CG Fraud News: मंत्रालय में नौकरी लगवाने के नाम पर 45 लाख की ठगी... खुद को सरकारी अधिकारी बताकर लोगों फंसाते थे ठग, 25 लोगों को लगाया चूना
CG Fraud News: सरकारी नौकरी की चाहत किसे नहीं होती है जिसके लिए लोग पैसे भी देने को तैयार हो जाते हैं. और इसी का फायदा ठग उठाते हैं. ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से सामने (Durg Fraud News) आया है. सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर 20-25 लोगों से करीब 40-45 लाख रूपये की ठगी हुई है.
Durg Fraud News: दुर्ग: सरकारी नौकरी की चाहत किसे नहीं होती है जिसके लिए लोग पैसे भी देने को तैयार हो जाते हैं. और इसी का फायदा ठग उठाते हैं. ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से सामने (Durg Fraud News) आया है. सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर 20-25 लोगों से करीब 40-45 लाख रूपये की ठगी हुई है.
क्या है मामला
मामला बालोद जिले के चिरचार थाना के चिरचार गाँव का है. 2 जुलाई 2022 को यह घटना हुई. चिरचार गाँव के रहने वाले संतराम देशमुख (54 वर्ष) ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. आरोपी भेषराम देशमुख और रविकांत देशमुख ने अपने सांथी अरूण मेश्राम निवासी राजनांदगांव के साथ मिलकर ठगी की.
मंत्रालय में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी
उन्होंने खुद को मंत्रालय में बड़ा अधिकारी बताया और फिर मंत्रालय में सरकारी नौकरी लगाने की बात कही. जिसके बदले पैसे मांग की गयी. संतराम देशमुख उनके झांसे में आ गया. उसने 5,00,000 रूपये आरोपियों को दे दिए. लेकिन बाद में पता चला उसके साथ ठगी हुई है उसे न नौकरी मिली न पैसे. नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी उससे 5 लाख रूपए की ठगी हुई.
खुद को बताते अफसर
जिस्ले बाद पीड़ित ने थाने में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस मामले की जांच में जुट गयी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. 6 अक्टूबर को अंजोरा निवासी आरोपी पिता भेषराम देशमुख और पुत्र रविकांत देशमुख को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा दिया.
जबकि एक आरोपी अरूण फरार था. अरूण मेश्राम इस पुरे मामले का मास्टर माइंड था. जिसे पुलिस ने कांकेर से गिरफ्तार कर लिया है. वह कांकेर में किराये के मकान में लुक छिपकर रह रहा था. 14 अक्टूबर को पुलिस ने आरोपी को कांकेर से गिरफ्तार किया. पूछताछ करने पर उसने अपना गुनाह कबुल किया.
ठगी के पैसे चलाते थे घर
आरोपी ने बताया, उसने साथी भेषराम और रविकांत देशमुख के साथ मिलकर करीबन 20-25 लोगों को सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी की. वो खुद को मंत्रालय का साहब बताकर लोगों से सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधङी की. कूल 40-45 लाख रूपये की ठगी की. जिसे तीनो ने आपस में बांटा. इन्हे पैसो से वो अपना घर चलाते थे. फिलहाल पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है.