CG Congress: भरी बारिश में खरगे की सभा में हैरान करने वाली भीड़़, क्या छत्तीसगढ़ कांग्रेस की गुटीय राजनीति में दीपक बैज होंगे स्थापित!

CG Congress: दिसंबर 2023 में विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस ने कल रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्ल्किर्जुन खरगे की सभा कराई। झमाझम बारिश के बीच सभा की भीड़ हैरान करने वाली थी। हालांकि, राजनीतिक पार्टियों द्वारा भीड़़ कैसे जुटाई जाती है, यह सर्वविदित है मगर बारिश में हजारों की भीड़ आ जाएगी, ऐसा कांग्रेस नेताओं ने भी नहीं सोचा था। उधर, खरगे की सभा की भीड़ से राजनीतिक पंडित भी चकित हैं। घपलों, घोटालों में कई जांचों का सामना कर रही कांग्रेस ने ऐसे एकजुटता कैसे दिखा दी, कांग्रेस की गुटीय पालिटिक्स में क्या पीसीसी चीफ दीपक बैज इससे स्थापित होंगे...ऐसे कई सवाल घूम रहे हैं।

Update: 2025-07-08 06:56 GMT

CG Congress

CG Congress: रायपुर। सोमवार को राजधानी रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने किसान, जवान, संविधान सभा को संबोधित किया। झमाझम बारिश के बाद राजधानी रायपुर में बड़ी संख्या में भीड़ जुटी। खरगे की सभा में भीड़ से सूबे के सियासी पंडित भी हतप्रभ हैं। सेंट्रल इंटेलिजेंस ने जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें 20 हजार से अधिक भीड़ बताई गई है।

दरअसल, खेती-किसानी और भरी बरसात के बीच कांग्रेस के इस आयोजन पर सवाल खड़े हो रहे थे। साथ ही फ्लाप शो साबित होने की भविष्यवाणियां की जा रही थी। मगर बरसते पानी में सभा में खासी भीड़ जुट गई। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव की कोशिशें शुरू हुई है। इसमें खासकर, केंद्रीय नेतृत्व का जोर काफी थी। कांग्रेस के महासचिव व प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट और सचिवों की तिकड़ी को बेशक दिया जा सकता है। किसान जवान संविधान सभा को संगठन के इन दिग्गजों ने गंभीरता के साथ ही चुनौती के रूप में लिया है। पीसीसी प्रभारी पायलट खुद ही पूरी तरह इन्वाल्व रहे। तीनों सचिवों को सक्रिय किया। प्रत्येक जिला मुख्यालयों में बैठकों का दौर चला। संगठन से जुड़े ब्लाक से लेकर जिला स्तर के पदाधिकारियों से रायशुमारी की, उनको जिम्मेदारी देकर अहसास कराया कि संगठन में उनका वजूद है। निचले स्तर पर जब पदाधिकारियों को जिम्मेदारी मिली तो बखूबी निभाया भी। मीटिंग के जरिए पदाधिकारियों ने एकजुटता और समन्वय का संदेश दिया जो काफी हद तक कामयाब रहा।

32 विधानसभा पर किया टारगेट-

भीड़ जुटाने के लिए कांग्रेस ने इस बार कुछ इस तरह की रणनीति बनाई थी। राजधानी मुख्यालय से 132 किलोमीटर के दायरे में आने वाले 32 विधानसभा सीट पर कुछ ज्यादा ही फोकस किया गया। संगठन से जुड़े पदाधिकारियों, वरिष्ठ कांग्रेसजनों के अलावा विधायक,पूर्व विधायक, सांसदों के अलावा विधायक व सांसद प्रत्याशियों को काम पर लगाया गया। माइक्रो लेवल पर मीटिंग की गई। ब्लाक से लेकर जिले के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई। यहां से बड़ी भीड़ जुटाने के साथ ही प्रदेशभर से कार्यकर्ताओं और लोगों की सहभागिता की रणनीति भी बनाई गई।

दीपक बैज होंगे स्थापित-

राष्ट्रीय अध्यक्ष की सभा के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव व प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के अलावा एआईसीसी के सचिव व प्रदेश के सह प्रभारियों ने जमकर काम किया। अलग-अलग जिलों में लगातार मीटिंग की। पदाधिकारियों व सत्ता से जुड़े नेताओं को एकजुट किया।आपस में समन्वय बनाने के अलावा जिम्मेदारी भी सौंपी। इसका नतीजा सामने आया। सबसे खास बात ये कि एआईसीसी के महासचिव व प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट का राष्ट्रीय अध्यक्ष के सभा से पहले तीन बार प्रदेश का दौरा किया। पहले दौर में पालिटिकल अफेयर कमेटी की मीटिंग ली। दूसरे दौर में पीसीसी के तमाम पदाधिकारियों व तीसरे अंतिम दौर में फ्रंटल आर्गेनाइजेशन के लीडर्स और जिला व शहर अध्यक्षों की बैठक लेकर माहौल बनाया। इस पूरे काम में पीसीसी चयरमैन दीपक बैज ने अहम भूमिका निभाई। कहा जा रहा कि कांग्रेस की गुटीय लड़ाई में पीसीसी चीफ दीपक बैज इस सभा से ताकतवर होकर उभरेंगे। अभी तक दीपज अध्यक्ष थे मगर प्रभाव नगण्य था।

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