CG Me Aaj Ka Mausam: फिर बरसे बादल: छत्तीसगढ़ के 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, IMD ने जारी की तेज़ हवा और बिजली गिरने की चेतावनी

CG Me Aaj Ka Mausam Kaisa Rahega: रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मानसून ने जोर पकड़ लिया है। बस्तर से लेकर रायपुर और दुर्ग तक आसमान काले बादलों से घिर चुका है। मौसम विभान (IMD) ने रविवार को छत्तीसगढ़ के 17 जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही लोगों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

Update: 2025-07-20 03:32 GMT

CG Me Aaj Ka Mausam Kaisa Rahega: रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मानसून ने जोर पकड़ लिया है। बस्तर से लेकर रायपुर और दुर्ग तक आसमान काले बादलों से घिर चुका है। मौसम विभान (IMD) ने रविवार को छत्तीसगढ़ के 17 जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही लोगों को भी सावधानी बरतने की  सलाह दी गई है।

रुक कर झमाझम बारिश का दौर जारी  

मौसम विभाग (IMD) की माने तो शनिवार के दोपहर से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। कई जिलों में रुक रुक कर झमाझम बारिश हो रही है। राजधानी रायपुर में शनिवार दोपहर तेज बारिश के बाद से लगातार रिमझिम बारिश होती रही। रात होते होते बारिश ने रफ्तार पकड़ ली और रविवार सुबह तक मौसम भीगा-भीगा रहा।  

तेज़ हवा और बिजली गिरने की चेतावनी

मौसम विभाग (IMD) ने आज रविवार को बस्तर, नारायणपुर,कोंडागांव, कांकेर, बालोद, धमतरी, राजनांदगांव, महासमुंद,रायपुर , बलौदाबाजार, दुर्ग और बेमेतरा सहित कई जिलों में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। वहीं बीजापुर, दंतेवाड़ा, कोरबा और बिलासपुर जैसे जिलों में आंधी की चेतावनी दी गई है।

अब तक का बारिश का हाल

मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ नें एक जून 2025 से अब तक औसतन 422.0 मिमी बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा बलरामपुर में 719.3 मिमी और सबसे कम बेमेतरा में 229.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा रायगढ़ में 556.5 मिमी, जांजगीर चांपा में 542.3 मिमी, कोरबा में 504.0 मिमी, बिलासपुर में 452.8 और रायपुर में 411.2 मिमी बारिश 1 जून 2025 से अब तक हुई है।  

मानसून की चाल: समय से पहले पहुंचा, अब दिखा असर

इस साल मानसून ने समय से 8 दिन पहले 24 मई को ही केरल में दस्तक दी थी, जबकि मानसून की एंट्री सामान्य 1 जून को होती है। अगर सब कुछ सामान्य रहा और ब्रेक की स्थिति नहीं बनी तो मानसून 145 दिनों तक सक्रिय रह सकता है। इसका सीधा लाभ किसानों और जलस्तर पर देखने को मिलेगा।

सावधानी ज़रूरी

राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट पर रखा है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे खुले स्थानों पर न रहें, बिजली चमकते समय सुरक्षित स्थानों पर शरण लें और मौसम की ताजा जानकारी पर नजर बनाए रखें।

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