या नहीं।
मंत्री ने बताया कि मुआवजा नहीं दिया गया है। स्पीकर ने मंत्री देवांगन से कहा नेता प्रतिपक्ष का सवाल है कि बेरोजगार कर्मचारियों को मुआवजा नहीं दिया है तो क्या करेंगे। इस पर मंत्री देवांगन कहा कि श्रम अधिनियम व प्रावधान के तहत मुआवजा दिया जाएगा। जो नियम में होगा उसे करेंगे।