CG Train Accident: रेल हादसा: भयावह हादसे की चश्मदीद गवाह ने बताया, पर्दा हटा तो मौत खड़ी थी सामने
CG Train Accident: गेवरा मेमू की असिस्टेंट लोको पायलट रश्मि राज ने अपने बयान में दुर्घटना के कारणों का खुलासा किया है। रश्मि ने बताया कि हादसे से पहले कैब के सामने लगा सनलाइट पर्दा अचानक से गिर गया। जब तक हटाते मौत सामने खड़ी दिखी। इमरजेंसी ब्रेक भी लगाए पर सब कुछ पलक झपकते खत्म हो गया। पैसेंजर ट्रेन मालगाड़ी से जा टकराई। मौत से लेकर जिंदा बची असिस्टेंट पायल रश्मि राज को रेलवे ने सस्पेंड कर दिया है।
CG Train Accident: बिलासपुर। जरा अंदाज करिए मौत से सीधा साक्षात्कार हो जाए तब क्या होगा। दिल दिमाग की क्या हालत होगी। कुछ ऐसा ही वाकया मेमू ट्रेन की असिस्टेंट लोको पायलट रश्मि राज के साथ भी घटा है। रश्मि ने अपने बयान में बताया कि कैब के सामने लगा सनलाइट पर्दा अचानक से गिर गया था। जब तक उसे हटाते सामने मालगाड़ी खड़ी दिखाई दी। इमरजेंसी ब्रेक भी लगाए। पर सबकुछ खत्म हो गया। हादसे के 10 दिनों बाद रेलवे के संरक्षा अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर असिस्टेंट लोको पायलट रश्मि का बयान लिया है।
सीआरएस कार्यालय की ओर से बयान लेने के लिए अधिकारी को कोलकाता बुलाया गया। 14 नवंबर को रेलवे के संरक्षा विभाग से जुड़े अफसरों ने अस्पताल पहुंचकर रश्मि राज से पूछताछ की। जानकारी के मुताबिक, रश्मि राज ने अपने बयान में कई महत्वपूर्ण बातें कही हैं। उन्होंने बताया कि दुर्घटना से ठीक पहले एडवांस सिग्नल 'सिंगल यलो' था। इसके बाद आने वाले सिग्नल के बारे में मास्टर ने उन्हें बताया था कि 'सिग्नल ओके है।' इसी दौरान लोको कैब में सामने लगा सनलाइट पर्दा अचानक गिर गया। उसे हटाने के लिए उन्होंने हाथ बढ़ाया और उसी क्षण सामने खड़ी मालगाड़ी दिखाई दी। उन्होंने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक दबाया, लेकिन दूरी कम होने के कारण ट्रेन रुक नहीं सकी। संरक्षा अधिकारियों ने असिस्टेंट लोको पायलट से सिग्नलिंग, गति, दृश्यता और कैब की स्थिति को लेकर कई सवाल पूछे गए, जिनके जवाब दर्ज कर लिए गए हैं। इस बयान को जांच की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हादसे के दौरान की एकमात्र चश्मदीद गवाह है रश्मि।
असिस्टेंट लोको पायलट को रेलवे ने किया सस्पेंड
पैसेंजर ट्रेन की असिस्टेंट लोको पायलट रश्मि राज को रेलवे ने सस्पेंड कर दिया है। रेल अफसरों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। रश्मि का स्वास्थ्य पहले से बेहतर है, पर अभी भी उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल से अभी डिस्चार्ज नहीं हुई है।
ट्रेन हादसा
4 नवंबर की अपरान्ह 4 बजे गेवरारोड से बिलासपुर आ रही मेमू लोकल ट्रेन लालखदान में अप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी की ब्रेकयान से सीधे टकरा गई थी। 48 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आ रही ट्रेन ने मालगाड़ी से सीधे टकरा गई थी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मेमू का इंजन ब्रेकयान को धकेलते हुए कोयला भरे वैगन पर चढ़ गया। हादसे में लोको पायलट विद्यासागर सहित 12 यात्रियों की मौत हो गई थी। दुर्घटना में 20 से अधिक यात्री घायल हुए थे।