CG में हनीट्रैप का भंडाफोड़: लड़कियों को कमरे में भेज बनाते थे वीडियो, धमकाकर करते थे ब्लैकमेल, रैकेट में नेता, वकील सहित कई नामचीन लोग

CG Me Honeytrap khulasa: बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस द्वारा भयादोहन कर झूठे मामले में फंसाने की धमकी देते हुए लाखों रुपए की वसूली करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। मामले में 3 आरोपियों को किया गया है।

Update: 2024-04-03 14:58 GMT

बलौदाबाजार-भाटापारा। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सनसनीखेज हनीट्रैप का खुलासा हुआ है। आरोपियों में कई नामचीन शामिल है। इन आरोपियों को पुलिस ने जब पकड़ा और उनसे हुए पूछताछ में जो खुलासा हुआ उसे जानकर वो भी हैरान रह गए।

दरअसल आरोपी धन्नासेठों और रिटायर्ड कर्मचारियों से पहले मेलजोल बढ़ाते थे। फिर खुद को ऊंची पहुंच का बताकर सामने वाले को हनीट्रैप के जाल में फंसा लेते थे। पीड़ित जब इनके जाल में फंस जाता तो आरोपी उसके पास सुंदर लड़कियां भेज निजी पलों की फ़ोटो और वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करते थे। आरोपियों ने ऐसे ही कर पीड़ितों से 41 लाख वसूले थे।

इस मामले की जानकारी पुलिस को तब हुई जब एक पीड़ित ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि शिरीष पांडे और पुष्पमाला फेकर से उसकी मुलाकात हुई थी। इस दौरान आरोपियों ने उसे झांसे में लेकर उसके पास एक लड़की भेजी और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने लगे। पैसे नहीं देने पर आरोपियों ने पुलिस और मीडिया में खबर देकर उसे बदनाम करने की धमकी भी दी थी। पीड़ित ने बदनामी के डर से लाखों रुपये भी दिए, लेकिन इसके बाद भी उसे ब्लैकमेल कर पैसों की मांग की जा रही थी। पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इस गिरोह के दो महिला और एक युवक को पकड़ा है। वहीं मास्टर माइंड सहित कुछ लोग फरार है, जिनकी तलाशी की जा रही है। पुलिस का दावा है कि मामले में जल्द ही अन्य आरोपियों को भी पकड़ लिया जाएगा।

जानिए क्या था पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक, थाना सिटी कोतवाली में धारा 384,389,34 भादवि के तहत अपराध दर्ज किया गया था। जांच में पीड़ित पक्ष के लोगों से विस्तृत पूछताछ की गई है, जिसमें यह तथ्य सामने आया कि मुख्य सरगना शिरीष पांडे, मंजूलता फेकर, मोंटी उर्फ प्रत्यूष मरैया, दुर्गा टंडन, महान मिश्रा व अन्य आरोपियों द्वारा खुबसूरत लड़कियों को पीड़ितों के घर में भेजा जाता था और उनकी फोटो-वीडियो खिंच उन्हें झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर मोटी रकम उगाही की जाती थी।

शिकायत को एसएसपी ने लिया संज्ञान

ऐसे मामले एसएसपी सदानंद कुमार संज्ञान में लिया और जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। पुलिस ने प्रकरण में कार्रवाई करते हुए अब तक कुल 4 आरोपियों को पकड़ा गया है, जिनसे पूछताछ पर बलौदाबाजार शहर में भयादोहन कर लाखों रुपए की वसूली करने वाले एक गिरोह का भांडाफोड़ किया गया है।

प्लानिंग के तहत घटना को देते थे अंजाम

गिरोह द्वारा बहुत ही सुनियोजित तरीके से बलौदाबाजार शहर एवं आसपास के धनाढ्य एवं विभिन्न शासकीय एवं प्राइवेट सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए लोगों को अपने झांसे में लिया जाता था। साथ ही उन्हें महिला संबंधी अपराध में फंसाने एवं लोक-लाज का भय दिखाकर लाखों रुपए की मोटी रकम वसूली की जाती थी। यह गिरोह बहुत ही शातिर तरीके से अपने काम को अंजाम देता था तथा गिरोह के सभी सदस्यों के काम अलग अलग थे। गिरोह का मुख्य सरगना एवं मास्टर माइंड शिरीष पांडे एवं पुष्पमाला फेकर है, जो कि अभी फरार है। 

धनवान लोगों को बनाते थे शिकार 

मुख्य सरगना एवं मास्टरमाइंड शिरीष पांडे एवं पुष्पमाला फेकर इन दोनों आरोपियों द्वारा ही बलौदाबाजार नगर में धनवान व अन्य लोगों को चिन्हित करते थे। उसके बाद शिरीष पांडे खुद को नेता बताकर अपनी राजनीतिक पहुंच एवं पहचान का प्रभाव दिखाते हुए उनसे मेलजोल बढ़ाकर उनको लडकी उपलब्ध करने का झांसा दिया जाता था। तत्पश्चात गिरोह के सभी सदस्यों को एक्टिव कर प्रार्थी क़ो भयादोहन कर प्रार्थी से लाखों रूपये की वसूली की जाती थी।

मोंटी उर्फ प्रत्यूष मरैया एवं दुर्गा टंडन

दोनों आरोपी लोकल बलौदाबाजार के निवासी है। ये दोनों ही लड़कियों के शहर में रहने, खाने एवं अन्य सुविधाओं का इंतेजाम करते थे। इसके बाद उन लड़कियों को अपने टारगेट के पास भेज देते थे। लड़की के जाने के थोड़ी देर बाद खुद दोनों आरोपी मौके पर पहुंच कर लड़की के परिजन बताकर व्यक्ति को ब्लेकमेल पैसे की मांग करते थे। इस दौरान पीड़ित उनसे डरकर पैसे देने के लिए तैयार हो जाता था। हीराकाली नाम की महिला ही टारगेट को फंसाने के लिए लड़की का इंतजाम करती थी। यही गिरोह से संपर्क के माध्यम से लड़कियों को बुलाकर टारगेट के पास भेजती थी।

कथित पत्रकार गिरफ्तार

खुद को पत्रकार बताने वाला आशीष शुक्ला पत्रकारिता की आड़ में हनीट्रैप में फंसे व्यक्ति को धमकाने का काम करता था। आरोपी शुक्ला धमकी देता था कि यह कृत्य न्यूज एवं प्रेस के माध्यम से लोगों तक पहुंचा दिया जाएगा। इस प्रकार भय दिखाकर वसूली करने का काम करता था। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी आशीष शुक्ला द्वारा एक प्रार्थी से 1,25,000 का मांग की गई थी, जिसमें पीड़ित व्यक्ति ने 75000 का भुगतान आरोपी आशीष शुक्ला के दुकान में जाकर किया था।

वकील भी इस पेशे में शामिल 

महान मिश्रा यह पेशे से अधिवक्ता है तथा अपनी पहुंच एवं पहचान का रौब दिखाकर उगाही की गई रकम को संभालने एवं आपस में बंटवारा करने का काम करता था।

अब जानिए कैसे देते थे घटना को अंजाम

गिरोह द्वारा धनवान एवं रिटायर्ड कर्मियों को टारगेट किया जाता था। फिर टारगेट सेट कर उससे मेलजोल बढ़ाते हुए टारगेट से महिला को मिलाने का दिन एवं समय फिक्स किया जाता था। इसके बाद महिला उस टारगेट से मिलने जाती थी। इस दौरान गिरोह के सदस्यों द्वारा महिला के घर/रूम के अंदर जाने एवं बाहर आने की फोटो ले ली जाती थी। फिर इसी फोटो के माध्यम से उस टारगेट को ब्लैकमेल किया जाता था। आरोपी उगाही की रकम को आपस में बांटते थे। अभी तक की जांच में गिरोह द्वारा विभिन्न लोगों से लगभग 41 लाख रुपए तक की वसूली की जा चुकी है। प्रकरण के आरोपीगण को गिरफ्तार कर ज्युडिशियल रिमांड पर भेजा गया है तथा अन्य फरार आरोपी पुष्पमाला फेकर, हीराकली बंजारे, आशिष शुक्ला, शिरिस पांडे की तलाश की जा रही है।

गिरफ्तार आरोपी

1. दुर्गा टंडन पति प्रत्यूष उर्फ मोंटी मरईया उम्र 30 साल डॉक्टर अब्दुल कलाम वार्ड बलोदाबाजार

2. मोंटी उर्फ प्रत्यूष मरईया पिता प्रताप मरईया उम्र 28 साल साकिन अब्दुल कलाम वार्ड बलौदाबाजार

3. रवीना टंडन पिता कामता टंडन उम्र 22 साल पता दगौरी थाना बिल्‍हा जिला बिलासपुर

ऐसे प्रकरणों में अन्य पीड़ित, जिनको डराकर, धमकाकर, पैसा वसूली की गई है, वह भी थाना सिटी कोतवाली आकर, अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है।

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