CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर, तेज हवाएं, ओले और गरज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी

CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में मई की शुरुआत मौसम के बदले हुए रूप से हुई है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और ट्रफ लाइन की सक्रियता से राज्य के कई इलाकों में अंधड़, बारिश और ओलों का कहर जारी है. मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों, यानी 6 मई तक राज्य में तेज हवाओं, गरज-चमक और हल्की बारिश की संभावना जताई है. आइये जानते हैं छत्तीसगढ़ में कैसा रहेगा आज के मौसम का हाल.

Update: 2025-05-03 05:49 GMT

CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में मई की शुरुआत मौसम के बदले हुए रूप से हुई है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और ट्रफ लाइन की सक्रियता से राज्य के कई इलाकों में अंधड़, बारिश और ओलों का कहर जारी है. मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों, यानी 6 मई तक राज्य में तेज हवाओं, गरज-चमक और हल्की बारिश की संभावना जताई है. आइये जानते हैं छत्तीसगढ़ में कैसा रहेगा आज के मौसम का हाल.

राज्य में बदले मौसम के कारण अधिकतम तापमान में 4-5 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा और गर्मी का असर बना रहेगा, लेकिन गरज-चमक और बारिश से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी.

गर्मी का असर बना रहेगा

इस समय बारिश और बादलों की वजह से तापमान में थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले तीन दिनों में तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रह सकता है. रायपुर में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान करीब 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बादल छाए रहने और हल्की बौछारों से लोगों को अस्थायी राहत जरूर मिल सकती है.

फलों की खेती बर्बाद

मौसम की मार से सबसे ज़्यादा नुकसान रबी की फसलों और फलों की खेती को हुआ है. कई क्षेत्र में केले, पपीते, आम और चीकू की फसलें तेज आंधी और बारिश से बर्बाद हो गईं.किसानों का कहना है कि उन्होंने पूरी मेहनत से इन फसलों की देखभाल की थी, लेकिन इस अप्रत्याशित मौसम ने उनकी सारी मेहनत पर पानी फेर दिया. नुकसान का आकलन अभी भी किया जा रहा है, लेकिन शुरुआती अनुमानों के मुताबिक लाखों रुपये की हानि हो चुकी है.

वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और ट्रफ लाइन का असर

मौसम विभाग ने इस मौसम बदलाव के पीछे दो बड़े कारण बताए हैं, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के ऊपर एक सक्रिय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस मौजूद है, जो बादलों और ठंडी हवाओं को मध्य और पूर्वी भारत की ओर ला रहा है. एक ट्रफ लाइन हरियाणा से लेकर केरल तक फैली हुई है, जिसका सीधा असर छत्तीसगढ़ पर पड़ रहा है. इस ट्रफ लाइन के कारण नमी युक्त हवाएं क्षेत्र में प्रवेश कर रही हैं, जिससे मौसम असामान्य बना हुआ है.

लोगों को सलाह

मौसम विभाग ने आम नागरिकों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी है. विशेष रूप से किसानों को खेतों में काम करने से पहले मौसम की स्थिति की जानकारी लेने को कहा गया है. वहीं, तेज हवा और बिजली गिरने की घटनाओं से बचने के लिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की चेतावनी दी गई है.

हर साल बदलता मौसम, समय से पहले आंधी-बारिश और असामान्य घटनाएं इस ओर इशारा करती हैं कि जलवायु परिवर्तन का असर अब साफ दिखने लगा है. फसलों का इस तरह तबाह होना प्राकृतिक आपदा नहीं,  भविष्य के लिए एक चेतावनी भी है. प्रशासन, किसानों और वैज्ञानिकों को मिलकर ऐसे हालात से निपटने के उपाय ढूंढने होंगे, ताकि आने वाले साल में किसान और आम जनता इस तरह के नुकसान से बच सके.

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